क्या वेस्टर्न ड्रेस पहनने वाली महिला ही मॉडर्न (modern woman definition) होती है? साड़ी (saree) पहनने वाली नहीं? दिल्ली में एक महिला को रेस्त्रां (delhi restaurant) के अंदर नहीं जाने दिया गया क्योंकि उसने साड़ी पहनी थीं. रेस्त्रां का कहना था कि महिला ने स्मार्ट कैजुअल ड्रेस कोड का पालन नहीं किया था. उन्होंने साड़ी पहनी थी और साड़ी स्मार्ट कैजुअल में नहीं आती. क्या उन्हें साड़ी पहनी महिला स्मार्ट नहीं लगीं...यह घटना बताती है कि लोग मॉडर्न को कितना गलत समझते हैं.
कुछ लोगों के लिए मॉडर्न वुमन फैशनेबल होने से है. कुछ के लिए बिंदास होने से है, कुछ के लिए सिर्फ अपने बारे में सोचने वाली से है तो कुछ के लिए शॉर्ट ड्रेसेस पहनकर देर रात तक घर से बाहर घूमने वाली महिला से है. कुछ लोग कहते हैं कि मॉडर्न महिला परिवार से पहले अपने करियर की फिक्र करने वाली होती है जबकि ऐसा नहीं है.
असल में मॉडर्न महिला की पहचान उसके पहनावे से नहीं बल्कि उसके सोचने के नजरिए और जिंदगी जीने के तरीके से है. एक मॉडर्न महिला के आलमारी में जींस से लेकर साड़ी तक होती है. किसने कहा कि कोई मॉडर्न महिला साड़ी नहीं पहनती? मॉडर्न महिला परिवार का ख्याल नहीं रखती, वह परिवार की देखभाल नहीं करती और खाना नहीं बनाती? मॉडर्न महिला को लेकर बहुत सारी नकारात्मक बातें फैलाई गईं है जो सही नहीं है.
मॉडर्न महिला की पहचान सिर्फ उसके पहनावे, उसके लिपिस्टिक और पेंसिल हाई हील से नहीं है. मॉडर्न महिला तो किसी और के लिए नहीं बल्कि खुद के लिए संवरती है वो भी अपने तरीके से. उसके लिए कोई और तय नहीं करता कि क्या पहनना है और क्या नहीं. लोगों को लगता है कि जींस पहनने वाली, हेटर स्टाइल बनाने वाली महिला की मॉडर्न...
क्या वेस्टर्न ड्रेस पहनने वाली महिला ही मॉडर्न (modern woman definition) होती है? साड़ी (saree) पहनने वाली नहीं? दिल्ली में एक महिला को रेस्त्रां (delhi restaurant) के अंदर नहीं जाने दिया गया क्योंकि उसने साड़ी पहनी थीं. रेस्त्रां का कहना था कि महिला ने स्मार्ट कैजुअल ड्रेस कोड का पालन नहीं किया था. उन्होंने साड़ी पहनी थी और साड़ी स्मार्ट कैजुअल में नहीं आती. क्या उन्हें साड़ी पहनी महिला स्मार्ट नहीं लगीं...यह घटना बताती है कि लोग मॉडर्न को कितना गलत समझते हैं.
कुछ लोगों के लिए मॉडर्न वुमन फैशनेबल होने से है. कुछ के लिए बिंदास होने से है, कुछ के लिए सिर्फ अपने बारे में सोचने वाली से है तो कुछ के लिए शॉर्ट ड्रेसेस पहनकर देर रात तक घर से बाहर घूमने वाली महिला से है. कुछ लोग कहते हैं कि मॉडर्न महिला परिवार से पहले अपने करियर की फिक्र करने वाली होती है जबकि ऐसा नहीं है.
असल में मॉडर्न महिला की पहचान उसके पहनावे से नहीं बल्कि उसके सोचने के नजरिए और जिंदगी जीने के तरीके से है. एक मॉडर्न महिला के आलमारी में जींस से लेकर साड़ी तक होती है. किसने कहा कि कोई मॉडर्न महिला साड़ी नहीं पहनती? मॉडर्न महिला परिवार का ख्याल नहीं रखती, वह परिवार की देखभाल नहीं करती और खाना नहीं बनाती? मॉडर्न महिला को लेकर बहुत सारी नकारात्मक बातें फैलाई गईं है जो सही नहीं है.
मॉडर्न महिला की पहचान सिर्फ उसके पहनावे, उसके लिपिस्टिक और पेंसिल हाई हील से नहीं है. मॉडर्न महिला तो किसी और के लिए नहीं बल्कि खुद के लिए संवरती है वो भी अपने तरीके से. उसके लिए कोई और तय नहीं करता कि क्या पहनना है और क्या नहीं. लोगों को लगता है कि जींस पहनने वाली, हेटर स्टाइल बनाने वाली महिला की मॉडर्न है जो की सरासर गलत है. मॉडर्न महिला का पहनावे से लेना-देना नहीं है.
असल में मॉडर्न महिला तो वो है जो दिमाग से सही दिशा में ब्रॉड हो, ना की उसके पहनावे और ड्रेस से हो. जो महिलाओं को नुकसान होने वाली या हकमारी वाली वाले रूढ़िवादी सोच के खिलाफ हो. दकियानुसी परंपराओं के ख़्याल को लोगों के दिमाग़ से निकालने वाली महिला ही सही मायने में मॉर्डन है.
जो अपने अधिकारों की बात करती हो, जो अपने परिवार को आगे बढ़ाने के साथ खुद को भी आगे बढ़ाती हो वही मॉडर्न महिला है. उसका मन वो जो चाहें पहन सकती हैं, आखिर कोई और यह फैसला क्यों लेगा कि एक महिला क्या पहनें. स्मार्ट कैज़ुअल पोशाक का मुख्य उद्देश्य स्मार्ट, होशियार और साफ-सुथरा दिखना है. चाहें कोई महिला साड़ी पहने या स्कर्ट, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.
मॉडर्न महिला मतलब पतली, लंबी, सुंदर होने से नहीं है. बल्कि उससे है जो अपनी जिंदगी आपने अनुसार जी सके. जो समाज के बनाए गए पिछड़ी सोच को नकार सके. जो सेल्फ डिपेंडेंट हो और इंडिपेंडेंट हो. जो अपने साथ गलत होने पर बेझिझक होकर आवाज उठा सके.
दरअसल, हमारे समाज मैं कई ऐसे नियम बनाए गए हैं जिसका कोई अर्थ नहीं है. जेसे शादी के बाद काला कपड़ा नहीं पहनना है, दुल्हन को लाल पोशाक ही पहनना है लेकिन दूल्हा जो चाहे पहन सकता है.
मॉडर्न महिला अपने परिवार की साथ चाहती है लेकिन जरूरत पड़ने पर वो अकेले अपने बच्चों की सिंगल मदर बनकर उनकी परवरिश भी कर सकती है. मॉडर्न महिला वो है जो साड़ी तो पहनती है लेकिन उससे अपने शरीर पर लगे चोट के निशान नहीं छिपाती.
मॉडर्न वुमन वो है जो अपनी पहचान कायम रखती है. मॉडर्न वुमन के लिए बिंदी, सिंदूर उसका श्रृंगार है शादीशुदा होने का लाइसेंस नहीं...और हां मॉडर्न वुमन साड़ी पहनती है, गजरे लगाती है और लिपिस्टिक भी. मॉडर्न महिला गांव की भी हो सकती है और शहर की भी...
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