मैरी क्रिसमस (Merry Christmas) - जबसे होश संभाला यही बोलकर दोस्तों को विश किया. किसी का मैसेज भी आया तो भी हमने उसे रिप्लाई मैरी क्रिसमस लिखकर भेज दिया. वैसे क्या आपके दिमाग में कभी यह ख्याल आय़ा कि यह ‘मैरी’ नाम की उड़ती हुई चिड़िया हमें सिर्फ क्रिसमस (Christmas) के समय पर ही क्यों दिखती है बाकी त्योहार पर क्यों नहीं? क्या आप किसी को मैरी न्यू ईयर बोल सकते हो?
अब बात यह है कि हम भारतीय तो हैप्पी होली, हैप्पी दिवाली और खिचड़ी को भी हैप्पी खिचड़ी बोलकर खुश हो लेते हैं लेकिन जब से पता चला है हैपी और मैरी का मतलब लगभग एक ही होता है तब से सोच रहे थे कि मैरी होली, मैरी दीवाली विश करने में कैसा लगेगा? हमें तो सोचकर ही पराया और अंग्रेज माफिक महसूस हो रहा है, भईया हम तो किसी को मैरी रक्षाबंधन नहीं ही बोल पाएंगे.
वैसे कहीं आप यह तो नहीं समझ रहे थे कि ‘मैरी क्रिसमस’ के पीछे के तार प्रभु यीशु की मां ‘मैरी’ से जुड़े हुए हैं. इसलिए हम क्रिसमस को मैरी क्रिसमस बोलते हैं...मजाक के लिए यह ठीक है लेकिन कुछ भी बताने से पहले हम इन दो शब्दों के मतलब को गहराई से समझ लेते हैं. दरअसल, हैप्पी शब्द हैप से बना है. जिसका मतलब किस्मत या सौभाग्य लाने वाले मौके से है.
हैप्पी शब्द को व्यवहार में बोला जाता है. वहीं 'मैरी' शब्द को भावना से जोड़कर देखा जाता है. 'मैरी' शब्द में जिंदादिली के साथ प्रसन्नता और आनंद का भाव छिपा होता है. वैसे दोनों का मतलब खुशी से ही होता है. हैप्पी का सीधा मतलब खुश होने से होता है जबकि मैरी का मतलब भावनात्मक खुशी से है. मैरी की खुशी का मतलब खुशी से नाचने वाली बात से है.
भारत में भले हैप्पी...
मैरी क्रिसमस (Merry Christmas) - जबसे होश संभाला यही बोलकर दोस्तों को विश किया. किसी का मैसेज भी आया तो भी हमने उसे रिप्लाई मैरी क्रिसमस लिखकर भेज दिया. वैसे क्या आपके दिमाग में कभी यह ख्याल आय़ा कि यह ‘मैरी’ नाम की उड़ती हुई चिड़िया हमें सिर्फ क्रिसमस (Christmas) के समय पर ही क्यों दिखती है बाकी त्योहार पर क्यों नहीं? क्या आप किसी को मैरी न्यू ईयर बोल सकते हो?
अब बात यह है कि हम भारतीय तो हैप्पी होली, हैप्पी दिवाली और खिचड़ी को भी हैप्पी खिचड़ी बोलकर खुश हो लेते हैं लेकिन जब से पता चला है हैपी और मैरी का मतलब लगभग एक ही होता है तब से सोच रहे थे कि मैरी होली, मैरी दीवाली विश करने में कैसा लगेगा? हमें तो सोचकर ही पराया और अंग्रेज माफिक महसूस हो रहा है, भईया हम तो किसी को मैरी रक्षाबंधन नहीं ही बोल पाएंगे.
वैसे कहीं आप यह तो नहीं समझ रहे थे कि ‘मैरी क्रिसमस’ के पीछे के तार प्रभु यीशु की मां ‘मैरी’ से जुड़े हुए हैं. इसलिए हम क्रिसमस को मैरी क्रिसमस बोलते हैं...मजाक के लिए यह ठीक है लेकिन कुछ भी बताने से पहले हम इन दो शब्दों के मतलब को गहराई से समझ लेते हैं. दरअसल, हैप्पी शब्द हैप से बना है. जिसका मतलब किस्मत या सौभाग्य लाने वाले मौके से है.
