हमें अब यह बात समझ लेनी चाहिए कि मास्क पहनना (mask at home) मजबूरी नहीं जरूरी है. कई लोग आज भी मास्क लगाने को झंझट समझते हैं. अगर लगाते भी हैं तो नाक के नीचे सिर्फ मुंह पर. कभी मास्क ढीला होता है तो कभी बड़ा.
कुछ लोग पुलिस के डर से सिर्फ उनके सामने मास्क लगाते हैं ताकि चलान ना कटें. वहीं कई लोगों का आज भी यह कहना है कि ये कोरोना-वोरोना कुछ नहीं है, ये बस सरकार की चाल है. ऐसे लोगों को तो और ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि ऐसे लोग अपनी और पूरे परिवार की जान जोखिम में डालते हैं.
खैर, अब एक्सपर्ट घर में भी मास्क (wear mask inside home) लगाने की सलाह दे रहे हैं. Covid-19 को लेकर बनाई गई नेशनल टास्क फोर्स (NTF) के हेड डॉक्टर वीके पॉल का कहना है कि “अब समय आ गया है कि लोग घर के अंदर भी मास्क पहनना शुरू कर दें. अगर संक्रमण की चेन को तोड़ना है तो हमें घर के अंदर भी मास्क पहनकर रहना होगा.”
इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि एक्सपर्ट (health expert) घर में भी मास्क पहनने की सलाह क्यों दे रहे हैं. कब आपको घर में मास्क पहनने की जरूरत ज्यादा है. दरअसल, जब कोई संक्रमित व्यक्ति छींकता या खांसता है तो उससे निकली बूंदें दूसरों को भी कोविड-19 पॉजिटिव (covid possitive) कर सकती हैं. अब यह साबित हो चुका है कि ये ड्रॉपलेट्स हवा में मौजूद रहते हैं और यही कण हवा के जरिए संक्रमण फैलाते हैं.
जब कोई बात करता है, चिल्लाता है, छींकता है या खांसता है तो उससे निकलने वाले ड्रॉपलेट्स आसपास मौजूद लोगों के मुंह, आंख या फिर सांस के जरिए शरीर के अंदर पहुंच जाते हैं. इस तरह सामने वाला भी वायरस के संपर्क में आकर संक्रमित (Corona infection) हो जाता है. डॉक्टर पॉल का...
हमें अब यह बात समझ लेनी चाहिए कि मास्क पहनना (mask at home) मजबूरी नहीं जरूरी है. कई लोग आज भी मास्क लगाने को झंझट समझते हैं. अगर लगाते भी हैं तो नाक के नीचे सिर्फ मुंह पर. कभी मास्क ढीला होता है तो कभी बड़ा.
कुछ लोग पुलिस के डर से सिर्फ उनके सामने मास्क लगाते हैं ताकि चलान ना कटें. वहीं कई लोगों का आज भी यह कहना है कि ये कोरोना-वोरोना कुछ नहीं है, ये बस सरकार की चाल है. ऐसे लोगों को तो और ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि ऐसे लोग अपनी और पूरे परिवार की जान जोखिम में डालते हैं.
खैर, अब एक्सपर्ट घर में भी मास्क (wear mask inside home) लगाने की सलाह दे रहे हैं. Covid-19 को लेकर बनाई गई नेशनल टास्क फोर्स (NTF) के हेड डॉक्टर वीके पॉल का कहना है कि “अब समय आ गया है कि लोग घर के अंदर भी मास्क पहनना शुरू कर दें. अगर संक्रमण की चेन को तोड़ना है तो हमें घर के अंदर भी मास्क पहनकर रहना होगा.”
इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि एक्सपर्ट (health expert) घर में भी मास्क पहनने की सलाह क्यों दे रहे हैं. कब आपको घर में मास्क पहनने की जरूरत ज्यादा है. दरअसल, जब कोई संक्रमित व्यक्ति छींकता या खांसता है तो उससे निकली बूंदें दूसरों को भी कोविड-19 पॉजिटिव (covid possitive) कर सकती हैं. अब यह साबित हो चुका है कि ये ड्रॉपलेट्स हवा में मौजूद रहते हैं और यही कण हवा के जरिए संक्रमण फैलाते हैं.
जब कोई बात करता है, चिल्लाता है, छींकता है या खांसता है तो उससे निकलने वाले ड्रॉपलेट्स आसपास मौजूद लोगों के मुंह, आंख या फिर सांस के जरिए शरीर के अंदर पहुंच जाते हैं. इस तरह सामने वाला भी वायरस के संपर्क में आकर संक्रमित (Corona infection) हो जाता है. डॉक्टर पॉल का मानना है कि भारत घनी आबादी वाला देश है. दूसरी लहर में संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है. आज के समय में ऐसे कई लोग हैं, जिनमें वायरस के लक्षण नहीं है, लेकिन वे कोरोना पॉजिटिव (corona positive) हैं.
