चॉकलेट खाना और खिलाना कई लोगों का शौक होता है. कइयों के लिए चॉकलेट से बेहतर कोई भी चीज नहीं होती है. दिल टूटने से लेकर नए प्यार के जुड़ने तक और वैलेंटाइन डे से लेकर चिर्ल्ड्रेन्स डे तक चॉकलेट बहुत अहम होती है, लेकिन क्या किसी को पता है कि आखिर चॉकलेट खाने से शरीर पर क्या असर पड़ता है.
कई बार खाने के शौकीन अपनी सेहत को लेकर खिलवाड़ कर बैठते हैं. iChowk.in अपनी खास सीरीज 'स्वाद बनाम सेहत' के चलते ऐसी कई स्टोरीज लेकर आया है जिसमें खाने और उससे होने वाले असर की जानकारी दी जाएगी. इसी कड़ी में आज बात करते हैं चॉकलेट की वजह से शरीर पर होने वाले असर की.
आखिर क्या होता है चॉकलेट में?
हम चॉकलेट खाते हैं ये तो सही है, लेकिन आखिर चॉकलेट की शक्ल में हम क्या खा रहे होते हैं? चॉकलेट एक तरह की फल्ली से बनती है फिर ये दुनिया की किसी भी फल्ली से ज्यादा स्वादिष्ट क्यों होती है. इसका जवाब है शक्कर और फैट से.
कोको पेड़ एक तरह के कड़वे बीज बनाते हैं. इसे बेहतर बनाने के लिए कोको के फर्मेंट होने दिया जाता है ताकि वो फ्लेवर ले लें. ये बीज अब कोको बीन्स कहलाते हैं. इसके बाद शुरू होता है इन्हें सुखाने, साफ करने, रोस्ट करने का सफर और इनका बाहरी हिस्सा हटाया जाता है. अब जो हमारे सामने है वो प्योर चॉकलेट है. जब ये लिक्विड होती है तो इसे चॉकलेट लिकर कहा जाता है.
यही लिकर, कोको बटर के साथ मिलकर तीन तरह की चॉकलेट में बदल जाती है जो डार्क चॉकलेट, मिल्क चॉकलेट और व्हाइट चॉकलेट कहलाती है. अलग-अलग तरह की चॉकलेट में अलग मात्रा में कोको बटर, शक्कर, फैट और दूध मिलाया जाता है. अलग-अलग चॉकलेट खाने से शरीर में अलग तरह का असर होता है. लेकिन अगर मोटे तौर पर देखें तो चॉकलेट खाने के कुछ देर बाद शरीर ऐसे बदलता है...
1. 10 मिनट...
चॉकलेट खाना और खिलाना कई लोगों का शौक होता है. कइयों के लिए चॉकलेट से बेहतर कोई भी चीज नहीं होती है. दिल टूटने से लेकर नए प्यार के जुड़ने तक और वैलेंटाइन डे से लेकर चिर्ल्ड्रेन्स डे तक चॉकलेट बहुत अहम होती है, लेकिन क्या किसी को पता है कि आखिर चॉकलेट खाने से शरीर पर क्या असर पड़ता है.
कई बार खाने के शौकीन अपनी सेहत को लेकर खिलवाड़ कर बैठते हैं. iChowk.in अपनी खास सीरीज 'स्वाद बनाम सेहत' के चलते ऐसी कई स्टोरीज लेकर आया है जिसमें खाने और उससे होने वाले असर की जानकारी दी जाएगी. इसी कड़ी में आज बात करते हैं चॉकलेट की वजह से शरीर पर होने वाले असर की.
आखिर क्या होता है चॉकलेट में?
हम चॉकलेट खाते हैं ये तो सही है, लेकिन आखिर चॉकलेट की शक्ल में हम क्या खा रहे होते हैं? चॉकलेट एक तरह की फल्ली से बनती है फिर ये दुनिया की किसी भी फल्ली से ज्यादा स्वादिष्ट क्यों होती है. इसका जवाब है शक्कर और फैट से.
