जैडा पिंकेट स्मिथ (jada pinkett smith) के बारे में सच बताऊं तो मैं ठीक से जानती भी नहीं थी. मुझे ऑस्कर 2022 में इनकी फोटो देखकर लगा कि यह इनका फैशन स्टाइल है. मुझे नहीं पथा कि ये एलोपेसिया नामक बीमारी से पीड़ित हैं, जिसके कारण बाल झड़ जाते हैं. हां मै विल स्मिथ (will smith) की फिल्में देखती हूं, इसलिए उन्हें जानती हूं.
मुझे सबसे अधिक 'मेन इन ब्लैक' फिल्म पसंद है. सोच रही थी काश, इस फिल्म की वह जादुई छड़ी सच में होती तो स्मिथ अपनी पत्नी जैडा पिंकेट की उस पल को मिटा देते जब भरी सभा में उनके गंजेपन का मजाक उड़ाया गया. अफसोस वह फिल्म में थी, असलियत की जिंदगी में क्रिस रॉक को थप्पड़ मारने के बाद विल स्मिथ ने अपनी गलती के लिए माफी मांग ली है.
उन्हें शायद थप्पड़ नहीं मारना चाहिए था, लेकिन इस घटना के बाद हमारा ध्यान जब जैडा पिंकेट स्मिथ के चेहरे के रिएक्शन पर पड़ा तो समझ आया, कि उन्हें अपने ऊपर बनाए गए इस मजाक का कितना बुरा लगा. जिसे उन्होंने क्या बकवास है जैसे रिएक्शन देकर खत्म करना चाहा.
असल में स्टेज कोई भी हो, महिला कोई भी हो लेकिन किसी की भी बीमारी का मजाक नहीं बनाना चाहिए. हमें नहीं पता कि वह किस तकलीफ से गुजर रहा है. हमें उसे जज करने का भी कोई अधिकार नहीं है, इतनी सी बात ऑस्कर से बड़े स्टेज पर लोग नहीं समझ पाए.
इस घटना के बाद मैंने जैडा पिंकेट स्मिथ के बारे में जानने की कोशिश की. उनकी कई तस्वीरें देखीं, इंस्टाग्राम पर कई वीडियो देखे. उनके बारे में जानने के बाद मेरे मन में सबसे पहला ख्याल यही आया कि क्या आत्मविश्वास से लबरेज महिला है. मेरे मन में...
जैडा पिंकेट स्मिथ (jada pinkett smith) के बारे में सच बताऊं तो मैं ठीक से जानती भी नहीं थी. मुझे ऑस्कर 2022 में इनकी फोटो देखकर लगा कि यह इनका फैशन स्टाइल है. मुझे नहीं पथा कि ये एलोपेसिया नामक बीमारी से पीड़ित हैं, जिसके कारण बाल झड़ जाते हैं. हां मै विल स्मिथ (will smith) की फिल्में देखती हूं, इसलिए उन्हें जानती हूं.
मुझे सबसे अधिक 'मेन इन ब्लैक' फिल्म पसंद है. सोच रही थी काश, इस फिल्म की वह जादुई छड़ी सच में होती तो स्मिथ अपनी पत्नी जैडा पिंकेट की उस पल को मिटा देते जब भरी सभा में उनके गंजेपन का मजाक उड़ाया गया. अफसोस वह फिल्म में थी, असलियत की जिंदगी में क्रिस रॉक को थप्पड़ मारने के बाद विल स्मिथ ने अपनी गलती के लिए माफी मांग ली है.
उन्हें शायद थप्पड़ नहीं मारना चाहिए था, लेकिन इस घटना के बाद हमारा ध्यान जब जैडा पिंकेट स्मिथ के चेहरे के रिएक्शन पर पड़ा तो समझ आया, कि उन्हें अपने ऊपर बनाए गए इस मजाक का कितना बुरा लगा. जिसे उन्होंने क्या बकवास है जैसे रिएक्शन देकर खत्म करना चाहा.
