आधार कार्ड हर जगह लिंक करना जरूरी है उतनी ही जरूरी उसकी सिक्योरिटी भी है. तो कैसे पता किया जाए कि किसी का आधार कार्ड गलत तरीके से इस्तेमाल तो नहीं हो रहा?
आधार कार्ड अब हर भारतीय की जरूरत बन चुका है. बैंक अकाउंट से लेकर राशन कार्ड तक सब कुछ आधार से लिंक करवाना है. कुछ जगह तो शमशान में अंतिम संस्कार के लिए भी आधार कार्ड की जरूरत को महसूस किया जा रहा है. पर आधार का इस्तेमाल इतना आम हो गया है कि ये सोचकर डर लगता है कि कहीं इसका गलत इस्तेमाल न हो जाए.
ऐसे मामले में एक तरीका है जिससे ये पता लगाया जा सकता है कि आखिर कब और कहां आधार कार्ड का इस्तेमला किया गया है.
क्या करना होगा...
1. सबसे पहले आधार ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री पेज पर जाएं.
2. अब अपना आधार नंबर और सिक्योरिटी कोड डालें जो स्क्रीन पर दिया गया हो. इससे एक ओटीपी जनरेट होगा.
ऐसी स्क्रीन आएगी सामने
3. OTP आपके उसी आधिकारिक नंबर पर आएगा. ध्यान रहे कि ये OTP उसी नंबर पर आएगा जो IDAI वेबसाइट के जरिए वैरिफाई हो चुका होगा.
4. अब सामने एक विंडो खुलेगी जिसमें यूजर को जानकारी का समय (यानि किस तारीख से किस तारीख के बीच की जानकारी चाहिए) और कितने ट्रांजैक्शन का डेटा चाहिए ये बताना होगा. इसके बाद अपना ओटीपी डालकर सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा.
5. अब यूजर की स्क्रीन पर तारीख, समय और हर तरह की आधार ऑथेंटिकेशन रिक्वेस्ट सामने आ जाएगी.
6. अगर इसमें से कोई भी रिक्वेस्ट ऐसी लग रही है जो आपकी जानकारी के बिना ली गई है और आपको लगता है कि आधार की जानकारी का गलत इस्तेमाल हुआ है तो आप अपना आधार डेटा ऑनलाइन लॉक भी कर सकते हैं और ये तब तक लॉक रहेगा जब तक आप खुद इसे अनलॉक नहीं करेंगे.
आधार कार्ड अब हर भारतीय की जरूरत बन चुका है. बैंक अकाउंट से लेकर राशन कार्ड तक सब कुछ आधार से लिंक करवाना है. कुछ जगह तो शमशान में अंतिम संस्कार के लिए भी आधार कार्ड की जरूरत को महसूस किया जा रहा है. पर आधार का इस्तेमाल इतना आम हो गया है कि ये सोचकर डर लगता है कि कहीं इसका गलत इस्तेमाल न हो जाए.
ऐसे मामले में एक तरीका है जिससे ये पता लगाया जा सकता है कि आखिर कब और कहां आधार कार्ड का इस्तेमला किया गया है.
क्या करना होगा...
1. सबसे पहले आधार ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री पेज पर जाएं.
2. अब अपना आधार नंबर और सिक्योरिटी कोड डालें जो स्क्रीन पर दिया गया हो. इससे एक ओटीपी जनरेट होगा.
ऐसी स्क्रीन आएगी सामने
3. OTP आपके उसी आधिकारिक नंबर पर आएगा. ध्यान रहे कि ये OTP उसी नंबर पर आएगा जो IDAI वेबसाइट के जरिए वैरिफाई हो चुका होगा.
4. अब सामने एक विंडो खुलेगी जिसमें यूजर को जानकारी का समय (यानि किस तारीख से किस तारीख के बीच की जानकारी चाहिए) और कितने ट्रांजैक्शन का डेटा चाहिए ये बताना होगा. इसके बाद अपना ओटीपी डालकर सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा.
5. अब यूजर की स्क्रीन पर तारीख, समय और हर तरह की आधार ऑथेंटिकेशन रिक्वेस्ट सामने आ जाएगी.
6. अगर इसमें से कोई भी रिक्वेस्ट ऐसी लग रही है जो आपकी जानकारी के बिना ली गई है और आपको लगता है कि आधार की जानकारी का गलत इस्तेमाल हुआ है तो आप अपना आधार डेटा ऑनलाइन लॉक भी कर सकते हैं और ये तब तक लॉक रहेगा जब तक आप खुद इसे अनलॉक नहीं करेंगे.
आधार कार्ड वैसे तो भारत में रहने वाले हर इंसान के लिए जरूरी है, लेकिन अगर वो सिर्फ आपकी अलमारी में रखा हुआ है और उसका इस्तेमाल नहीं किया तो यकीनन आपको कई तकलीफों का सामना करना पड़ेगा. इसमें फोन नंबर और बैंक अकाउंट बंद होने से लेकर म्यूचुअल फंड तक सब शामिल है. तो जरा आधार कार्ड की डेडलाइन का भी ख्याल रख लीजिए.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.