कोको पेड़ एक तरह के कड़वे बीज बनाते हैं. इसे बेहतर बनाने के लिए कोको के फर्मेंट होने दिया जाता है ताकि वो फ्लेवर ले लें. ये बीज अब कोको बीन्स कहलाते हैं. इसके बाद शुरू होता है इन्हें सुखाने, साफ करने, रोस्ट करने का सफर और इनका बाहरी हिस्सा हटाया जाता है. अब जो हमारे सामने है वो प्योर चॉकलेट है. जब ये लिक्विड होती है तो इसे चॉकलेट लिकर कहा जाता है.
यही लिकर, कोको बटर के साथ मिलकर तीन तरह की चॉकलेट में बदल जाती है जो डार्क चॉकलेट, मिल्क चॉकलेट और व्हाइट चॉकलेट कहलाती है. अलग-अलग तरह की चॉकलेट में अलग मात्रा में कोको बटर, शक्कर, फैट और दूध मिलाया जाता है. अलग-अलग चॉकलेट खाने से शरीर में अलग तरह का असर होता है. लेकिन अगर मोटे तौर पर देखें तो चॉकलेट खाने के कुछ देर बाद शरीर ऐसे बदलता है...
1. 10 मिनट बाद
चॉकलेट का पहला टुकड़ा मुंह में रखने से 10 मिनट के अंदर कई लोग पूरी चॉकलेट खत्म कर देते हैं. इसका कारण ये है कि जब हम ये खाते हैं तो हमारा दिमाग डोपामाइन और एंडोर्फिन्स जैसे हार्मोन पैदा करता है जो तब पैदा होते हैं जब हम प्यार में होते हैं. या बहुत खुश होते हैं. इसलिए खाने के तुरंत बाद शरीर को अच्छा लगने लगता है और मूड बेहतर हो जाता है.
2. चॉकलेट खाने के 20 मिनट बाद..
चॉकलेट खाने के 20 मिनट बाद शरीर में शक्कर की मात्रा बढ़ जाएगी. जब ब्लड शुगर लेवल बढ़ेगा तो आंतों से इंसुलिन पैदा होगा जो शक्कर को एनर्जी में तब्दील कर देगा. हालांकि, इसका कुछ हिस्सा लिवर पर भी जाएगा जो फैट के रूप में स्टोर हो जाएगा. कुछ हार्मोन्स भी इस प्रक्रिया में बनते हैं जो हार्ट रेट तेज कर देते हैं. इससे कुछ हद तक ब्लड प्रेशर बढ़ेगा और पसीना आएगा.
3. 40 मिनट बाद..
चॉकलेट में कोको बीन्स रहती हैं और कोको बीन्स में कैफाइन. शरीर में शक्कर की मात्रा तो बढ़ेगी, लेकिन कैफाइन भी बढ़ेगा. इंसुलिन की वजह से शक्कर की मात्रा शरीर में कम होगी और क्योंकि हार्मोन्स ओवरटाइम काम कर रहे हैं इसलिए थोड़ा आलस आएगा. कुछ लोगों को नींद भी आती है, किसी बीपी के मरीज को हल्का सिर दर्द भी हो सकता है (सिर्फ कुछ लोगों को). कैफाइन अपना काम करेगा और ये सभी बैलेंस करने की कोशिश करेगा.
4. 60 मिनट बाद...
ये निर्भर करेगा कि आपका शरीर किस तरह से कैफाइन पर असर करता है और इसके बाद ही इंसान को यूरिन आती है.
यानि चॉकलेट खाने के 1 घंटे बाद आपको शरीर में फैट बढ चुका है, बीपी बढ़कर घट चुका है. शरीर थोड़ा सा थक चुका है और हार्मोन्स ने अपना काम कर दिया है.
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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.