कश्मीर में आतंकियों की धमकी के आगे वोटरों का 'डांस' अच्छे दिनों की शुरुआत है
आतंकियों की धमकी के बावजूद जिस तरह पहले चरण के मतदान के लिए जम्मू कश्मीर के लोग पोलिंग बूथ पर आए. साफ है कि अब घाटी बदलाव देखना चाहती है और वहां जल्द ही अच्छे दिन आएंगे.
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बात गुजरे दिनों की है. आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर रियाज नायकू की एक ऑडियो क्लिप ने न सिर्फ घाटी की सियासत को गर्म किया था बल्कि आम लोगों के बीच भी इसने खूब सुर्खियां बटोरीं थी. ऑडियो क्लिप चुनावों से सम्बंधित थी और इस क्लिप में नायकू ने लोगों को सख्त निर्देश दिए थे कि वो अपने आपको लोक सभा चुनाव 2019 से दूर रखें. नायकू ने ये भी कहा था कि अगर कश्मीर की आवाम ने उसकी बातों को नजरंदाज किया तो फिर उन्हें गोलियों का सामना कर अपनी जान से हाथ धोना पड़ेगा.
जम्मू कश्मीर में लोगों की भारी संख्या का मतदान के लिए निकलना कई मायनों में सुखद है
एक आतंकी की ये बातें एक तरफ हैं. स्वस्थ लोकतंत्र के लिए होने वाला चुनाव दूसरी तरफ. पहले चरण में होने वाले मतदान के लिए जम्मू-पुंछ और बारामुला लोकसभा सीटों के लिए मतदान जारी है. जम्मू-पुंछ और बारामुला लोकसभा सीट पर मतदान और इस मतदान के लिए भारी संख्या में लोग आ रहे हैं और अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं.
Jammu & Kashmir: People queue at polling booth number 114 & 115 in Bandipora, to cast their votes for #LokSabhaElections2019 pic.twitter.com/b5cWAzAVZP
— ANI (@ANI) April 11, 2019
डर और धमकी को नजरंदाज करके लोगों का इस तरह पोलिंग बूथ में आना और वोट डालना ये साफ बता रहा है कि लोगों ने आतंकवाद को सिरे से खारिज कर जागरूकता का परिचय दिया है. कह सकते हैं कि ये बुलेट के मुकाबले बैलेट की जीत है. एक स्वस्थ लोकतंत्र के लिए घाटी के लोगों ने जिस तरह आतंकवादियों की बातों को खारिज किया है. वो ये भी बताता है कि कहीं न कहीं अब घाटी के लोग भी इस अलगाववाद से ऊब चुके हैं और परिवर्तन चाह रहे हैं.
Ghulam Mohd,voter in Bandipora: This time we want to vote for someone who would raise our specific issues in Parliament, we want harmony in the region and as you can see voting is underway smoothly and in a peaceful manner. #JammuAndKashmir #LokSabhaElections2019 pic.twitter.com/GS3NUscvb6
— ANI (@ANI) April 11, 2019
माना जा रहा था कि आतंकियों की बातों का असर पोलिंग में दिखेगा. शायद यही वो कारण है जिसके चलते प्रशासन ने भी सभी केन्द्रों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये. मगर जिस तरह से राज्य में हो रहे मतदान पर लोगों ने समर्थन दिया और अपने अपने घरों से निकले, उसने जहां एक तरह अलगाववाद और आतंकवाद के मुहं पर तमाचा जड़ा, तो वहीं दूसरी तरफ इस बात को भी स्पष्ट कर दिया कि अब वो दिन दूर नहीं है जब घाटी में एक नई सुबह का आगाज होगा और जल्द ही घाटी से आतंकवाद सदा के लिए खत्म हो जाएगा.
#LokSabhaElections2019 this dancing voter can simply be the image of the day,#Ballot wins over #Bullet, Enthused voter in Naidkhai area of #Bandipora, voters snub boycott calls given by #Pakistan backed #Terrorist, and celebrate #Democracy pic.twitter.com/L1Y02Y3epE
— Sachin Singh (@sachinsingh1010) April 11, 2019
बात क्योंकि घाटी के मतदान की हो रही है. तो हमारे लिए भी उन आंकड़ों को पेश करना जरूरी है जो ये बताते हैं कि कश्मीर और कश्मीर के लोग बदलाव के मार्ग पर चल चुके हैं. जम्मू और बारामुला में 11 बजे तक 24 प्रतिशत मतदान हुआ है. लोगों की भीड़ साफ संकेत दे रही है कि उसने रियाज नायकू के मुंह पर एक ऐसा थप्पड़ मारा है जिसकी गूंज उसे बरसों बरस सुनाई देगी.
Overall 24.66% voting in Jammu and Baramulla constituencies till 11am. pic.twitter.com/qt3FZX76Z6
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) April 11, 2019
गौरतलब है कि पुलवामा हमले के बाद से ही घाटी के हालात खराब है. बात अगर जम्मू कश्मीर के नेताओं की हो तो उनके भी यही प्रयास है कि जम्मू कश्मीर ऐसे ही जलता रहे और वो यूं ही अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकते रहें.
A voter at polling booth in Jammu was manhandled by the BSF because he refused to cast his vote for BJP. Using armed forces at polling stations to coerce people to vote for the BJP shows their desperation & hunger to usurp power by hook or crook. pic.twitter.com/Hmr8zocQ44
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) April 11, 2019
चूंकि बात नागरिकों की सुरक्षा से जुड़ी थी इसलिए एक लम्बे वक़्त से प्रशासन भी राज्य और लोगों की सुरक्षा के लिए कमर कस चुका है. चुनावों में कोई गड़बड़ न हो और व्यवधान न पड़े इसलिए जम्मू श्रीनगर हाईवे को पहले ही बैन कर दिया गया है.
आवागमन के लिए लोगों के हाथ में मोहर लगाई जा रही और उसी मोहर को दिखाकर ये लोग एक स्थान से दूसरे स्थान की तरफ जा रहे हैं. मजेदार बात ये है कि अब इसे भी नेताओं ने मुद्दा बना दिया है और हमेशा की तरह आरोप प्रत्यारोप की राजनीति शुरू हो गई है.
Permission to travel on Srinagar National Highway!
Complete denial of the Constitutional right to movement.
This is what has been written in the destiny of Kashmiris by those who compromised the State institutions and strengthened the hands of enemies of the State! pic.twitter.com/qjEtMqAhjW
— Shah Faesal (@shahfaesal) April 10, 2019
BJP wants me arrested for instigating Kashmiris to defy a callous ban that prohibits them from using their own roads. But such tactics & threats won’t scare me. They forget I am not made of a wood that burns easily. https://t.co/F6N6sGaH2b
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) April 11, 2019
बहरहाल, कश्मीर में सरकार किसकी बनती है और घाटी से धारा 370 हटती है या नहीं या फिर यहां से आतंकवाद कितनी जल्दी समाप्त होगा इन सारी बातों का फैसला आने वाला वक़्त करेगा मगर पहले चरण के मतदान में जो जनता का रुझान है वो ये साफ बता रहा है कि आज नहीं तो कल जम्मू कश्मीर और यहां रहने वाले लोगों के अच्छे दिन आने वाले हैं.
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