असल में स्टेज कोई भी हो, महिला कोई भी हो लेकिन किसी की भी बीमारी का मजाक नहीं बनाना चाहिए. हमें नहीं पता कि वह किस तकलीफ से गुजर रहा है. हमें उसे जज करने का भी कोई अधिकार नहीं है, इतनी सी बात ऑस्कर से बड़े स्टेज पर लोग नहीं समझ पाए.
इस घटना के बाद मैंने जैडा पिंकेट स्मिथ के बारे में जानने की कोशिश की. उनकी कई तस्वीरें देखीं, इंस्टाग्राम पर कई वीडियो देखे. उनके बारे में जानने के बाद मेरे मन में सबसे पहला ख्याल यही आया कि क्या आत्मविश्वास से लबरेज महिला है. मेरे मन में यह ख्याल आया कि एक दिन हम लड़कियों के बाल सही से ना बनें तो हम बैड हेयर डे की घोषणा कर देते हैं. एक बार शैंपू करने पर जरा सा बालों को गिरता देख हम चिंता में आ जाते हैं. हमें अपने बाल बहुत प्यारे होते हैं, कोई मजाक में भी जरा सा बाल खींच दे तो मन करता है कि उसका मुंह नोच लें.
ऐसे में जब बाथरूम टब में जैडा पिंकेट के बाल उनके हाथ में आए तो वे कांपने लगी थीं. उन्हें समझ नहीं आया कि उन्हें क्या हुआ है? उन्हें लगा कि कहीं वे किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित तो नहीं हो गईं. अब सोचिए जब उन्हें पता चला होगा कि उन्हें बाल झड़ने की ही बीमारी है, उनके बाल अब एक-एक करके गिर जाएंगे. कैसे लगा होगा, किसी भी महिला का दिल रो देता, लेकिन जैडा उठीं और एक बहादुरी दिखाते हुए अपने बाल ही शेव कर लिए.
उन्होंने इस पर दुखी होने और रोने की बजाय बहादुरी चुना. पुरुष अगर बाल शेव करें तो यह समाज के लिए समान्य सी बात है, वहीं एक महिला को बिना बालों के देखने की हमें आदत नहीं है. हमें सबसे पहले उसे देखकर हंसी आती है. हमें वह बदसूरत लगती है. ऐसा लगता है कि किसी महिला के बाल न होने पर उसकी सारी खूबसूरती चली गई.
मैंने जैडा पिंकेट स्मिथ की सबसे पहली तस्वीर बिना बालों वाली ही देखी और मुझे वह बेहद क्लासी ब्यूटी लगी. जिसके चेहरे पर तेज है. जो आत्मविश्वास से भरी है. गंजे सिर के साथ ऑस्कर में जाने के लिए बड़ी हिम्मत चाहिए. अपनी सच्चाई दुनिया को बताने के लिए जिगरा चाहिए. हम जैसे हैं वैसे ही किसी के सामना आना बहुत बड़ी बात है. जैडा पिंकेट स्मिथ चाहतीं तो उनका मजाक उड़ाने वाले को गाली दे सकती थीं. लेकिन किसी को माफ करने के लिए भी बड़ा दिल चाहिए. यही बातें जैडा को खूबसूरत बनाती हैं. उनके सांवले रंग में चमक है, उनकी आंखें बोलती हैं और वे निडर होकर दुनिया का सामना करती हैं.
आपने जब जैडा पिंकेट स्मिथ को देखा तो क्या ख्याल आया. क्या आपको वह सिर्फ गंजी महिला लगीं, बेचारी लगीं...या फिर एक खूबसूरत योद्धा. खैर, यह अपने-अपने नजरिए का फर्क है. किसी की नजर उनके कपड़ों पर पड़ी, किसी की नजर उनके सिर पर पड़ी...लेकिन उन्हें देखने के बाद उनके चेहरे से नजर हटे तब ना...जैसे यह एक अलग रूप है जिसे साहसपूर्वक जैडा पिंकेट स्मिथ ने अपना लिया है.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.