चुनाव के दूसरे चरण में हेमा मालिनी, देवगौड़ा परिवार और नीतीश कुमार का इम्तिहान
यूपी में हेमा मालिनी और राज बब्बर के अलावा कर्नाटक में देवगौड़ा परिवार की किस्मत का फैसला दूसरे चरण में होने जा रहा है. नीतीश कुमार की प्रतिष्ठा का भी सवाल है क्योंकि बिहार की पांच सीटों पर जेडीयू उम्मीदवारों ही मैदान में हैं.
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आम चुनाव के दूसरे चरण में 97 की जगह 95 संसदीय सीटों पर ही वोट डाले जाएंगे. तमिलनाडु की वेल्लोर लोकसभा सीट पर चुनाव रद्द कर दिया गया है जबकि पूर्वी त्रिपुरा लोकसभा सीट पर सुरक्षा कारणों से वोटिंग को तीसरे चरण में बढ़ा दिया गया है.
18 अप्रैल को 12 राज्यों और एक केंद्र शासित क्षेत्र में लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने जा रहे हैं. पहले चरण में 20 राज्यों की 91 सीटों पर 11 अप्रैल को वोटिंग हुई थी.
जिन नेताओं की किस्मत का होगा फैसला
दूसरे चरण के मतदान में कर्नाटक में देवगौड़ा परिवार से तीन उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है. कर्नाटक से ही चर्चित बीजेपी उम्मीदवार तेजस्वी सूर्या का भी इम्तिहान है - और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अक्सर हमलावर रहे दक्षिण भारतीय फिल्मों के स्टार प्रकाश राज के राजनीतिक भविष्य का जनता की अदालत में फैसला होना है.
1. मथुरा, उत्तर प्रदेश : मथुरा से हेमा मालिनी बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. मथुरा की लड़ाई जाट बनाम जाट होने के चलते हेमा मालिनी के पति और गुजरे जमाने के स्टार धर्मेंद्र भी मोर्च पर जा डटे हैं. दरअसल, सपा-बसपा गठबंधन की ओर से आरएलडी उम्मीदवार नरेंद्र सिंह अजीत सिंह के नाम पर जाट वोटों के फिराक में हैं.
मथुरा में हेमा मालिनी के लिए धर्मेंद्र ने भी वोट मांगे...
2. फतेहपुर सिकरी, उत्तर प्रदेश : यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर अपनी पसंदीदा सीट फतेहपुर सिकरी से चुनाव लड़ रहे हैं. पहले कांग्रेस ने उन्हें मुरादाबाद से उम्मीदवार घोषित किया था लेकिन राज बब्बर ने इंकार कर दिया. बाद में मुरादाबाद से कांग्रेस ने शायर इमरान प्रतापगढ़ी को चुनाव मैदान में उतारा है.
बीजेपी ने इस सीट पर अपना उम्मीदवार बदल दिया है. बीजेपी ने मौजूदा सांसद चौधरी बाबूलाल का टिकट काट कर राजकुमार चाहर को मैदान में उतारा है.
3. अमरोहा, उत्तर प्रदेश : अमरोहा से कांग्रेस की ओर से सीनियर नेता राशिद अल्वी को चुनाव लड़ना था, लेकिन उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से कदम पीछे खींच लिये. फिर कांग्रेस ने सचिन चौधरी को उम्मीदवार बनाया.
बीजेपी की ओर से यहां कंवर सिंह तंवर चुनाव मैदान में हैं जिनका मुकाबला बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे दानिश अली खान से है. दानिश अली कर्नाटक में सत्ताधारी जेडीएस के नेता हैं लेकिन मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी की सहमति से बीएसपी में शामिल हुए हैं और चुनाव लड़ रहे हैं.
4. अलीगढ़, उत्तर प्रदेश : अलीगढ़ से बीजेपी ने मौजूदा सांसद सतीश गौतम को ही टिकट दिया है. सतीश गौतम अलीगढ़ यूनिवर्सिटी में जिन्ना के फोटो को लेकर खासे विवादों में रहे. कांग्रेस ने यहां 2004 में सांसद रहे बिजेंद्र सिंह को टिकट दिया है जबकि गठबंधन की ओर से बीएसपी ने अजीत बालियान को उतारा है. मैदान में कोई भी मुस्लिम उम्मीदवार न होने के कारण मुकाबला त्रिकोणीय लग रहा है.
5. कटिहार, बिहार : कटिहार से मौजूदा सांसद तारिक अनवर ही फिर से मैदान में हैं लेकिन इस बार उनकी पार्टी बदल चुकी है. 2014 तारिक अनवर एनसीपी के टिकट पर चुनाव जीते थे, लेकिन इस बार वो कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. घर वापसी के बाद तारिक अनवर बिहार कांग्रेस को मजबूत करने और पार्टी छोड़ कर जा चुके पुराने नेताओं की वापसी के लिए जोरदार कोशिश कर रहे थे.
6. बेंगुलुरू साउथ, कर्नाटक : पेशे से वकील युवा नेता तेजस्वी सूर्या को बीजेपी का टिकट मिलना सुर्खियों में काफी दिन तक बना रहा. बीजेपी नेता अनंत कुमार की इस सीट से उनकी पत्नी टिकट की दावेदार थीं, लेकिन बीजेपी ने तेजस्वी सूर्या को उतार कर सबको चौंका दिया.
