मुफलिसी के दिनों में या बहुत सीधे कहें तो मंथ एंड वाले दिनों में क्या प्राइवेट क्या सरकारी तमाम नौकरी शुदाओं का एकाउंट खाली हो जाता है. हो भी क्यों न महंगाई के इस दौर में खर्चे ही इतने हैं. खैर आदमी प्रायः यही सोचता है कि यार कुछ ऐसा जादू हो जाए कि कहीं से कुछ पैसे अपने आप ही एकाउंट में आ जाएं. होने को तो ये सोच एक कल्पना है लेकिन यदि किसी व्यक्ति के साथ वास्तव में ऐसा हो जाए तो सोचिए क्या स्थिति होगी? आया हुआ पैसा यदि सीधे बैंक से हो और हजार दस हजार में न होकर करोड़ों में हो तो कल्पना कीजिये व्यक्ति का अंदाज कैसा होगा? लाजमी है व्यक्ति की आंखें चौंधिया जाएंगी वो शख्स जो 10 रुपए भी खर्च करने से पहले 10 बार सोचता होगा बेहिसाब पैसा खर्च करेगा बेधड़क खर्च करेगा. ब्रिटेन के रसेल एलेग्जेंडर के साथ ऐसा ही हुआ. फ्री का पैसा उसने भी हमारी आप की तरह बिंदास होकर खर्च किया फिर एक दिन ऐसा बहुत कुछ हुआ जो शायद रसेल एलेग्जेंडर ने कभी सपने में भी न सोचा हो.
बैंक द्वारा हुई चूक का खामियाजा रसेल को भुगतना पड़ रहा है. रसेल आज सड़क पर हैं और जैसे उनके हालात हैं ज़िंदगी जीना उनके लिए बहुत मुश्किल है.
तो आखिर हुआ क्या रसेल के साथ
बात बीते दिनों की है. 54 साल के रसेल एलेग्जेंडर के मोबाइल पर एक मैसेज आया. मैसेज में इस बात का जिक्र था कि उनके एकाउंट में तकरीबन 1 करोड़ रुपये डिपॉजिट हुए हैं. इतनी रकम किसी भी आम आदमी को हैरत में डालने का सामर्थ्य रखती है. रसेल के साथ भी ऐसा ही हुआ और वो भी सकते में आए. रसेल ने बैंक से कॉन्टेक्ट किया. बैंक अफसरों ने उन्हें आश्वासन दिया कि घबराने की कोई बात नहीं है ये पैसे उनके ही हैं और वो इसे अपनी मर्जी से खर्च कर...
मुफलिसी के दिनों में या बहुत सीधे कहें तो मंथ एंड वाले दिनों में क्या प्राइवेट क्या सरकारी तमाम नौकरी शुदाओं का एकाउंट खाली हो जाता है. हो भी क्यों न महंगाई के इस दौर में खर्चे ही इतने हैं. खैर आदमी प्रायः यही सोचता है कि यार कुछ ऐसा जादू हो जाए कि कहीं से कुछ पैसे अपने आप ही एकाउंट में आ जाएं. होने को तो ये सोच एक कल्पना है लेकिन यदि किसी व्यक्ति के साथ वास्तव में ऐसा हो जाए तो सोचिए क्या स्थिति होगी? आया हुआ पैसा यदि सीधे बैंक से हो और हजार दस हजार में न होकर करोड़ों में हो तो कल्पना कीजिये व्यक्ति का अंदाज कैसा होगा? लाजमी है व्यक्ति की आंखें चौंधिया जाएंगी वो शख्स जो 10 रुपए भी खर्च करने से पहले 10 बार सोचता होगा बेहिसाब पैसा खर्च करेगा बेधड़क खर्च करेगा. ब्रिटेन के रसेल एलेग्जेंडर के साथ ऐसा ही हुआ. फ्री का पैसा उसने भी हमारी आप की तरह बिंदास होकर खर्च किया फिर एक दिन ऐसा बहुत कुछ हुआ जो शायद रसेल एलेग्जेंडर ने कभी सपने में भी न सोचा हो.
बैंक द्वारा हुई चूक का खामियाजा रसेल को भुगतना पड़ रहा है. रसेल आज सड़क पर हैं और जैसे उनके हालात हैं ज़िंदगी जीना उनके लिए बहुत मुश्किल है.
तो आखिर हुआ क्या रसेल के साथ
बात बीते दिनों की है. 54 साल के रसेल एलेग्जेंडर के मोबाइल पर एक मैसेज आया. मैसेज में इस बात का जिक्र था कि उनके एकाउंट में तकरीबन 1 करोड़ रुपये डिपॉजिट हुए हैं. इतनी रकम किसी भी आम आदमी को हैरत में डालने का सामर्थ्य रखती है. रसेल के साथ भी ऐसा ही हुआ और वो भी सकते में आए. रसेल ने बैंक से कॉन्टेक्ट किया. बैंक अफसरों ने उन्हें आश्वासन दिया कि घबराने की कोई बात नहीं है ये पैसे उनके ही हैं और वो इसे अपनी मर्जी से खर्च कर सकते हैं. बैंक वालों की इस बात के बाद रसेल ने उन पैसों में से कुछ पैसे खर्च कर दिए.
