MoTN Survey: भारत जोड़ो यात्रा राहुल के काम आई, कांग्रेस के नहीं, खड़गे के तो बिल्कुल भी नहीं!
2024 के आम चुनावों से पहले इंडिया टुडे - C Voter के Mood Of The Nation सर्वे में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की हकीकत खुल कर सामने आ गयी है. जनता ने जैसे इशारे दिए हैं ये यात्रा भले ही राहुल के लिए फायदेमंद हो लेकिन इससे कांग्रेस पार्टी को कोई विशेष फर्क नहीं पड़ने वाला.
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2024 के आम चुनावों से पहले देश का मिजाज क्या है? जानने के लिए इंडिया टुडे - C Voter ने Mood Of The Nation सर्वे किया है. सर्वे में 1,40,917 लोगों ने हिस्सा लिया और भारतीय राजनीति समेत देश के कई ज्वलंत मुद्दों पर अपनी राय रखी है. देश के किसी और मुख्य मुद्दे की तरह लोगों की पैनी नजर राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर भी है. तो सवाल ये है कि एक ऐसे समय में जब कांग्रेस पार्टी देश की जनता के सामने अपना जनाधार खो चुकी हो. क्या राहुल गांधी की ये यात्रा पार्टी के लिए फायदेमंद होगी? जो जवाब देश की जनता ने दिया है वो चौकाने वाला है.
सर्वे में जनता ने साफ़ कर दिया है कि भारत जोड़ो यात्रा पार्टी के पूर्व अध्यक्ष रह चुके राहुल गांधी के काम तो आई. लेकिन इससे गर्त में जाती कांग्रेस पार्टी को शायद ही फायदा मिले. वहीं सर्वे में जो बात सबसे ज्यादा चकित करती है वो है देश के लोगों का वो रवैया जो उन्होंने कांग्रेस पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे प्रति दिखाया है. खड़गे को लेकर जो राय जनता ने पेश की है उसका संज्ञान कांग्रेस पार्टी को इसलिए भी लेना चाहिए क्योंकि जल्द ही आम चुनाव होने हैं और अगर अभी पार्टी में जरूरी फैसले नहीं लिए गए तो फिर आने वाले वक़्त में कांग्रेस पार्टी के पास शायद ही कुछ संभालने को बचे.
मूड ऑफ द नेशन सर्वे में जनता ने राहुल गांधी पर पक्ष रख दिया है
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बारे में जब लोगों से सवाल तो जहां 29 प्रतिशत लोगों ने जनता से जुड़ने के लिए इसे अच्छा फैसला बताया तो वहीं 37 %लोग ऐसे थे जिन्होंने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस को मजबूती मिलेगी. सर्वे में 13 प्रतिशत लोग ऐसे थे जिनका कहना है कि इस यात्रा से राहुल गांधी की छवि में सुधर होगा. वहीं 9 प्रतिशत देश की वो आबादी है जिसका मानना कि यात्रा से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा और स्थिति जस की तस रहेगी.
सर्वे में लोगों से ये सवाल भी हुआ कि कांग्रेस पार्टी में कौन सुधार ला सकता है? इसके जवाब में 26 प्रतिशत लोग ऐसे थे जिनका मानना है कि अगर पार्टी को वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में कोई सुधार सकता है तो वो सिर्फ और सिर्फ राहुल गांधी हैं. 16 प्रतिशत ने सचिन पायलट, 12 प्रतिशत ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का नाम लिया तो वहीं 8 प्रतिशत लोग ऐसे थे जिन्हें लगता है कि यदि प्रियंका गांधी को मौका दिया जाए तो वो पार्टी में कई बड़े सुधार कर सकती हैं.
जनता की नजर में फेल हुए हैं खड़गे!
सर्वे में सबसे रोचक रवैया लोगों का पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रति रहा है. ध्यान रहे सोनिया गांधी के करीबियों में शुमार मल्लिकार्जुन खड़गे को अध्यक्षी दी ही इसलिए गयी थी ताकि वो पार्टी में क्रांतिकारी बदलाव करें और अपनी नीतियों से कुछ ऐसा बदलाव करें कि पार्टी वहां पहुंच जाए जहां पर वो 2014 से पहले काबिज थी. ऐसे में जब हम सर्वे और इस सर्वे में लोगों के मूड पर नजर डालते हैं तो सिर्फ 3 ही प्रतिशत लोग ऐसे हैं जिनका मानना है कि मल्लिकार्जुन खड़गे अपनी नीतियों से पार्टी में सुधार कर सकते हैं.
कह सकते हैं कि लोगों का ये रुख महत्वपूर्ण है. अभी भी वक़्त है कांग्रेस के लोग इसलिए भी गंभीर हो जाएं क्योंकि जब तक कांग्रेस को अपनी गलती का एहसास होगा बहुत देर हो जाएगी.
राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के नाम पर कश्मीर हैं. यात्रा क्यों कि लगातार सुर्ख़ियों में है इसलिए जनता से सवाल ये भी हुआ कि विपक्ष का बेहतर नेता कौन हो सकता है? इस सवाल का जवाब राहुल गांधी को अवश्य ही चिंता में डाल सकता है. इस सवाल के जवाब में 24 लोगों ने अरविंद केजरीवाल पर विश्वास जताया है वहीं 20 प्रतिशत लोग ममता बनर्जी और 5 प्रतिशत लोग नवीन पटनायक के साथ हैं. बात अगर राहुल गांधी की हो तो सिर्फ 13 प्रतिशत लोग ही ऐसे हैं जिनका मानना है कि राहुल गांधी ही वो व्यक्ति हैं जो विपक्ष को आगे ले जा सकते हैं.
बहरहाल मूड ऑफ द नेशन सर्वे में जनता से कई और भी सवाल हुए हैं. और जैसे जवाब आए हैं साफ़ है कि देश की एक बड़ी आबादी ऐसी है जो 2024 चुनाव में भी भाजपा और उसमें भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी नीतियों के साथ है.
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