Islamabad temple की अधूरी कहानी ने पाकिस्तान को पूरा बेनकाब कर दिया
जिस तरह पाकिस्तान के इस्लामाबाद में एक हिंदू मंदिर (Islamabad Hindu Mandir foundation Demolished) तोड़ा गया और जिस बेशर्मी के साथ लोग इस मुहीम के समर्थन में आए साफ़ है कि एक मुल्क के रूप में पूरा पाकिस्तान (Pakistan) और पीएम इमरान खान (Imran Khan ) बेनकाब हुए हैं.
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सिंतबर 2019. पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने UN में जोरदार भाषण दिया था और दुनिया को इस्लामोफोबिया (Islamophobia) से अवगत कराया था. इमरान खान ने बताया था कि कैसे आज एक एजेंडे के तहत मुसलमानों (Muslims) को फंसाया जा रहा है. उन्हें बदनाम किया जा रहा है. इमरान की उस स्पीच से तो यही लग रहा था कि उनके दिल में दूसरे संप्रदायों के प्रति बहुत आदर है, और उनके शासन में गैर-इस्लामी लोगों के साथ बराबरी का सलूक किया जा रहा है. इस्लामोफोबिया पर बोलते हुए इमरान ने ये तक कहा था कि आज मुसलमानों के साथ जिस तरह का भेदभाव हो रहा है वो मुसलमानों को और ज्यादा रेडिकल (Radicalisation) बना रहा है. सवाल ये है कि क्या ये सच है? तो सवाल यह है कि जिस शहर इस्लामाबाद में बैठकर वे राज करते हैं, वहां एक निर्माणाधीन मंदिर को गिराने की नींव कैसे तैयार हुई? एक बेहद अल्पसंख्यक हिंदू आबादी ने आखिर कौन सी उकसावे की कार्रवाई की थी, जिसके कारण उसे यह सजा दी गई? पाकिस्तान के हुक्मरान, मौलवी से लेकर आम नागरिक तक इस मंदिर के खिलाफ खड़े हो गए. ऐसा क्यों हुआ? हद तो तब हो गई जब एक वीडियो वायरल होने लगा जिसमें अबोध बच्चे हिंदुुुुुओं को मार डालने की धमकी देते सुने गए. एक ऐसे दौर में जब यूएई जैसे इस्लामिक अरब मुल्क में भव्य मंदिर बनाए जा रहे हैं, वहीं पाकिस्तान में एक मंदिर को लेकर हुए बवाल ने मुल्क को बेनकाब किया है.
एक इस्लामाबाद में श्री कृष्ण का मंदिर तोड़कर पाकिस्तान ने अपनी नीचता का परिचय दे दिया है
जी हां बिल्कुल सही सुन रहे हैं आप. पाकिस्तान के इस्लामाबाद में भगवान कृष्ण के एक मंदिर का निर्माण हो रहा था. एक मुस्लिम मुल्क में मंदिर ये बात लोगों को बुरी लगी और उसके बाद जो कुछ भी मंदिर के साथ हुआ वो शर्मसार करने वाला है. तमाम ऐसे वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिनमें लोगों को इस निर्माणाधीन मंदिर की नींव और बाउंडरी तक को तोड़ते हुए देखा जा सकता है. वीडियो कई मायनों में विचलित करने वाला है
Shri Krishna temple which was about to be constructed , is demolished by local Teenage, in Islamabad.If building a temple brings insecurity among our Muslims brthrs Faiths, we respect their faith and would want to build a temple after their faith gets stronger. #MandirTauBanega pic.twitter.com/pywcoJN15R
— Pak Hindus (@PakHindus) July 4, 2020
एक मुस्लिम मुल्क में मंदिर का निर्माण लोगों को किस तरह अखर रहा है और कैसे लोग इस मुद्दे को लेकर नीचता पर उतर आए हैं इसे उस वीडियो से भी समझ सकते हैं जिसमें एक पिता अपने मासूम और अबोध से हिंदुओं को चुन चुन कर मारने की बात कर रहा है. वीडियो में बच्चा इमरान खान से संबोधित है और कह रहा है कि 'खान साहब अगर इस्लामाबाद में मंदिर बना तो ये याद रखना मैं उन हिंदुओं को चुन चुन के मारूंगा. समझ गए. अल्लाह हाफिज' जैसा इस वीडियो का कंटेंट है सबसे पहले तो इमरान खान को इस व्यक्ति को गिरफ्तार कराना और सख्त से सख्त सजा दिलवानी चाहिए.