तेजस्वी सूर्या ने कोर्ट में अर्जी देकर 49 मीडिया समूहों के खिलाफ केस दाखिल किया था. तेजस्वी सूर्या का कहना था कि ये उनके खिलाफ अपमानजनक खबरें देतें हैं जिस पर कोर्ट ने अस्थायी रोक लगा दी थी.
7. बेंगलुरू सेंट्रल, कर्नाटक : दक्षिण भारतीय फिल्मों के जाने पहचाने चेहरे प्रकाश राज भी आम चुनाव में किस्मत आजमा रहे हैं. चुनाव को धंधा बताकर विवादों में रहे प्रकाश राज निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में हैं.
बीजेपी की ओर से यहां से दो बार सांसद रहे पीसी मोहन को ही टिकट मिला है. कांग्रेस ने युवा नेता रिजवान अरशद को टिकट दिया है. प्रकाश राज को वोटकटवा के तौर पर ही देखा जा रहा है जिनकी बदौलत बीजेपी के पीसी मोहन को हैट्रिक का मौका मिल सकता है.
8. हासन, तुमकुर और मंड्या, कर्नाटक : कर्नाटक के देवगौड़ा परिवार के लिए चुनाव का दूसरा चरण बेहद अहम हो गया है. इसमें देवगौड़ा परिवार के तीन सदस्यों की किस्मत का फैसला होने वाला है - और सभी का मुकाबला बीजेपी उम्मीदवारों से है.
पूरे परिवार के चुनाव लड़ने के सवाल पर छलक पड़े थे देवगौड़ा के आंसू...
पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा इस बार तुमकुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और हासन की अपनी विरासत अपने पोते प्रज्ज्वल रेवन्ना को सौंपने की तैयारी किये हुए हैं. मंड्या से देवगौड़ा के दूसरे पोते और मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी चुनाव मैदान में हैं. निखिल कुमारस्वामी के खिलाफ कांग्रेस के दिवंगत नेता एमएच अम्बरीश की पत्नी और अभिनेत्री सुमनलता निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं जिन्हें बीजेपी का भी समर्थन हासिल है.
9. अकोला, महाराष्ट्र : अकोला सीट पर भी मुकाबला दिलचस्प है. यहां बाबा साहेब अंबेडकर के पौत्र प्रकाश अंबेडकर और कांग्रेस के सीनियर नेता सुशील कुमार शिंदे के बीच मुकाबला है. शिंदे राजनीति से संन्यास लेना चाहते थे लेकिन कांग्रेस नेतृत्व के कहने पर चुनाव मैदान में डटे हुए हैं.
10. श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला 2017 में हुआ उपचुनाव जीते थे. दिलचस्प बात ये रही कि तब केवल 7.12 फीसदी ही वोटिंग हुई थी. 2014 श्रीनगर से पीडीपी के तारिक हमीद कर्रा जीते थे लेकिन उनके इस्तीफे के बाद ये सीट खाली हो गयी थी. एक बार फिर फारूक अब्दुला नेशनल कांफ्रेंस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.
दूसरे चरण में इन सब के अलावा जिन नेताओं की किस्मत दांव पर लगी है, वे हैं - जितेंद्र सिंह (बीजेपी, ऊधमपुर), सुष्मिता देव (कांग्रेस, सिल्चर), जुएल ओरांव (सुंदरगढ़, बीजेपी), एम. वीरप्पा मोइली (चिकबल्लापुर, कांग्रेस), कनिमोझी (तुतुकोड्डि, DMK), ए राजा (नीलगिरि, DMK), अंबुमणि रामदौस (धर्मपुरी, पीएमके), कार्ती चिदंबरम (शिवगंगा, कांग्रेस) और दयानिधि मारन (चेन्नई सेंट्रल, DMK).
नीतीश कुमार का भी इम्तिहान
बिहार की जिन पांच सीटों पर दूसरे चरण में मतदान होने जा रहा है, उन सभी पर एनडीए की ओर से जेडीयू के उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं - और इस कारण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए प्रतिष्ठा का मामला हो चुका है. इनमें तीन सीटों पर तो जेडीयू का कांग्रेस और दो सीटों पर आरजेडी उम्मीदवारों से मुकाबला है.
नीतीश कुमार की प्रतिष्ठा दांव पर...
भागलपुर और बांका ऐसी सीटें हैं जो जेडीयू के लिए बीजेपी को छोड़नी पड़ी और इसकी वजह से सैयद शाहनवाज हुसैन और पुतुल देवी के टिकट कट गये. शाहनवाज हुसैन तो चुप रहे लेकिन बांका से पुतुल देवी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में कूद पड़ी हैं. जेडीयू की ओर से बांका से गिरधारी यादव, भागलपुर से अजय मंडल, कटिहार से दुलालचंद गोस्वामी, पूर्णिया से संतोष कुशवाहा और किशनगंज से महमूद अशरफ चुनाव मैदान में हैं.
दूसरे चरण के चुनाव में 427 करोड़पति उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. तमिलनाडु की वेल्लोर सीट पर चुनाव रद्द हो जाने के बाद भी मामला खत्म नहीं हुआ है. रिश्वतखोरी को लेकर एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को नोटिस जारी किया है. याचिका में दावा किया गया है कि हर वोटर को ₹ 5000 की रकम दी गयी है. याचिका के जरिये तमिलनाडु की सभी 39 सीटों के लिए वोटिंग को फिलहाल टाल देने की गुजारिश की गयी है.
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