अगर आपसे पूछा जाए कि आपका बच्चा कब आपके पीरियड के बारे में समझने लायक हो जाएगा तो आपका जवाब क्या होगा? शायद आपके लिए इसका जवाब देना आसान ना हो. सबसे पहले तो लड़कियों और लड़कों के लिए ये अलग-अलग होगी. दूसरी एक और सवाल....कोई भी मां अपने बच्चे को ये कैसे समझाएगी कि पीरियड एक आम बात है और शरीर का एक हिस्सा है?
दरअसल, बात कुछ ऐसी है कि ऑस्ट्रेलिया में एक 5 साल के बच्चे ने अपने परिवार की तस्वीर बनाई. तस्वीर तो बनाई और साथ ही साथ मां के पीरियड की ड्राइंग भी कर दी. ये किस्सा है ऑस्ट्रेलिया का और मां ने अपने बच्चे के द्वारा बनाई हुई तस्वीर को फेसबुक पर शेयर किया और ये लिखा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि इसके कारण उन्हें शर्मिंदा होना चाहिए या फिर गर्व करना चाहिए.
मेरे हिसाब से इस बात पर शर्मिंदा होने की जगह उस बच्चे को ये बताना चाहिए कि पीरियड कितनी आम चीज है और किस तरह से इसे अपमान की स्थिति या बीमारी नहीं समझना चाहिए. अगर कोई बच्चा इस तरह की चीज समझ रहा है तो उसे इसके बारे में जानकारी देने की जरूरत है. ये सही है कि इस तरह के सवाल का जवाब किस तरह से दिया जाए ये आपके ऊपर निर्भर करता है. इसी के साथ, ये भी तय नहीं किया जा सकता कि आखिर किस उम्र में इस तरह के सब्जेक्ट की जानकारी दी जाए, लेकिन अगर किसी बच्चे को पहले से ही इसके बारे में पता है तो उसे गलत जानकारी देना या किसी भी तरह की कहानी बनाना शायद सही नहीं होगा.
इस पोस्ट को शेयर करने वाली महिला पेनी को कई फेसबुक यूजर्स ने रिप्लाई दिया और अपने-अपने एक्सपीरियंस के बारे में बताया. किसी ने कहा कि उनके 3 साल के बच्चे ने पीरियड के बारे में कोई सवाल पूछा तो किसी का कहना था कि उनका 4 साल का बेटा भी इसी तरह की तस्वीर बनाता है.
ये सही है कि इस जटिलता को उतनी कम उम्र में पूरी तरह से नहीं बताया जा सकता है, लेकिन...
अगर आपसे पूछा जाए कि आपका बच्चा कब आपके पीरियड के बारे में समझने लायक हो जाएगा तो आपका जवाब क्या होगा? शायद आपके लिए इसका जवाब देना आसान ना हो. सबसे पहले तो लड़कियों और लड़कों के लिए ये अलग-अलग होगी. दूसरी एक और सवाल....कोई भी मां अपने बच्चे को ये कैसे समझाएगी कि पीरियड एक आम बात है और शरीर का एक हिस्सा है?
दरअसल, बात कुछ ऐसी है कि ऑस्ट्रेलिया में एक 5 साल के बच्चे ने अपने परिवार की तस्वीर बनाई. तस्वीर तो बनाई और साथ ही साथ मां के पीरियड की ड्राइंग भी कर दी. ये किस्सा है ऑस्ट्रेलिया का और मां ने अपने बच्चे के द्वारा बनाई हुई तस्वीर को फेसबुक पर शेयर किया और ये लिखा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि इसके कारण उन्हें शर्मिंदा होना चाहिए या फिर गर्व करना चाहिए.
मेरे हिसाब से इस बात पर शर्मिंदा होने की जगह उस बच्चे को ये बताना चाहिए कि पीरियड कितनी आम चीज है और किस तरह से इसे अपमान की स्थिति या बीमारी नहीं समझना चाहिए. अगर कोई बच्चा इस तरह की चीज समझ रहा है तो उसे इसके बारे में जानकारी देने की जरूरत है. ये सही है कि इस तरह के सवाल का जवाब किस तरह से दिया जाए ये आपके ऊपर निर्भर करता है. इसी के साथ, ये भी तय नहीं किया जा सकता कि आखिर किस उम्र में इस तरह के सब्जेक्ट की जानकारी दी जाए, लेकिन अगर किसी बच्चे को पहले से ही इसके बारे में पता है तो उसे गलत जानकारी देना या किसी भी तरह की कहानी बनाना शायद सही नहीं होगा.
इस पोस्ट को शेयर करने वाली महिला पेनी को कई फेसबुक यूजर्स ने रिप्लाई दिया और अपने-अपने एक्सपीरियंस के बारे में बताया. किसी ने कहा कि उनके 3 साल के बच्चे ने पीरियड के बारे में कोई सवाल पूछा तो किसी का कहना था कि उनका 4 साल का बेटा भी इसी तरह की तस्वीर बनाता है.
ये सही है कि इस जटिलता को उतनी कम उम्र में पूरी तरह से नहीं बताया जा सकता है, लेकिन अगर बच्चा कुछ समझ रहा है तो उसे थोड़ी जानकारी देना या सिर्फ ये ही बता देना की ये नॉर्मल है और कोई गलत बात नहीं काफी होगा.
मेरी एक सहेली की बेटी ने भी इसी तरह का कुछ किया था. अपने परिवार वालों के सामने उसकी 3 साल की बेटी ये कह रही थी कि मां किचन में नहीं जाएगी वो गंदी है. कारण ये था कि मेरी सहेली की सास ने उसकी बच्ची को ये समझाया था कि ये गंदगी है. तो क्या उस छोटी सी बच्ची के मन में इसको लेकर गलत जानकारी भरना सही थी? क्या उस छोटी सी बच्ची को ये समझाना सही नहीं होगा कि ये बहुत आम बात है और मां को आराम चाहिए इसलिए वो किचन में नहीं है?
ये सिर्फ विदेश और भारत की बात नहीं है बल्कि बच्चों को ये समझाने की बात है कि आखिर पीरियड को एक आम चीज समझा जाए. जिन लोगों ने पेनी के पोस्ट पर कमेंट किया है वो इस बात को सराह भी रहे हैं कि पेनी एक ऐसे बेटे को बड़ा कर रही हैं जो महिलाओं के शरीर को समझता है और ये मानता है कि पीरियड एक आम बात है. शायद इसी तरह की पहल हर मां को करनी चाहिए ताकि बड़े होकर ये बच्चे एक ऐसे समाज की रचना कर पाएं जहां पीरियड को गंदगी ना माना जाए.
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