Anupama serial के चर्चे घर से लेकर ऑफिस तक होते हैं. घरेलू (Housewife) से लेकर कामकाजी महिलाएं (working women) तक इस शो को देखना पसंद करती हैं. सिर्फ महिलाएं ही क्यों कुछ पुरुष भी इस नाटक को बड़े चाव से देखते हैं. कई घरों में तो पूरा परिवार साथ में बैठकर इस अनुपमा शो (anupama show) को देखते हैं. बहुत सारी महिलाओं खुद को अनुपमा में देखती हैं.
अनुपमा की ताजा कहानी (Anupama update) यह है कि बड़ी मुश्किलों के बाद वह अपने जिंदगी में आगे बढ़ने का फैसला ले रही है. अनुपमा ने अनुज कपाड़िया के शादी के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है. उसने बड़ी हिम्मत करके अनुज को अपने मन की बात बता दी है कि वह भी उससे शादी करना चाहती है.
ऐसा लग रहा है कि अब अनुपमा सच में आपने बारे में सोच रही है. वह अब अपनी जिंदगी के अगले पड़ाव की तरफ बढ़ने की कोशिश कर रही है लेकिन कहानी में नया मोड़ तब आ गया जब किंजल को गर्भवती हो गई. इसके बाद दादी वाला मोड़ तो समझ आता है लेकिन अनुपमा को दोबोरा शाह परिवार में रहने वाली बात दर्शकों को पच नहीं पाई.
मतलब अब लीला और राखी दवे चाहते हैं कि अनुपमा किंजल की देखभाल के लिए शाह परिवार में रहे. यानी अब अनुज और अनुपमा की शादी टल जाएगी. अनुपमा फिर से उसी दलदल में फंस जाएगी जहां से वह बड़ी मुश्किल से निकल पाई थी. उसे हमेशा दूसरों के लिए फर्ज निभाने वाली महिला ही समझा जाता रहेगा. ऐसे में उसकी जिंदगी वहीं रुक जाएगी. उसकी सारी लड़ाई, सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा.
लोग अनुपमा शो का बायकॉट इसलिए नहीं कर रहे हैं कि वह दादी बनने की उम्र में शादी करना चाहती है बल्कि...
Anupama serial के चर्चे घर से लेकर ऑफिस तक होते हैं. घरेलू (Housewife) से लेकर कामकाजी महिलाएं (working women) तक इस शो को देखना पसंद करती हैं. सिर्फ महिलाएं ही क्यों कुछ पुरुष भी इस नाटक को बड़े चाव से देखते हैं. कई घरों में तो पूरा परिवार साथ में बैठकर इस अनुपमा शो (anupama show) को देखते हैं. बहुत सारी महिलाओं खुद को अनुपमा में देखती हैं.
अनुपमा की ताजा कहानी (Anupama update) यह है कि बड़ी मुश्किलों के बाद वह अपने जिंदगी में आगे बढ़ने का फैसला ले रही है. अनुपमा ने अनुज कपाड़िया के शादी के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है. उसने बड़ी हिम्मत करके अनुज को अपने मन की बात बता दी है कि वह भी उससे शादी करना चाहती है.
ऐसा लग रहा है कि अब अनुपमा सच में आपने बारे में सोच रही है. वह अब अपनी जिंदगी के अगले पड़ाव की तरफ बढ़ने की कोशिश कर रही है लेकिन कहानी में नया मोड़ तब आ गया जब किंजल को गर्भवती हो गई. इसके बाद दादी वाला मोड़ तो समझ आता है लेकिन अनुपमा को दोबोरा शाह परिवार में रहने वाली बात दर्शकों को पच नहीं पाई.
मतलब अब लीला और राखी दवे चाहते हैं कि अनुपमा किंजल की देखभाल के लिए शाह परिवार में रहे. यानी अब अनुज और अनुपमा की शादी टल जाएगी. अनुपमा फिर से उसी दलदल में फंस जाएगी जहां से वह बड़ी मुश्किल से निकल पाई थी. उसे हमेशा दूसरों के लिए फर्ज निभाने वाली महिला ही समझा जाता रहेगा. ऐसे में उसकी जिंदगी वहीं रुक जाएगी. उसकी सारी लड़ाई, सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा.
