बिग बॉस (Bigg Boss) देखने का अपना अलग चस्का है, अपनी रूचि है. मगर जो लोग इसे नहीं देखते उनकी अपनी राय है. इसे यह न माना जाए कि ये लोग पिछड़े हैं. इन्हें भी ओटीटी पसंद है मगर बिग बॉस से बैर है. उन लोगों में मैं भी शामिल हूं. मैं भी बिग बॉस नहीं देखती, मैंने इस शो का एक भी एपिसोड नहीं देखा. मुझे यह शो फेक लगता है. ऐसा नहीं है कि मुझे टीवी देखना पसंद नहीं, मैं दूसरे शो या वेब सीरीज बड़े चाव से देखती हूं.
असल में मैंन लोगों से बिग बॉस के बारे में इतना सुन लिया, न्यूज में इतना देख लिया कि इसे देखने की कभी इच्छा ही नहीं हुई. इतना सारा रोना-धोना, बदतमीजी, गाली-गलौज...देखकर इंसान निगेटिव हो जाए. मैं तो यही कहती हूं कि भगवान ने मुझे ऐसे शो से बचाकर बहुत अच्छा किया.
हाल ही में कंगना रनौत टीम ने ट्विट कर पूछा है कि "ऐसे कितने सनातनी भाई बहन है जो आजतक बिग बॉस के एक भी एपिसोड नही देखे हैं...! ऐसे लोगो से जुड़ना चाहती हूं, अपना नाम कमेंट करें , जय श्री राम". इस पोस्ट पर कई लोगों का कमेंट आया है और सैकड़ों लोगों ने रिट्वीट किया है.
इससे पता चलता है कि ऐसे हजारों लोग हैं जो इस शो को नहीं दखते हैं. आज जब गूगल किया तो पता चला कि 16 वां सीजन चालू आहे. मैंने सोचा क्या मैं ही एक ऐसी प्राणी हूं या मेरे जैसे और भी जीव इस दुनिया में रहते हैं.
इसके बाद ही हमने कुछ लोगों से इस शो के बारे में बात की, देखिए उनका क्या कहना है?
आना का कहना है कि मैं इस शो को पहले देखती थी अब नहीं देखती हूं. इसमें पॉलिटिक्स है....
बिग बॉस (Bigg Boss) देखने का अपना अलग चस्का है, अपनी रूचि है. मगर जो लोग इसे नहीं देखते उनकी अपनी राय है. इसे यह न माना जाए कि ये लोग पिछड़े हैं. इन्हें भी ओटीटी पसंद है मगर बिग बॉस से बैर है. उन लोगों में मैं भी शामिल हूं. मैं भी बिग बॉस नहीं देखती, मैंने इस शो का एक भी एपिसोड नहीं देखा. मुझे यह शो फेक लगता है. ऐसा नहीं है कि मुझे टीवी देखना पसंद नहीं, मैं दूसरे शो या वेब सीरीज बड़े चाव से देखती हूं.
असल में मैंन लोगों से बिग बॉस के बारे में इतना सुन लिया, न्यूज में इतना देख लिया कि इसे देखने की कभी इच्छा ही नहीं हुई. इतना सारा रोना-धोना, बदतमीजी, गाली-गलौज...देखकर इंसान निगेटिव हो जाए. मैं तो यही कहती हूं कि भगवान ने मुझे ऐसे शो से बचाकर बहुत अच्छा किया.
हाल ही में कंगना रनौत टीम ने ट्विट कर पूछा है कि "ऐसे कितने सनातनी भाई बहन है जो आजतक बिग बॉस के एक भी एपिसोड नही देखे हैं...! ऐसे लोगो से जुड़ना चाहती हूं, अपना नाम कमेंट करें , जय श्री राम". इस पोस्ट पर कई लोगों का कमेंट आया है और सैकड़ों लोगों ने रिट्वीट किया है.
इससे पता चलता है कि ऐसे हजारों लोग हैं जो इस शो को नहीं दखते हैं. आज जब गूगल किया तो पता चला कि 16 वां सीजन चालू आहे. मैंने सोचा क्या मैं ही एक ऐसी प्राणी हूं या मेरे जैसे और भी जीव इस दुनिया में रहते हैं.
