2018 शुरू हो गया है और बहुत से लोगों ने अपने वजन कम करने के रूटिन को थोड़ा और तेज़ कर दिया है (कुछ दिन के लिए ही सही). इसी बीच पीजी में रहने वाली मेरी एक सहेली ने कीटोजेनिक (Ketogenic) डायट शुरू की. उसके हिसाब से इस डायट में एक दिन में एक किलो वजन कम हो जाता है. भारतीयों के लिए अलग से कीटो डायट प्लान भी है. एक हफ्ते तक डायट करने के बाद वाकई उसने काफी वजन कम कर लिया, लेकिन इससे उसकी सेहत पर क्या असर पड़ा?
क्या है कीटो डायट?
कीटो डायट एक फैट से भरपूर डायट है जिसमें कार्बोहाइड्रेट्स को शरीर में कम से कम पहुंचाया जाता है. आसान भाषा में इस डायट में ऐसा खाना खाया जाता है जिसमें 70 से 80 प्रतिशत फैट, 10-20 प्रतिशत प्रोटीन और सिर्फ 5 प्रतिशत कार्ब्स होते हैं. जब हम उपास रखते हैं या किसी तरह की डायट करते हैं तो शरीर में एनर्जी के लिए स्टोर किया हुआ फैट या यू कहें चर्बी को पिघला कर एनर्जी सोर्स बनाया जाता है. और यही कारण है कि डायट करने पर वजन कम होता है. बिना सही मात्रा के ग्लूकोज और प्रोटीन के शरीर कीटोसिस नामक प्रक्रिया करता है और हमारे फैट को पिघलाकर एनर्जी बनाई जाती है जो शरीर के अन्य हिस्सों में पहुंचाई जाती है.
कैसे ये बाकी डायट्स से अलग है?
इस डायट के बाद ज्यादा भूख नहीं लगती है. अक्सर आम डायट में लोगों को भूख का अहसास होता है और इसीलिए डायट प्लान कभी पूरा नहीं हो पाता, लेकिन अगर कीटो डायट की बात करें तो इसमें ज्यादा भूख नहीं लगती है. कीटो डायट में तो अंडे, मांस, जूस, चीज़, मक्खन, मछली सभी खाया जा सकता है.
क्या हैं फायदे?
- इस डायट से मुंहासों पर फर्क पड़ता है.- इस डायट से वजन काफी जल्दी कम होता है. - कोलेस्ट्रॉल और ब्लडप्रेशर सही रहता है.- ज्यादा भूख नहीं लगती.- ध्यान सही...
2018 शुरू हो गया है और बहुत से लोगों ने अपने वजन कम करने के रूटिन को थोड़ा और तेज़ कर दिया है (कुछ दिन के लिए ही सही). इसी बीच पीजी में रहने वाली मेरी एक सहेली ने कीटोजेनिक (Ketogenic) डायट शुरू की. उसके हिसाब से इस डायट में एक दिन में एक किलो वजन कम हो जाता है. भारतीयों के लिए अलग से कीटो डायट प्लान भी है. एक हफ्ते तक डायट करने के बाद वाकई उसने काफी वजन कम कर लिया, लेकिन इससे उसकी सेहत पर क्या असर पड़ा?
क्या है कीटो डायट?
कीटो डायट एक फैट से भरपूर डायट है जिसमें कार्बोहाइड्रेट्स को शरीर में कम से कम पहुंचाया जाता है. आसान भाषा में इस डायट में ऐसा खाना खाया जाता है जिसमें 70 से 80 प्रतिशत फैट, 10-20 प्रतिशत प्रोटीन और सिर्फ 5 प्रतिशत कार्ब्स होते हैं. जब हम उपास रखते हैं या किसी तरह की डायट करते हैं तो शरीर में एनर्जी के लिए स्टोर किया हुआ फैट या यू कहें चर्बी को पिघला कर एनर्जी सोर्स बनाया जाता है. और यही कारण है कि डायट करने पर वजन कम होता है. बिना सही मात्रा के ग्लूकोज और प्रोटीन के शरीर कीटोसिस नामक प्रक्रिया करता है और हमारे फैट को पिघलाकर एनर्जी बनाई जाती है जो शरीर के अन्य हिस्सों में पहुंचाई जाती है.
कैसे ये बाकी डायट्स से अलग है?
इस डायट के बाद ज्यादा भूख नहीं लगती है. अक्सर आम डायट में लोगों को भूख का अहसास होता है और इसीलिए डायट प्लान कभी पूरा नहीं हो पाता, लेकिन अगर कीटो डायट की बात करें तो इसमें ज्यादा भूख नहीं लगती है. कीटो डायट में तो अंडे, मांस, जूस, चीज़, मक्खन, मछली सभी खाया जा सकता है.
क्या हैं फायदे?
- इस डायट से मुंहासों पर फर्क पड़ता है.- इस डायट से वजन काफी जल्दी कम होता है. - कोलेस्ट्रॉल और ब्लडप्रेशर सही रहता है.- ज्यादा भूख नहीं लगती.- ध्यान सही से लगता है.
पर क्या ये सही है?
कीटो डायट भारत सहित कई देशों में काफी लोकप्रिय हो रही है. लोग इस डायट से कई किलो बहुत ही कम दिन में कम कर रहे हैं, लेकिन अगर सेहत से जुड़े इसके असर को देखा जाए तो ये उतना अच्छा नहीं है.
यूएस बेस्ट डायट लिस्ट में सबसे नीचे...
.S. News और World Report द्वारा जारी की गई 2018 की बेस्ट डायट लिस्ट में कीटो डायट सबसे नीचे है. इसका नाम इसलिए लिस्ट में है क्योंकि ये डायट आम लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है.
क्या कहते हैं डॉक्टर...
कीटो डायट वाकई बहुत जल्दी वजन कम करने के लिए बनाई गई है, लेकिन अगर गौर किया जाए तो इस डायट में जरूरी पोषण शरीर को कम मिलता है. डॉक्टरों के मुताबिक जिन लोगों को डायबिटीज हो या फिर दिल या किडनी की कोई समस्या हो तो उन्हें कीटो डायट नहीं करनी चाहिए. कारण ये है कि इस डायट से शरीर को काफी कम मात्रा में कार्बोहाइड्रेट मिलते हैं. इस डायट में फैटी फूड्स भी खाए जाते हैं और इसलिए कुछ लोगों के लिए ये घातक साबित हो सकती है. इस डायट को पिछले कई सालों से एपिलेप्सी (दिमाग से जुड़ी एक बीमारी) के मरीजों को दिया जा रहा था. ये उनके इलाज के लिए तो फायदेमंद है, लेकिन अन्य कई बीमारियों से ग्रसित मरीजों के लिए घातक.
तो कुल मिलाकर अगर आप डायट कर रहे हैं तो एक बार डाइटीशियन से संपर्क करें. डायट के साथ वजन कम करने के लिए एक्सरसाइज भी करें. कीटो डायट अगर करने जा रहे हैं तो एक बार अपनी मेडिकल हिस्ट्री को देख लें. ऐसे केस भी सामने आए हैं जहां कीटो डायट के कारण लोगों में काफी कमजोरी आ गई है.
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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.