बिहार चुनावों के एग्जिट पोल से ज्यादा ज़रूरी है वादों की लिस्ट जानना
क्या नीतीश कुमार (Nitish Kumar) क्या तेजस्वी यादव (Tejasvi Yadav) और भाजपा (BJP) बिहार विधानसभा चुनावों (Bihar Assembly Elections) के मद्देनजर इस बार जनता से खूब वादे हुए हैं. देखना दिलचस्प रहेगा कि नेता अपनी कही बातों पर अमल करते हैं या फिर जनता को रिझाने के लिए सिर्फ जुमलेबाजी हुई है.
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जब सभी न्यूज़ चैनल अपने-अपने एग्जिट पोल (Bihar Assembly Elections Exit Polls) में ये बताने को व्यस्त हैं कि बिहार (Bihar) में किसकी सरकार बनने जा रही है, ऐसे में मैं बिहार की जनता से कुछ बातें कहना चाहूंगी. सबसे पहले तो मुबारक क़बूलिए कि आपने वोट दिया और अपनी ड्यूटी को निभाया. अब आते हैं मुद्दे पर. देखिए चुनाव ख़त्म हो गया है और जल्द ही नए मुख्यमंत्री (Bihar New Chief Minister) भी चुन लिए जाएंगे.
बस आप यहां लिखी बातों को याद रखिएगा और अगले पांच साल तक इसी बेसिस पर जज करिएगा. ये वो बातें हैं जो वादे के रूप में नीतीश कुमार (Nitish Kumar), तेजस्वी यादव (Tejasvi Yadav) और भाजपा (BJP) ने की हैं आप से, अपने घोषणा पत्रों में.
बिहार चुनाव इसलिए भी दिलचस्प रहा क्योंकि इस बार वादों के नाम पर खूब जुमलेबाजी हुई है
1- शुरुआत नीतीश कुमार जी से करते हैं. उनकी पार्टी नए स्लोगन के साथ आयी जिसमें लिखा था, पूरे होते वादे-अब हैं नए इरादे.
इसके बाद नीतीश जी के वादों का पुलिंदा खुला जिसमें था बिहार के 19 लाख बेरोजगारों को नौकरी देंगे.
राज्य के हेल्थ केयर सेक्टर को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे.
आशा कार्यकर्ताओं-सेविकाओं के वेतन को दोगुना करने में इसबार 48 सौ करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
राज्य की सड़के पहले से बेहतर बनाई जाएंगी.
अशिक्षा दूर करने के लिए स्कूल की शिक्षा प्रणाली को दुरुस्त करेंगे.
2- तेजस्वी यादव ने कहा है कि मुख्यमंत्री बनते ही सबसे पहले एक महीने के अंदर ही 10 लाख बेरोज़गारों को नौकरी देंगे.
संविदा पर जो शिक्षक काम कर रहें हैं उनको प्रमानेंट कर देंगे. किसानों के क़र्ज़ माफ़ किए जाएंगे.
बिहारी युवाओं को सरकारी परीक्षा फॉर्म भरने का फीस नहीं लगेगी और उनके आने जाने की यात्रा का किराया मुफ्त में सरकार देगी.
आंगनबाड़ी सेविका सहायिका, आशा कर्मी, ग्रामीण चिकित्सक की मांगें पूरी की जाएंगी.
पहली बार शिक्षा पर 22 फीसदी बजट जारी होगा. नेतरहाट के तर्ज पर सभी प्रखंड में एक विद्यालय की स्थापना की जाएगी. हर जिले में 3 से 5 आवासीय विद्यालय. सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में मातृभाषा के साथ अंग्रेजी और कंप्यूटर की पढ़ाई अनिवार्य की जाएगी.
पिछड़े और दलित छात्रों को इंटरमीडिएट में 80 फीसदी से अधिक अंक लाने पर लैपटॉप दिया जाएगा.
3- भाजपा बिहार को विकास के रास्ते पर ले जाएगी. बिहार को IT हब बनाएगी.
जितने भी लोकल प्रॉडक्ट हैं उन्हें इंटरनेशनल मार्केट प्रोवाईड करवाएगी.
सबसे अहम जैसे ही कोविड-19 का टीका बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए उपलब्ध होगा, बिहार में हर व्यक्ति को मुफ्त में टीका मिलेगा.
बिहार की एक करोड़ महिलाओं को स्वावलंबी बनाएंगे.
इनको याद रखिएगा और अगले चुनाव में जो इन वादों को पूरा करके आए उन्हें ही वोट दीजिएगा और जो वादे न पूरे करें उनके साथ जो मर्ज़ी आए कीजिएगा. बिहार के लिए बस दुआ ही कर सकती हूं इस पल में.
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