I have been following India closely for many reasons. Take a look at what this #Pakistan Muslim father has taught his young boys."If you complete the Hindu temple in Islamabad, I will kill you." #India #HinduUnitedAgainstTerror #internationalnews pic.twitter.com/upz1OpGH34
— Angela Ramirez (@coangelaramirez) July 7, 2020
मामले को गंभीरता से लेते हुए डॉक्टर सकलैन शाह नाम के यूजर ने ट्वीट किया है हम चाहते हैं कि पश्चिमी देशों में मुसलमानों के साथ सम्मानभरा व्यवहार किया जाए पर हम उस ईसाई की हत्या कर देते हैं जो हमारे घर के बगल में आकर रहने लगता है. हम चाहते हैं कि बर्लिन जैसे शहरों में ढेरों मस्जिदें हों पर हम इस्लामाबाद में एक हिंदू मंदिर बर्दाश्त नहीं कर सकते. हम पाखंडी हैं. धर्म के नकली संरक्षक और अराजकता के एजेंट.
मामला प्रकाश में आने के बाद मुसलमानों का पढ़ा लिखा वर्ग सामने आया है जो घटना को लेकर पाकिस्तान और पाकिस्तान की हुकूमत की तीखी आलोचना कर रहा है. लोग सवाल कर रहे हैं कि आखिर ये पाकिस्तान में रहने वाले माइनॉरिटीज के लिए असहिष्णुता का कौन सा लेवल है? लोग उस इस्लामाबाद में 73 साल में बनने वाले एकमात्र हिन्दू मंदिर का विरोध कर रहे हैं जो कई मायनों में विचलित करने वाला है.
See level of intolerance towards non-muslims in Islamic Pakistan. Everyone is opposing 1st & only Hindu temple in 73 years in Islamabad. Boundry wall of Hindu Temple is already demolished & public comes for Islamic prayers on temple site thinking doing Jihad against non-muslims pic.twitter.com/mlwG3Dmgnp
— Rahat Austin (@johnaustin47) July 6, 2020
वहीं बात अगर पाकिस्तानी हुक्मरानों की हो तो मामले पर उनका रवैया भी विचलित करने वाला है. कहा जा रहा है कि आखिर इस्लामाबाद में मंदिर बनने की जरूरत ही क्या है? क्यों नहीं उन मंदिरों को सही कराया जा रहा है जो पाकिस्तान में पहले से ही मौजूद हैं.
Construction of a Hindu temple in Islamabad is getting a lot of heat. A lawyer has challenged its construction in IHC, while fatwas against it continue. Here's an ally of govt Pervaiz Elahi opposing construction: Making a new mandir in the capital is against the spirit of Islam. pic.twitter.com/ZV2nwVXvbx
— Naila Inayat नायला इनायत (@nailainayat) July 1, 2020
बात एकदम सीधी और साफ़ है ताली एक हाथ से नहीं बजती. एक तरफ तो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान कश्मीरी लोगों के अधिकारों की बातें करते हैं और कहते हैं कि आम कश्मीरियों के साथ भारत में जुल्म हो रहा है. अब इमरान ये बताएं जो उनके देश में एक हिंदू मंदिर के साथ हुआ और जिस तरह लोग बेचैन हुए आखिर वो क्या है? आखिर कोई कैसे इस तरह दो चेहरे दिखा सकता है.
बहरहाल जिस तरह पाकिस्तान में हिंदू मंदिर तोड़ा गया और जिस बेशर्मी के साथ लोग इस मुहीम के समर्थन में आए साफ़ है कि इस्लामाबाद में मंदिर तोड़े जाने की घटना के बाद कोई एक शख्स नहीं बल्कि एक मुल्क के रूप में पूरा पाकिस्तान बेनकाब हुआ है. घटना न सिर्फ विचलित करने वाली है बल्कि निंदनीय है और मामला कुछ ऐसा है कि इमरान खान को गैरत का परिचय देते हुए तत्काल प्रभाव से अपने पद से इस्तीफ़ा दे देना चाहिए.
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