शादी में शामिल होकर रस्म निभाने के लिए महिलाओं ने ऐसा जुगाड़ निकाला कि देखने वाले हैरान हो गए लेकिन तारीफ करने लगे. कोरोना काल में लोग अपने घरों में कैद हैं. ऐसे में वे कहीं शादी और फंक्शन (covid-19 wedding rules in india) में भी नहीं जा रहे हैं. एक तरफ लोग अस्पताल में ऑक्सीजन, बेड, दवाइयों की कमी से तो जूझ रहे हैं दूसरी तरफ वे लोग भी कम मुसीबत में नहीं है जिनके घर में शादी (marriage in corona time) है.
जब भी घर पर कोई परेशानी आती है या किचन में सामान कम होता है या फिर किसी की अचानक छोटी-मोटी तबीयत बिगड़ जाती है तो उस समय तो हाउस वाइफ का हुनर आपने देखा ही होगा. कैसे अपनी चालाकी और तजुर्बे से ये समस्या का समाधान निकाल लेती हैं तो अब इस तस्वीर के पीछे भी कहानी भी समझ लीजिए.
अब ऐसे माहौल में जब शादी होती है तो महिलाओं को यही चिंता सताती है कि ऐसे में उनका फैशन कैसे पूरा होगा. उनके गहने पहनने का मौका कब मिलेगा. अब गाइडलाइन और अपनी सुरक्षा के लिए मास्क लगाना तो जरूरी है.
ऐसे में करें तो क्या करें...बात बस फैशन की भी नहीं है, कुछ रस्में ऐसी होती हैं जिनमें महिलाओं को रीति-रिवाज का पालन करना पड़ता है. महिलाएं शादी में एक पूरी कम खा लेंगी, लेकिन शादी में एक भी रस्म नहीं छोड़ेगी. चाहें वह छोटी हो या बड़ी, अगर कुछ गड़बड़ हुआ तो उनके मन में सबसे पहले यही शंका होती है कि हमने शायद शादी की रस्मों में कुछ कमी कर दी. तो भैया कोरोना हो या उसका पापा हम तो शादी अपने रस्मों के साथ ही करेंगे ताकि मन का विश्वास कम ना हो.
महिलाओं के मन में यह तसल्ली होना जरूरी है कि शादी पूरे विधि-विधान से पूरी हुई है. अब उत्तराखंड में किसी भी शुभ कार्य में महिलाओं...
शादी में शामिल होकर रस्म निभाने के लिए महिलाओं ने ऐसा जुगाड़ निकाला कि देखने वाले हैरान हो गए लेकिन तारीफ करने लगे. कोरोना काल में लोग अपने घरों में कैद हैं. ऐसे में वे कहीं शादी और फंक्शन (covid-19 wedding rules in india) में भी नहीं जा रहे हैं. एक तरफ लोग अस्पताल में ऑक्सीजन, बेड, दवाइयों की कमी से तो जूझ रहे हैं दूसरी तरफ वे लोग भी कम मुसीबत में नहीं है जिनके घर में शादी (marriage in corona time) है.
जब भी घर पर कोई परेशानी आती है या किचन में सामान कम होता है या फिर किसी की अचानक छोटी-मोटी तबीयत बिगड़ जाती है तो उस समय तो हाउस वाइफ का हुनर आपने देखा ही होगा. कैसे अपनी चालाकी और तजुर्बे से ये समस्या का समाधान निकाल लेती हैं तो अब इस तस्वीर के पीछे भी कहानी भी समझ लीजिए.
अब ऐसे माहौल में जब शादी होती है तो महिलाओं को यही चिंता सताती है कि ऐसे में उनका फैशन कैसे पूरा होगा. उनके गहने पहनने का मौका कब मिलेगा. अब गाइडलाइन और अपनी सुरक्षा के लिए मास्क लगाना तो जरूरी है.
ऐसे में करें तो क्या करें...बात बस फैशन की भी नहीं है, कुछ रस्में ऐसी होती हैं जिनमें महिलाओं को रीति-रिवाज का पालन करना पड़ता है. महिलाएं शादी में एक पूरी कम खा लेंगी, लेकिन शादी में एक भी रस्म नहीं छोड़ेगी. चाहें वह छोटी हो या बड़ी, अगर कुछ गड़बड़ हुआ तो उनके मन में सबसे पहले यही शंका होती है कि हमने शायद शादी की रस्मों में कुछ कमी कर दी. तो भैया कोरोना हो या उसका पापा हम तो शादी अपने रस्मों के साथ ही करेंगे ताकि मन का विश्वास कम ना हो.
महिलाओं के मन में यह तसल्ली होना जरूरी है कि शादी पूरे विधि-विधान से पूरी हुई है. अब उत्तराखंड में किसी भी शुभ कार्य में महिलाओं को नथनी पहनना बहुत जरूरी होता है. शादी ब्याह में आप हर सुहागन महिला को नथ पहने देख सकते हैं.
इसलिए उत्तराखंड की महिलाओं ने मास्क के साथ नथनी पहनने का एक अनोखा जुगाड़ निकाल लिया है. जिसे लोग कोरोना काल में नथ पहनने का नया फैशन बता रहे हैं. नथिया पहनने का यह स्टाइल इन दिनों चर्चा में है.
उत्तराखंड के नैनीताल में एक महिलाओं ने मास्क के ऊपर ही पिन की सहायता से नथनी पहन लिया है. इस शादी की तस्वीरों को लोग खूब पसंद कर रहे हैं. महिलाओं ने मास्क के ऊपर गले का हार, मांग टीका और इयररिंग्स और नाक की नथनी भी पहना है. बाकी सब तो ठीक है लेकिन नथिया पहनने का यह तरीका एक तरफ हसाता है तो दूसरी तरफ महिलाओं के दिमाग की तारीफ भी करता है.
शादी में शामिल होने वाली कविता जोशी का कहना है कि, यह मेरी भांजी की शादी थी. मैं सबसे बड़ी मामी हूं, हम उसके बहुत करीब हैं. हमें रिवाज भी निभाना था और COVID-19 सुरक्षा नियमों का पालन भी करना था. मैं दोनों चीजें करना चाहती थी.
कविता जोशी के अनुसार, हमारे यहां शादियों में महिलाओं को ठीक से तैयार होना होता है. यह सिर्फ दिखाने के लिए नहीं होता जबकि हमारे यहां नथ को शादीशुदा (married women) महिलाओं के लिए शुभ माना जाता है. मैं नथनी को मास्क के अंदर नहीं पहन सकती थी, इसलिए घर की महिलाओं ने नथ को मास्क के ऊपर से पहनने का फैसला किया. मुझे बस एक पिन की मदद लेनी पड़ी.
कविता ने आगे कहा कि शादी में केवल करीबी परिवार के लोगों को ही आमंत्रित किया गया था. इसके साथ ही सुरक्षा के लिहाज से covid के सारे दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन किया गया था. मास्क के ऊपर नथ पहनने से हमारी रस्म भी पूरी हुई और कोरोना का कोई नियम भी नहीं टूटा. अब आप बताइए घरेलू महिलाओं का यह देसी जुगाड़ आपको कैसा लगा...
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