इसके बाद ही हमने कुछ लोगों से इस शो के बारे में बात की, देखिए उनका क्या कहना है?
आना का कहना है कि मैं इस शो को पहले देखती थी अब नहीं देखती हूं. इसमें पॉलिटिक्स है. फेवरिटिजम् हैं. यह शो अब बोरिंग लगता है. यह काफी बायस्ड शो है, जिसमें लोगों का फेवर किया जाता है.
प्रिया का कहना है कि 7-8 सीजन तक देखती थी. फिर देखना बंद कर दिया. बहुत कलेशी शो है. इसे देखना अब टाइम वेस्ट लगता है. तो फिर देखकर अपना दिमाग क्यों खराब करना.
आभा कहती हैं कि बिग बॉस देखने का टाइम किसके पास है? इससे अच्छा तो मैं उस समय में अपनी नींद पूरी कर लूं.
अनुज का कहना है कि मैं सलमान खान का कोई शो नहीं देखता. वजह सिर्फ सलमान नहीं है. मुझे बिग बॉस के पिछले दो सीजन बहुत की बकवास लगे. अब तो पता भी नहीं है कि क्या चल रहा है?
भव्या कहती हैं कि नहीं देखती, क्योंकि सब लोग बहुत खराब लगते हैं. लोग अपनी जिंदगी मैं वैसे ही परशान हैं फिर अब टीवी शो पर भी कलेश देखने का मन नहीं करता.
हीना भी ये शो नहीं देखती. उसे लगता है कि बिना वजह सब चिल्ला-चिल्ला कर लड़ते रहते हैं. कभी गलती से देख लूं तो बहुत चिढ़ होती है. कहने को तो ये रियलिटी शो है लेकिन अब सब स्क्रिप्टेड रहता है, बस सब ड्रामा है.
सिया कहती हैं कि मैं बिगबॉस बिल्कुल भी देखना पसंद नहीं करती, क्योंकि इसमें अभद्र शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है. पूरी निजी ज़िंदगी को लोगों के सामने खोल कर रख दिया जाता है. एक टीवी शो जिसमें मारपीट तक की नौबत आ जाए, एक दूसरे पर खूब आरोप लगाये जाए, ऐसे प्रोग्राम को देखने से क्या फायदा? इसमें विजेता की जीत किस आधार पर होता है? यह तो समझ से परे है.
निया का कहना है कि मैं नई देखती. बकवास लगता एकदम समय की बर्बादी है. एंटरटेनमेंट भी नहीं होता. इसे अच्छा तो कई पुरानी सीरीज ही देख लूं.
निशांत का कहना है कि नही मैं बिग बॉस नहीं देखता. बिग बॉस में मनोरंजन के नाम पर लड़ाई झगड़े, गालियां और एक हद तक सिर्फ नंगापन दिखा रहे हैं. जिसमें मनोरंजन गायब है औऱ सिर्फ अश्लीलता है. जिसे अपने परिवार के साथ आप बिल्कुल नहीं देख सकते. आज के समय में जहां हम एकल जीवन की ओर बढ़ते जा रहे है, बिग बॉस उसे बढ़ने में और हमारी संस्कृति और सोच को मिटाकर खुला नंगापन को बढ़ावा देने का काम कर रहा है.
वैसे अगर आपको यह शो पसंद है तो देखिए, हम मना नहीं कर रहे हैं. अब बिना देखे तो टीआरपी आती नहीं है. कई लोग बिग बॉस के फैन हैं. वे इसका एक भी एपिसोड मिस नहीं करना चाहते हैं. कई सारे लोग इसे सिर्फ मनोरंजन के लिए देखते हैं. कई सारे लोग इससे काफी कुछ सीखते हैं. कई सारे लोगों का कहना है कि हां वे बिग बॉस देखते हैं लेकिन इसका उनकी पर्सनल जिंदगी से कोई वास्ता नहीं है. जो लोग देखते हैं उन्हें सफाई देने की जरूरत नहीं है. इसे देखने वाले को हम जज नहीं करने वाले हैं. तो अब आप बताइए आप ये शो देखते हैं की नहीं???
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.