महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Maharashtra CM ddhav Thackeray) की घबराहट लाज़मी है. मुंबई बॉलीवुड की हस्तियां यूपी की फिल्म सिटी को लेकर उत्साहित हो रहे हैं. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (P CM Yogi Adityanath) ने बॉलीवुड की हस्तियों के साथ मिलकर जिस रफ्तार से अपने सूबे में फिल्म नगरी स्थापित करने की इच्छाशक्ति दिखाई है इसे देखकर लगता है कि वो महाबली हनुमान की तरह पूरे मुंबई फिल्म इंडस्ट्री को उठाकर यूपी ले आयेंगे. टीवी न्यूज मीडिया का एक बड़ा वर्ग उत्तर प्रदेश के नोएडा में पहले ही स्थापित था और अब फिल्म इंडस्ट्री भी यूपी के आंचल को और भी खूबसूरत बनाने जा रही है. इस बात में कोई शक नहीं कि ड्रग के नशे, परिवारवाद की जंज़ीरों और दाउद इब्राहिम जैसे भारत विरोधी शैतानी मानसिकता वाले ने मुंबई की फिल्म इंडस्ट्री को अपने हाथोंं मे रखने की हमेशां कोशिश की है. बॉलीवुड की हस्तियां ऐसी जंजीरों से आजिज़ आकर विकल्प की तलाश मे थीं. ये बात भी नहीं झुठलायी जा सकती कि मुंबई के बॉलीवुड की आधे से ज्यादा विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभाएं यूपी से हैं.
एक्टर अक्षय कुमार से मुलाकात करते यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ
राम-कृष्ण और भोलेनाथ के वाराणसी, काशी-मथुरा और अयोध्या जैसे पवित्र नगरों वाले यूपी में बहुत कुछ है. दुनिया के अजूबे आगरा के ताजमहल से लेकर कुंभ नगरी वाले प्रयागराज, गोरखपुर और इमामबाड़ों के सौंदर्य वाले लखनऊ ने भी पूरी दुनिया में एक विशिष्ट पहचान बनाई है. यूपी हर तरह की प्रतिभाओं का खज़ाना भी रहा है. कहानीकार, संवाद लेखक, स्क्रीन प्ले राइटर, गीतकार, संगीतकार, अभिनेता, प्रोडक्शन, डांस, कोरियोग्राफर, सैट, लाइट, मेकअप आर्टिस्ट और तमाम तकनीकी हुनरों से लैस प्रतिभाओं का केंद्र है उत्तर प्रदेश.
अमृतलाल नागर, यशपाल, हरिवंशराय बच्चन, भगवतीचरण, कैफी आजमी, हसरत मोहानी, मीर तक़ी मीर,साहिर लुधियानवी, जोश मलिहाबादी जैसे कलमकारों के इस सूबे में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन, संगीतकार नौशाद,गोपालदास नीरज, अचला नागर, बाबा सहगल... जैसी सैकड़ों हस्तियों ने मुंबई के बॉलीवुड को विश्व पटल पर विशेष स्थान दिलवाया.
आयोध्या नगरी के धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक सौंदर्य वाले उत्तर प्रदेश में श्री राम की आत्मा बसी है. इसलिए यूपी की सेवा कोई और नहीं भगवाधारी रामभक्त एक योगी कर रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाबली हनुमान की तरह यूपी की सेवाओं की मिसाल क़ायम कर रहे हैं. उन्हें सबसे अधिक रोजग़ार की चिंता है. जिसके लिए वो नित्य प्रयासों में जुटे हैं.
कोरोना काल में आपदा में भी अवसर तलाशने वाली योगी सरकार यूपी में फिल्म सिटी बनाने की जद्दोजहद में लगी है. ताकि इस खूबसूरत सांस्कृतिक सूबे में पर्यटन को बढ़ावा मिले. रोजगार के अवसर बढ़ें। यूपी की प्रतिभाओं को पलायन करने पर मजबूर ना होना पड़े. योगी के प्रयासों को देखते हुए लग रहा है कि तीन-चार महीने में देश की राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में भव्य फिल्म सिटी सजधज के तैयार होना शुरू हो जायेगी.
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