'एक पाकिस्तानी लड़के को चीन में बीच सड़क पर मार दिया गया. वह एक चीनी लड़की से प्यार करता था, इसकी वजह से लड़की के पिता और भाई ने उसे सरेआम बीच बाजार पीट-पीट कर मार डाला.' ये खबर एक वीडियो के साथ सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. ये मामला किसी ऑनर किलिंग का लगता है. इस वीडियो के वायरल होने के बाद कई सवाल खड़े हो गए हैं. जिस तरह भारत में ऑनर किलिंग के मामले सामने आते हैं, क्या वैसा ही चीन में भी होता है? या किसी आपसी रंजिश को ऑनर किलिंग का नाम दिया गया? चीन तो पाकिस्तान का अच्छा दोस्त है, अब पाकिस्तान किस मुंह से खुलेआम चीन को दोस्त कहते हुए गले लगाएगा?
वीडियो तो सच्चा है, लेकिन...
इस घटना के सामने आने के बाद पाकिस्तान भी सकते में आ गया था कि आखिर अब वह किस मुंह से दुनिया को कहेगा कि चीन उसका बेस्ट फ्रेंड है. खबर भी एक पाकिस्तानी पत्रकार ने अपने ट्विटर पर शेयर की तो लोगों ने तुरंत वो सब मान भी लिया, जो वीडियो में दिखाया गया. ये वीडियो तो एकदम सच्चा है, लेकिन इसे जिस तरह एक दूसरी खबर के साथ जोड़कर चलाया जा रहा है, वह इसे फेक न्यूज बना देता है. यानी दो अलग-अलग खबरों को एक साथ जोड़कर प्रस्तुत किया जा रहा है.
वीडियो शेयर करने के साथ लिखा गया है- 'पाकिस्तानी स्टूडेंट ओसामा को बीच सड़क पर उस लड़की के पिता और भाई ने जान से मार दिया, जिसे लड़का डेट कर रहा था. यह दूसरा मामला है, चीन में विदेशी लोग बिल्कुल सुरक्षित नहीं हैं.'
पाकिस्तान ने ली राहत की सांस
वीडियो को लेकर पाकिस्तान की आलोचना हो...
'एक पाकिस्तानी लड़के को चीन में बीच सड़क पर मार दिया गया. वह एक चीनी लड़की से प्यार करता था, इसकी वजह से लड़की के पिता और भाई ने उसे सरेआम बीच बाजार पीट-पीट कर मार डाला.' ये खबर एक वीडियो के साथ सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. ये मामला किसी ऑनर किलिंग का लगता है. इस वीडियो के वायरल होने के बाद कई सवाल खड़े हो गए हैं. जिस तरह भारत में ऑनर किलिंग के मामले सामने आते हैं, क्या वैसा ही चीन में भी होता है? या किसी आपसी रंजिश को ऑनर किलिंग का नाम दिया गया? चीन तो पाकिस्तान का अच्छा दोस्त है, अब पाकिस्तान किस मुंह से खुलेआम चीन को दोस्त कहते हुए गले लगाएगा?
वीडियो तो सच्चा है, लेकिन...
इस घटना के सामने आने के बाद पाकिस्तान भी सकते में आ गया था कि आखिर अब वह किस मुंह से दुनिया को कहेगा कि चीन उसका बेस्ट फ्रेंड है. खबर भी एक पाकिस्तानी पत्रकार ने अपने ट्विटर पर शेयर की तो लोगों ने तुरंत वो सब मान भी लिया, जो वीडियो में दिखाया गया. ये वीडियो तो एकदम सच्चा है, लेकिन इसे जिस तरह एक दूसरी खबर के साथ जोड़कर चलाया जा रहा है, वह इसे फेक न्यूज बना देता है. यानी दो अलग-अलग खबरों को एक साथ जोड़कर प्रस्तुत किया जा रहा है.
वीडियो शेयर करने के साथ लिखा गया है- 'पाकिस्तानी स्टूडेंट ओसामा को बीच सड़क पर उस लड़की के पिता और भाई ने जान से मार दिया, जिसे लड़का डेट कर रहा था. यह दूसरा मामला है, चीन में विदेशी लोग बिल्कुल सुरक्षित नहीं हैं.'