भविष्य में क्या होगा इससे अंजान रसेल राजाओं वाली लाइफ जी रहे थे कि तभी बैंक को अपनी गलती का एहसास हुआ लेकिन दिलचस्प ये कि अपनी गलती मानने के बजाए बैंक ने उल्टा रसेल को ही बलि का बकरा बना दिया और वर्तमान में रसेल को उस मुकाम पर लाकर छोड़ा है जहां वाक़ई उनकी जिंदगी जहन्नुम से बदतर है.
बताते चलें कि उपरोक्त बातें कोरी लफ्फाजी नहीं हैं. ऐसा हुआ है और उस बैंक द्वारा हुआ है जिसका शुमार विश्व के टॉप क्लास बैंक में है. खबर अंग्रेजी वेबसाइट डेली स्टार के हवाले से है. वेबसाइट के अनुसार रसेल का Barclays बैंक में खाता है. अचानक ही एक दिन उसके अकाउंट में 1 लाख 10 हजार पाउंड के डिपॉजिट होने का मैसेज आया. मैसेज ने रसेल को भौचक्का कर दिया.
चूंकि रकम कोई छोटी मोटी रकम नहीं थी इसलिए रसेल भी भागा भागा बैंक पहुंचा और इसकी जानकारी उसने बैंक के अधिकारियों को दी. बैंक के अधिकारियों ने उसे तसल्ली दी और कहा कि यह रकम उन्हें विरासत में मिली है, इसलिए इसे रख लें और खर्च करें.
फ्री का पैसा रसेल जैसे आदमी के लिए डूबते को तिनके का सहारा था इसलिए रसेल जो कर पाया उसने किया. तकरीबन 9 महीने बाद बैंक को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने रसेल से पैसे वापस करने की बात कही. तब तक रसेल आए हुए पैसों में से एक बड़ा अमाउंट खर्च कर चूका था उसके पास बैंक को चुकाने के लिए पैसे नहीं थे इसलिए बैंक ने उसके खाते में मौजूद 6000 पाउंड भी जब्त कर लिए.
बैंक द्वारा की गयी इस हरकत ने रसेल को रास्ते पर ला दिया है. अपनी आप बीती पर रसेल का कहना है कि इस घटना के बाद वे सड़क पर आ गए. उनके पास जिंदगी गुजारने के लिए पैसे नहीं बचे. जिसके चलते उन्हें अपने पुराने घर में शिफ्ट होना पड़ा. उस घर में ठंड से बचने के लिए न तो हीटर ही मौजूद है और न ही अन्य दूसरी सुविधाएं हैं. रसेल का आरोप है कि गलती उसकी नहीं बल्कि बैंक की है और जो कुछ भी हुआ है बैंक की लापरवाही के चलते हुआ है.
रसेल के मुताबिक उनका और बैंक का साथ कोई 40 साल पुराना है. खाते में अचानक बड़ी रकम आ जाने के बाद उन्होंने बैंक को इस बारे में सूचना दी थी लेकिन बावजूद इसके बैंक अफसरों ने उन्हें विश्वास दिलाया कि यह रकम उनकी अपनी है. जिसके बाद उन्होंने उसमें से काफी रकम को खर्च कर दिया. बाद में बैंक ने वह रकम वापस मांगने के नाम पर उनकी धनराशि भी जब्त कर ली.
क्या आप क्या हम और क्या रसेल ऐसी घटनाएं किसी का भी जीवन प्रभावित कर सकती हैं. रसेल के अनुसार बार्कले बैंक ने उनके जीवन की भावी योजनाएं छीन ली हैं. अब उन्हें अपनी पुरानी रकम कमाने के लिए फिर से कई वर्षों तक जी तोड़ मेहनत करनी होगी. रसेल ने बैंक की इस लापरवाही पर उसके खिलाफ केस किया, जिसके बाद बैंक ने उसे 500 पाउंड का मुआवजा देने की पेशकश की लेकिन रसेल ने बैंक की इस मेहरबानी को नकार दिया है.रसेल बैंक प्रबंधन से नाराज हैं और अपने हक़ की लड़ाई लड़ रहे हैं.
मामला चूंकि विदेश का है और चूंकि ग्राहक कैसा भी हो विदेशों का हिसाब भारतीय कानून से अलग है इसलिए उम्मीद है रसेल को उनका हक़ मिल जाएगा लेकिन सोचिये ऐसी घटना यहां भारत में आपके हमारे साथ होती तो क्या होता? यदि हम मामले को कोर्ट में ले भी जाते तो जज साहब इतनी तारीख पर तारीख दे देते कि मामला वही रहता कि नौ की मुर्गी 90 का मसाला.
बात साफ़ है मामला क्योंकि मानसिक शोषण का है और विदेशों में ग्राहक जागरूक है तो हमें भी इस बात का यकीन है कि जागरूकता रसेल का कल्याण कर ही देगी.
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