जाओ वैलेंटाइन वीक (Valentine Week) जल्दी जाओ. हमें तुम्हारे आने की कोई खुशी नहीं है. यहां हम सिर्फ दूसरों की फोटो देखकर तसल्ली कर सकते हैं और खुश हो सकते हैं. मगर हमारा दिल इतना बड़ा नहीं है. जब हम सिंगल्स जब दूसरों को गले मिलते, हंसते-खेलते स्टेटस लगाते देखते रहें. हमारे सीने में भी दिल है जो यह सब देखकर जल जाता है.
ऐसा लगता है फरवरी के महीने में जून की तपिश है. हमारा मन करता है कि हम गो कोरोना गो के तर्ज पर गो वैलेंटाइन डे गाना गाएं. क्योंकि हमारे लिए फरवरी का महीना बिल्कुल रोमांटिक नहीं है.
कपल्स सुन लो, तुम क्या जानो कि इन दिनों हमारा दिल कैसे रोता है? क्या तुम वो अपने दिल भूल गए जब तुम सिंगल हुआ करते थे. हम सिंगल्स तुम्हारा सहारा हुआ करता थे. मगर तुम्हारी जिंदगी में बेबी क्या आई दोस्त, तुम तो बदल ही गए. अब तो तुम वैलेंटाइन वीक 2023 में पहचान में भी नहीं आवोगे.
कल रोज डे है और तुम एक हफ्ते तक भाव में रहोगे. कोई बात नहीं बेटा हम तुमको 14 फऱवरी के बाद देखेंगे. जब गर्लफ्रेंड से लड़ाई होगी तो हम सिंगल्स के कंधे पर रोने मत आना. जब वो कहेगी कि बेबी मेरे बर्ड पर क्या दिलवाओगे तो मेरी मदद मत लेना. सच में यह वैलेंटाइन वीक बनाने वालों ने हम जैसे शुद्ध सिंगल्स के बारे में क्यों नहीं सोचा.
नहीं भइया, तुम प्यार का सप्ताह मनाओ मगर हर दिन अपने बाबू, सोना के साथ फोटू डालना जरूरी है क्या? ये तो जले पर नमक छिड़कने के समान है. मतलब मिंगल होने की इतनी खुशी कि अपने सिंगल दोस्तों को ही भूल जाओ. ई तो कोई बात नहीं हुई. हम सिंगल्स का दर्द तुम कपल गोल्स बनाने वाले नहीं समझोगे. ये तुम जो हाथ से हार्ट की फोटू बनाकर...
जाओ वैलेंटाइन वीक (Valentine Week) जल्दी जाओ. हमें तुम्हारे आने की कोई खुशी नहीं है. यहां हम सिर्फ दूसरों की फोटो देखकर तसल्ली कर सकते हैं और खुश हो सकते हैं. मगर हमारा दिल इतना बड़ा नहीं है. जब हम सिंगल्स जब दूसरों को गले मिलते, हंसते-खेलते स्टेटस लगाते देखते रहें. हमारे सीने में भी दिल है जो यह सब देखकर जल जाता है.
ऐसा लगता है फरवरी के महीने में जून की तपिश है. हमारा मन करता है कि हम गो कोरोना गो के तर्ज पर गो वैलेंटाइन डे गाना गाएं. क्योंकि हमारे लिए फरवरी का महीना बिल्कुल रोमांटिक नहीं है.
कपल्स सुन लो, तुम क्या जानो कि इन दिनों हमारा दिल कैसे रोता है? क्या तुम वो अपने दिल भूल गए जब तुम सिंगल हुआ करते थे. हम सिंगल्स तुम्हारा सहारा हुआ करता थे. मगर तुम्हारी जिंदगी में बेबी क्या आई दोस्त, तुम तो बदल ही गए. अब तो तुम वैलेंटाइन वीक 2023 में पहचान में भी नहीं आवोगे.
