योग(Yoga) के फायदों से अब हर कोई वाकिफ है. अपने शरीर को फिट रखने के लिए अब लोग योग का रुख कर रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि शरीर की फिटनेस के साथ-साथ आपके ब्रेन यानी दिमाग का फिट रहना भी उतना ही जरूरी है. और अच्छी बात तो ये है कि योग सिर्फ शरीर का ही नहीं, दिमाग की सेहत का भी ख्याल रखता है.
हाल ही में की गई एक रिसर्च में ये जानने की कोशिश की गई कि योग हमारे दिमाग पर किस तरीके से असर डालता है. रिसर्च हाल ही में हुए 11 अध्ययनों के आधार पर की गई है और प्रत्येक अध्ययन ने brain-imaging technique जैसे MRI का उपयोग करके नियमित रूप से योग करने वाले और नहीं करने वाले लोगों के मस्तिष्क के अंतर का अध्ययन किया गया.
जैसा कि अपेक्षित ही था, अध्ययनकर्ताओं ने मस्तिष्क पर योग के प्रभाव और एरोबिक एक्सरसाइज के प्रभावों के बीच कई समानताएं देखीं. एक क्षेत्र ऐसा था जहां हिप्पोकैम्पस में वृद्धि दिखाई दी. ये वो क्षेत्र है जिससे मेमोरी यानी स्मृति जु़ड़ी होती है और जो उम्र के साथ सिकुड़ जाती है. amygdala और prefrontal cortex की मात्रा में भी वृद्धि पाई गई. ये दोनों brain function, भावनाओं और सीखने समझने से जुड़े होते हैं. पाया गया कि योग का अभ्यास तनाव, चिंता और अवसाद को कम करने और भावनाओं को नियंत्रित करता है. और इससे मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में सुधार होता है. बताया गया कि योग से बढ़ती उम्र के साथ आने वाली बीमारियां और न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग जैसे डिमेंशिया और अल्जाइमर आदि से बचाव होता है.
अब सरलता से समझें कि योग हमारे मस्तिष्क पर किस तरह प्रभाव डालता है.
अच्छा महसूस करवाता है योग
योग करने से gamma-amino butyric acid (GABA)...
योग(Yoga) के फायदों से अब हर कोई वाकिफ है. अपने शरीर को फिट रखने के लिए अब लोग योग का रुख कर रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि शरीर की फिटनेस के साथ-साथ आपके ब्रेन यानी दिमाग का फिट रहना भी उतना ही जरूरी है. और अच्छी बात तो ये है कि योग सिर्फ शरीर का ही नहीं, दिमाग की सेहत का भी ख्याल रखता है.
हाल ही में की गई एक रिसर्च में ये जानने की कोशिश की गई कि योग हमारे दिमाग पर किस तरीके से असर डालता है. रिसर्च हाल ही में हुए 11 अध्ययनों के आधार पर की गई है और प्रत्येक अध्ययन ने brain-imaging technique जैसे MRI का उपयोग करके नियमित रूप से योग करने वाले और नहीं करने वाले लोगों के मस्तिष्क के अंतर का अध्ययन किया गया.
जैसा कि अपेक्षित ही था, अध्ययनकर्ताओं ने मस्तिष्क पर योग के प्रभाव और एरोबिक एक्सरसाइज के प्रभावों के बीच कई समानताएं देखीं. एक क्षेत्र ऐसा था जहां हिप्पोकैम्पस में वृद्धि दिखाई दी. ये वो क्षेत्र है जिससे मेमोरी यानी स्मृति जु़ड़ी होती है और जो उम्र के साथ सिकुड़ जाती है. amygdala और prefrontal cortex की मात्रा में भी वृद्धि पाई गई. ये दोनों brain function, भावनाओं और सीखने समझने से जुड़े होते हैं. पाया गया कि योग का अभ्यास तनाव, चिंता और अवसाद को कम करने और भावनाओं को नियंत्रित करता है. और इससे मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में सुधार होता है. बताया गया कि योग से बढ़ती उम्र के साथ आने वाली बीमारियां और न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग जैसे डिमेंशिया और अल्जाइमर आदि से बचाव होता है.
अब सरलता से समझें कि योग हमारे मस्तिष्क पर किस तरह प्रभाव डालता है.
अच्छा महसूस करवाता है योग
योग करने से gamma-amino butyric acid (GABA) की मात्रा बढ़ती है. ये रसायन चिंता कम करने और मूड को बेहतर बनाने का काम करता है. इससे dopamine और serotonin भी बढ़ते हैं जिससे आप रिलैक्स रहते हैं और किसी भी समस्या से आसानी से पार पा लेते हैं.
तनाव कम करता है योग
योग से Cortisol हार्मोन कम होता है. ये वो हार्मोन है जो तब निकलता है जब आप तनाव में होते हैं. यानी कम Cortisol का मतलब है कम तनाव. नियमित रूप से योग करने पर इसके फायदे नजर आते हैं.
मस्तिष्क का आकार बढ़ाता है योग
स्मृति और समझ बढ़ाता है योग करने से मस्तिष्क के कुछ हिस्सों का आकार बढ़ता है. योगियों के मस्तिष्क में somatosensory cortex, hippocampus जैसे हिस्से बाकियों की तुलना में बढ़े हुए दिखाई दिए. ये वो हिस्से हैं जो तनाव और चिंता कम करते हैं. इनके अलावा और भी कई हिस्सों बढ़ जाते हैं जो ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है.
पूरे शरीर का नियंत्रण ठीक करता है योग
ग्रे मैटर सेंट्रल नर्वस सिस्टम का वो हिस्सा है जिसका काम होता है मांसपेशियों पर नियंत्रण रखना और सुनने, देखने और याद रखने जैसे सेंसरी कामों का ध्यान रखना. नियमित योग करने से ग्रे मैटर में सकारात्मक बदलाव देखने मिलते हैं.
योग के सकारात्मक असर आपको तभी समझ आएंगे जब आप योग को नियमित रूप से करके देखेंगे. कुछ ही समय बाद आप ये महसूस करने लगेंगे कि योग ने आपको जीवन को थोड़ा आसान कर दिया है.
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