हैप्पी शब्द को व्यवहार में बोला जाता है. वहीं 'मैरी' शब्द को भावना से जोड़कर देखा जाता है. 'मैरी' शब्द में जिंदादिली के साथ प्रसन्नता और आनंद का भाव छिपा होता है. वैसे दोनों का मतलब खुशी से ही होता है. हैप्पी का सीधा मतलब खुश होने से होता है जबकि मैरी का मतलब भावनात्मक खुशी से है. मैरी की खुशी का मतलब खुशी से नाचने वाली बात से है.
भारत में भले हैप्पी और मैरी को लेकर कोई बहस नहीं है लेकिन दुनिया में कहीं तो है. इन शब्दों के अंतर से दो जगहों की संस्कृति के अंतर का पता चलता है. चलिए अब मैरी और हैप्पी शब्दों की गहराई को समझते हैं.
हैपी शब्द को रॉयलटी से जोड़कर देखा जाता है. यह सुनने में ज्यादा अच्छा लगता है. इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ भी हर साल क्रिसमस के दिन यूनाइटेड किंगडम की जनता को हैप्पी क्रिसमस के रूप में ही संबोधित करती हैं.
इसके पीछे यह अफवाह माना जाता है एलिजाबेथ को मैरी शब्द की जगह हैप्पी शब्द अधिक पसंद है, क्योंकि उन्हें मैरी शब्द उल्लास और नशे की भावना से जुड़ा लगता है.
वहीं हैप्पी शब्द इस्तेमाल करने वाले लोगों को यह भी मानना है कि मैरी शब्द का संबंध निम्न वर्गों के उपद्रवीपन से है जबकि हैप्पी शब्द का संबंध उच्च वर्ग के लोगों से है, क्योंकि शाही परिवार 'हैप्पी क्रिसमस' बोलते हैं.
ऐसा करने के पीछे किसी शब्द की अहमियत को कम या अधिक दिखाने से नहीं है. ऐसा भी नहीं है कि आपने किसी को हैपी क्रिसमस बोल दिया तो वह आपके पीछे तलवार लेकर पड़ जाएगा, लेकिन यहां बात अपने-अपने जगह के चलन की है.
वैसे भी 18वीं और 19वीं शताब्दी में लोग हैप्पी क्रिसमस ही कहा करते थे और आज भी इंग्लैण्ड में बहुत से लोग मैरी क्रिसमस की जगह 'हैप्पी क्रिसमस' ही बोलकर एक-दूसरे को विश करते हैं. इंग्लैण्ड के राजा जॉर्ज v ने हैप्पी क्रिसमस विश करते थे जिसका जिक्र एक किस्से में मिलता है.
यह बात तो आपको भी पता है कि किसी चीज को प्रसिद्ध करने के पीछे किसी ना किसी का हाथ तो होता ही है. ऐसे ही मैरी क्रिसमस को फेमस करने के पीछे मशहूर साहित्यकार चार्ल्स डिकेंस का बहुत बड़ा रोल माना जाता है.
आज से लगभग 175 साल एक किताब पब्लिश हुई जिसका नाम 'अ क्रिसमस कैरोल' था. इस किताब में बार-बार मैरी शब्द का उपयोग किया गया था. यह किताब पूरा दुनिया में पढ़ गई और लोगों ने मैरी शब्द का उपयोग क्रिसमस विश करने में शुरु कर दिया.
तो अब आप समझ गए होगें कि क्रिसमस पर मैरी ही क्यों बोला जाता है, हैप्पी क्यों नहीं? वैसे हैप्पी बोल देने से आप पापी नहीं हो जाएंगे. इसलिए दिल खोलकर मैरी या हैप्पी बोलिए बात तो एक ही है. हां लेकिन अब मेरी क्रिसमस तेरी क्रिसमस मत बोल दीजिएगा, जैसे बचपन में बोलते थे.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.