पाकिस्तान ने ली राहत की सांस
वीडियो को लेकर पाकिस्तान की आलोचना हो रही थी. सोशल मीडिया पर लोग कह रहे थे कि जिसे पाकिस्तान अपना बेस्ट फ्रेंड (चीन) समझता है, उसी देश में पाकिस्तानी छात्र की हत्या हो रही है. खैर, अब पाकिस्तान ने राहत की सांस ली है, जब उसे ये पता चला है कि वीडियो में जिस शख्स को मारते हुए दिखाया जा रहा है वह पाकिस्तानी छात्र ओसामा नहीं है. इस्लामाबाद स्थित फॉरेन ऑफिस के हवाले से बताया जा रहा है कि ओसामा ने आत्महत्या की थी. शुरुआत में ऑनर किलिंग लगने वाला मामला जब आत्महत्या का निकला तो पाकिस्तान ने राहत की सांस ली, क्योंकि उसकी चीन से दोस्ती को लेकर अब सवाल नहीं उठेंगे.
जारी हुई प्रेस रिलीज, लेकिन आत्महत्या का जिक्र नहीं
भले ही फॉरेन ऑफिस की ओर से कह दिया गया हो कि ओसामा ने आत्महत्या की है, लेकिन अभी भी इस बात की सही से पुष्टि नहीं हुई है. दरअसल, बीजिंग से पाकिस्तानी दूतावास ने जो प्रेस रिलीज जारी की है, उसमें यह कहीं नहीं बताया है कि ओसामा की मौत कैसे हुई थी. कहीं नहीं लिखा है कि उसने आत्महत्या की थी. ना ही ये बताया है कि वीडियो में जिसे मारते हुए दिखाया जा रहा है, वह शख्स कौन है. देखा जाए तो पाकिस्तानी दूतावास से आधी-अधूरी प्रेस रिलीज जारी कर दी गई है, जो शक पैदा कर रही है. लेकिन मरने वाले की किसी ने मदद क्यों नहीं की, ये सवाल अभी भी जस का तस है.
क्यों नहीं की किसी ने मदद?
बीच बाजार सड़क पर किसी को निर्मम हत्या की जाए और उसे कोई रोके नहीं, ऐसा तो सुनकर ही अजीब लगता है. वीडियो में जो लोग एक शख्स को मार रहे हैं, वह तो हथियारों से लैस भी नहीं थे, फिर भी लोग क्यों उसे बचाने पास नहीं गए? लड़की चीख-चीख कर मदद मांगती रही, लेकिन फिर भी किसी का दिल क्यों नहीं पसीजा? इन सवालों का सही जवाब तो नहीं पता, लेकिन एक ट्वीट पर अगर भरोसा करें, तो शायद इसकी वजह सामने आ जाएगी. वकर एम खान नाम के एक शख्स ने ट्वीट करते हुए कहा है कि वह भी चीन में ही पढ़ाई कर रहा है और चीन में लोग इस तरह की घटनाओं में मदद नहीं करते, भले ही कोई सड़क किनारे मर क्यों ना जाए. वकर ने आगे लिखा है कि दरअसल, पुलिस ने लोगों से कहा है कि वह ऐसे किसी मामले में टांग ना अड़ाएं, इसलिए भी लोग किसी की मदद नहीं करते.
पाकिस्तान और चीन की दोस्ती किसी से छुपी नहीं है. चीन तो पाकिस्तान को कई तरह से मदद करता है, जबकि अन्य देश पाकिस्तान की मदद करने से कतराते हैं, क्योंकि वह आतंकियों का पनाहगार बन गया है. अगर यह वीडियो वाकई किसी पाकिस्तानी की हत्या करने का होता तो दो देशों की राजनीतिक दोस्ती पर सवाल उठने लाजमी थे. यही वजह है कि एक वीडियो पर पाकिस्तानी दूतावास और इस्लामाबाद स्थित फॉरेन ऑफिस को सफाई देनी पड़ गई. हो सकता है कि मामला बढ़ने पर चीन की सरकार भी इस पर कोई सफाई दे डाले. हालांकि, अभी भी वीडियो को लेकर ये पुष्टि नहीं हुई है कि किस शख्स को मारा गया है. खैर, पाकिस्तान ने अपनी नाक बचा ली बस, बाकी वीडियो में जो भी हो.
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