इंडिया टुडे के सर्वे ने उजागर कर दी कांग्रेस और बीजेपी के चुनावी हथियारों की ताकत !
गुजरात चुनाव पूर्व एक सर्वे में इंडिया टुडे और एक्सिस की टीम ने कांग्रेस और बीजपी के उन पक्षों पर लोगों से बात की, जिसके दम पर दोनों पार्टियां जीत का दावा कर रही हैं.
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गुजरात चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. शुरुआती प्रचार में बीजेपी जहां पिछले 22 साल के अपने कामकाज का वास्ता दे रही है, तो वहीं कांग्रेस ने राज्य में दोबारा अपनी पैठ जमाने के लिए तीन युवा नेताओं को अपने पाले में मिला लिया है. लेकिन, आखिर में किसका हथियार ज्यादा ताकतवर साबित होगा ये अभी रहस्य है. लेकिन इन हथियारों में कितनी धार है, इसका आंकलन इंडिया टुडे - एक्सिस ने गुजरात में एक सर्वे के जरिए किया.
किसमें कितना है दम?
पहले कांग्रेस :
1. ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर ने हाल ही में राहुल गांधी का हाथ थामा है. ओबीसी एकता मंच के जरिए अल्पेश ने पिछले कुछ समय से गुजरात में अच्छा प्रभाव जमाया है. शराबबंदी और अन्य मुद्दों पर अल्पेश की बीजेपी सरकार के साथ ठनती रही है. इसी तरह दलितों के बीच प्रभाव जमाने वाले नेता जिग्नेश मेवाणी भी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. सोशल एक्टिविस्ट रहे इन नेताओं के कांग्रेस खेमे में शामिल होने का जमीनी स्तर पर क्या असर होगा, ये अभी रहस्य है.
2. हार्दिक पटेल का प्रभाव : यदि हार्दिक पटेल कांग्रेस का समर्थन करते हैं तो कांग्रेस का कुल वोट शेयर 40 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा. ये बढ़ोत्तरी 2 प्रतिशत की होगी. लेकिन पाटीदार समुदाय में अतिरिक्त 10 प्रतिशत की बढ़त कांग्रेस के खाते में 5-7 सीटें और जोड़ सकती है.
3. कांग्रेस का राज्य के 30 फीसदी वोटरों पर सीधा प्रभाव है. (मुस्लिम- 10 प्रतिशत, पटेल- 14 प्रतिशत, दलित- 6 प्रतिशत).
4.GST के कारण लोग बीजेपी से नाराज हैं.
अब आइए देखें बीजेपी की ताकत:
- बीजेपी का राज्य के 67 प्रतिशत वोटरों पर सीधा-सीधा प्रभाव है. (ओबीसी- 37 प्रतिशत, जनजाति- 15 प्रतिशत, सवर्ण- 15 प्रतिशत).
- शंकर सिंह वाघेला जैसे कद्दावर नेता का कांग्रेस को छोड़ना.
- एक गुजराती प्रधानमंत्री होने का जज्बा बाकी सब मुद्दों पर भारी है.
- बुनियादी सुविधाओं जैसे- सड़क, बिजली, पीने का पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर लोगों में कोई असंतोष नहीं है.
- प्रधानमंत्री जनधन योजना, मिशन इंद्रधनुष (बच्चों का टीकाकरण) और उजाला गुजरात योजना के तहत एलईडी बल्ब बांटने का काम लोगों को काफी पसंद है.
जानिए किसको कितनी सीट मिलने की उम्मीद :
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ये सर्वे इंडिया टुडे ग्रुप और AXIS MY INDIA ने मिलकर किया है. गुजरात में 25 सितंबर से 15 अक्टूबर के बीच ये सर्वे किया गया है. इसका सैंपल सर्वे 18243 है.
क्या मोदी के पीएम बनने से गुजरात को फायदा हुआ?
हां- 66%
नहीं- 31%
नहीं पता/कह नहीं सकते- 3%
गुजरात में क्या नोटबंदी से फायदा हुआ?
हां- 44%
नहीं- 53%
कह नहीं सकते/जानते नहीं-3%
गुजरात में GST पर क्या बोली जनता?
संतुष्ट- 38%
असंतुष्ट- 51%
नहीं पता/कह नहीं सकते- 11%
बीजेपी सरकार से कितने संतुष्ट हैं गुजरात के किसान?
संतुष्ट किसान- 38%
असंतुष्ट किसान- 49%
बेहद गुस्सा- 7%
ज्यादा गुस्सा नहीं- 2%
जानते नहीं- 4%
गुजरात में सीएम की पसंद कौन?
विजय रुपानी(बीजेपी)- 34%
शक्ति सिंह गोहिल(कांग्रेस)- 19%
भरत सिंह सोलंकी(कांग्रेस)-11%
अमित शाह(बीजेपी)- 10%
हार्दिक पटेल(पाटीदार नेता)- 6%
आनंदी बेन(बीजेपी)- 5%
गुजरात के मौजूदा मुख्यमंत्री विजय रुपानी 34 फीसदी के साथ गुजरात की जनता ने सीएम पद के लिए पहली पसंद माना है. वहीं कांग्रेस के शक्ति सिंह गोहिल को 19 फीसदी लोगों ने मुख्यमंत्री पद के लिए पसंद किया है.
क्या बुलेट ट्रेन चलानी चाहिए?
हां- 58%
नहीं- 35%
कह नहीं सकते/जानते नहीं- 7%
क्या हैं गुजरात के सबसे बड़े मुद्दे?
महंगाई- 31%
रोजगार- 24%
विकास- 16%
सड़क- 9%
पानी-6%
कृषि- 4%
बिजली-3%
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