लोग अनुपमा शो का बायकॉट इसलिए नहीं कर रहे हैं कि वह दादी बनने की उम्र में शादी करना चाहती है बल्कि इसलिए कर रहे हैं कि उसकी अनुज से शादी रूक जाएगी. चलो इतना तो है कि समाज के लोगों ने सीरियल में एक 45 साल की तलाकशुदा महिला की दोबारा शादी को अपना लिया है. अब असल जिंदगी में भी बदलाव हो रहा है. यह इशारा है कि महिलाओं को लेकर अब लोगों की सोच सकारात्म रूप में बदल रही है.
असल में इस नाटक में अनुपना को रोते हुए देखकर दर्शक चिढ़ चुके थे. वे चाहते थे कि अनुपमा को एक मजबूत महिला के रूप में दिखाया जाए लेकिन वह हर वक्त दूसरों की मदद करती दिख रही थी, तलाक के बाद परेशान दिख रही थी वह उदास दिख रही थी और लोगों को लंबे-लंबे भाषण देती दिख रही थी. लोगों को मेकर्स से इस बात ही उम्मीद थी कि अब अनुपमा को उसकी जिंदगी में आगे बढ़ते हुए दिखाया जाएगा.
दरअसल, अनुपमा में आखिर कुछ तो बात है कि एक रोती हुई और उदास चेहरे वाली महिला ने टीआरपी की दुनिया में नंबर 1 का कब्जा कर रखा है. अनुपमां जो एक परफेक्ट गृहिणी थी. उसकी दुनिया सिर्फ उसका पति, सास-ससुर और बच्चे ही थे. वो पति पर पूरा विश्वास करती थी लेकिन उस घर में उसके आत्मविश्वास के हर दिन तोड़ा जाता था. पति को ऑफिस में साथ काम करने वाली लड़की काव्या से प्यार हो जाता है. वह अपने रिश्ते की बात छिपाता है. पत्नी को गंवार समझता है, उसे ताना मारता है और उसे धोखा देता रहता है. इतना ही नहीं अनुपमा को ना सास लीला पसंद करती है और ना उसका बड़ा बेटा पारितोष.
वह तलाक देकर पति से अलग भी हो जाती है लेकिन उसका परिवार उसे हरदम पीछे खींचता रहता है. उस पर चरित्रहीन का दाग तब लगा दिया जाता है जब वह कॉलेज के सहपाठी अनुज कपाड़िया से मिलती है. जो उसे पिछले 25 सालों से एक तरफा प्यार करता है. अब जब वह अनुज के साथ एकनई जिंदगी की शुरुआत कर रही है तो बीच में यह किंजल के लिए उसका कुर्बानी देना दर्शकों को रास नहीं आ रहा है.
दर्शक कह रहे हैं कि मां का फैसला लेने का अधिकार किंजल को देकर अनुपमा ने अपनी प्रगतिशील सोच जाहिर कर दी है, अब बारी किंजल की है कि वह भी अपनी सास को फैसला लेने के लिए कहे...वो भी उसके पक्ष में. मेकर्स फैमिली ड्रामा को रिपीट कर रहे हैं और यह बात अब दर्शक पचा नहीं रहे हैं. दर्शकों का कहना है कि ऐसा लग रहा है कि अनुपमा अनुज या अपने बहू में से किसी एक को चुने...यह गलत है अब तो उसे जीने दो.
खैर, अब देखना है कि क्या मेकर्स अपने दर्शकों की भावना का मान रखते हैं, या फिर अनुपमा को रोते हुए, बेचारी और त्याग की मूर्ति ही दिखाते हैं...वैसे आप क्या चाहते हैं क्या अनुपमा को दूसरी शादी करनी चाहिए या फिर दादी का रोल निभाना चाहिए...वह दादी जो समाज के हिसाब से अपने बारे में सोच ही नहीं सकती...
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