कल रोज डे है और तुम एक हफ्ते तक भाव में रहोगे. कोई बात नहीं बेटा हम तुमको 14 फऱवरी के बाद देखेंगे. जब गर्लफ्रेंड से लड़ाई होगी तो हम सिंगल्स के कंधे पर रोने मत आना. जब वो कहेगी कि बेबी मेरे बर्ड पर क्या दिलवाओगे तो मेरी मदद मत लेना. सच में यह वैलेंटाइन वीक बनाने वालों ने हम जैसे शुद्ध सिंगल्स के बारे में क्यों नहीं सोचा.
नहीं भइया, तुम प्यार का सप्ताह मनाओ मगर हर दिन अपने बाबू, सोना के साथ फोटू डालना जरूरी है क्या? ये तो जले पर नमक छिड़कने के समान है. मतलब मिंगल होने की इतनी खुशी कि अपने सिंगल दोस्तों को ही भूल जाओ. ई तो कोई बात नहीं हुई. हम सिंगल्स का दर्द तुम कपल गोल्स बनाने वाले नहीं समझोगे. ये तुम जो हाथ से हार्ट की फोटू बनाकर सोशल मीडिया पर चिपकाते हो ना दिल करता है उस पर बायकॉट लिखकर आ जाऊं.
हम सिंगल्स के हिसाब से तो इस वैलेंटाइन डे का ही बायकॉट हो जाना चाहिए. जाओ हमको नहीं खेलना है. एक तो हम ऐसे ही सिंगलशुदा जिंदगी काट रहे हैं ऊपर से तुम हमें चिढ़ाने के लिए औऱ आ गए. जिसे देखो वो वैलेंटाइन वीक में गुम है, कभी-कभी तो ऐसा लगता है कि सारी दुनिया मिंगल हो जाएगी औऱ मैं ही अकेला रह जाउंगा. हर साल सिर्फ दूसरों को वैलेंटाइन वीक मनाते देखूंगा. मेरे नसीब कोई बाबू-सोना नहीं आने वाला है.
एक बात और ये जो लोग कहते हैं कि वैलेंटाइन डे दोस्तों के साथ परिवार के साथ मना सकते हैं, यह असल में सिर्फ धोखा है. कुछ लोग ये भी कहते हैं कि मैं तो अपने लिए गिफ्ट खरीदूंगा ये तो समझ से ऊपर है. अपने लिए कितने लोग गुलाब खरीदते हैं? मुझे को गुलाब पसंद ही नहीं. वैसे नाराजगी इस बात की है कि हम सिंगल्स को कोई कपल्स पार्टी में भी नहीं बुलाता. खैर, 14 फरवरी को हम सिंगल्स का भी खास प्रोग्राम है, दिन भर रजाई में सोने का. हमारे लिए तो नींद ही प्यार है. हां तुम लोग खाने पर बुलाते तो बात कुछ और होती.
7 फरवरी से 14 फरवरी तक हम सिंगल्स गायब हो जाएं तो बेहतर है, देखिए क्यों?
7 फरवरी- रोज़ डे
8 फरवरी- प्रपोज़ डे
9 फरवरी- चॉकलेट डे
10 फरवरी- टेडी डे
11 फरवरी- प्रोमिस डे
12 फरवरी- हग डे
13 फरवरी- किस डे
14 फरवरी- वैलेंटाइन डे
होंगे ये दिन खास मगर हम सिंगल्स इन दिनों का क्या ही करेंगे? मन तो करता है कि इस सप्ताह के लिए अंडर ग्राउंड हो जाएं. जब ये चला जाए तब लौटे. ये हर साल क्यों ही आ जाता है. शायद हमारे सिकुड़े हुए चेहरे देखने के लिए. आपको पता है कि हमारे मिंगल दोस्त हमसे जानबूझकर वैलेंटाइन डे का प्लान क्यों पूछते हैं...जले पर नमक छिड़कने के लिए औऱ क्यों? हम सिंगल्स का मन करता है कि वैलेंटाइन वीक को यू ट्यूब ऐड की तरह स्किप कर दे. ना रहेगा बांस ना बाजेगी बांसुरी....हा नहीं तो. हुंह हम नहीं मानते वैलेंटाइन फैलेंटाइन डे...
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.