बिना लक्षण (corona symptoms) वाले लोग ही सबसे ज्यादा खतरनाक हैं. डॉक्टर पॉल के अनुसार, बिना लक्षण वाले लोग जब दूसरों से बात करते हैं तो वो इंफेक्शन फैलाते हैं. ऐसे में पूरा परिवार कोरोना पॉजिटिव हो सकता है. इस तरह लोग घर के अंदर भी संक्रमित हो सकते हैं. दूसरी लहर (covid second wave) में लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कत सांस (breathing problem in corona) लेने में होने वाली परेशानी है. इसके लिए लोगों को ऑक्सीजन (oxcygen) की जरूरत पड़ रही है. इतने बड़े पैमाने पर ऑक्सीजन की कमी को पूरी कर पाने में अभी अस्पताल सक्षम नहीं है.
अस्पतालों में बेड (hospital beds) और ऑक्सीजन की किल्लत है. पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था इस वक्त चरमरा गई है. हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि मास्क पहनकर हम कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ सकते हैं. साथ ही उन लोगों को बचा सकते हैं जिन पर खतरा सबसे ज्यादा है, जिनमें बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं.
इस वक्त बाहर ना जाएं ना ही किसी को घर पर ना बुलाएं. घर पर भी मास्क पहनकर रखें. अगर आपके घर में कोई कोविड पेशेंट है तो यह बेहद जरूरी हो जाता है. साथ ही अगर कोई बाहर से सामान लेकर घर के अंदर आता है तो भी घर के बाकी सदस्यों को मास्क पहन लेना चाहिए फिर उस व्यक्ति को नहाने भेज देना चाहिए.
विशेषज्ञों की मानें तो दूसरी लहर की सबसे बड़ा कारण घर के अंदर होने वाला संक्रमण है. वहीं नॉर्थ कैरोलिना के स्वास्थ्य विभाग की तरफ से आए आंकड़ों के अनुसार, दो लोगों के बीच अगर 6 फीट की दूरी है और उन्होंने मास्क पहना है तो ट्रांसमिशन का खतरा न के बराबर होता है. साथ ही जब दो लोग मास्क पहने होते हैं तो खतरा 1.5 फीसदी कम होता है.
जब सिर्फ किसी संक्रमित व्यक्ति ने ही मास्क पहना है और सामने वाले वयक्ति ने मास्क नहीं पहना है तो खतरा 5 प्रतिशत तक बढ़ जाता है. साथ ही अगर संक्रमित व्यक्ति ने मास्क नहीं पहना है, लेकिन असंक्रमित व्यक्ति ने एक मास्क पहना है तो खतरा 30 फीसदी तक बढ़ जाता है.
जब दोनों ने मास्क नहीं पहना है तो कोरोना संक्रमण का खतरा 90 प्रतिशत तक बढ़ जाता है. मास्क को लेकर अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रोटेक्शन (CDC) ने भी घर के अंदर मास्क पहनने की सलाह दी थी. CDC का कहना था कि 6 फीट दूर रहने के अलावा घर के अंदर मास्क बेहद जरूरी है.
आपके लिए जरूरी टिप्स
-अगर आप कोरोना से रिकवर हो चुके हैं तब भी घर में 14 दिनों तक मास्क जरूर लगाएं.
-अगर आप कोरोना निगेटिव हैं और आपके अंदर लक्षण दिखते हैं तो भी मास्क पहनें.
-सर्जिकल या NH-5 मास्क लगाएं, अगर कपड़े का मास्क है तो तीन लेयर वाला 3 प्ले मास्क ही लगाएं.
-अगर आपके घर के आस-पास भी कोई कोविड का पेशेंट है तो आपको मास्क लगाना चाहिए.
-अगर घर में सभी लोग स्वस्थ हैं और कोरोना पेशेंट के संपर्क में नहीं है तो मास्क लगाने की जरूरत नहीं है.
-अगर आप स्वस्थ हैं और आस-पास भीड़ नहीं है तो घर में मास्क लगाने की जरूरत नहीं है.
-बाहर डबल मास्क और ग्लव्स पहन कर जाएं, घर आने के बाद ऊपर वाले मास्क और ग्लव्स को डिस्पोज कर दें
-बाहर से लाए गए सामान को जरूर सेनेटाइज करें.
-कभी भी दो सर्जिकल मास्क एक साथ ना लगाएं. ना ही NH-95 के उपर कोई मास्क लगाएं.
-पैनिक ना हों और सकारात्मक रहें, याद रखें सब ठीक हो जाएगा.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.