नरोत्तम मिश्रा: बॉलीवुड के गृहमंत्री!
आइये उन मौकों पर नजर डालें और समझें कि कैसे बॉलीवुड का हिंदू विरोधी चेहरा अपने उग्र रवैये से नरोत्तम मिश्रा ने क्षत विक्षत किया. तमाम मौके आए हैं जब मध्य प्रदेश के गृहमंत्री ने साबित किया है कि मानो वे बॉलीवुड के भी गृहमंत्री हैं.
-
Total Shares
नरोत्तम मिश्रा पद के लिहाज से तो मध्य प्रदेश के गृहमंत्री हैं. लेकिन उनका रवैया बताता है मानो उनके पास बॉलीवुड का अतिरिक्त प्रभार हो. बॉलीवुड में क्या चल रहा है? कैसा सिनेमा बन रहा है? कैसा सिनेमा बनना चाहिए? से लेकर कौन किस लॉबी का है लॉबी राष्ट्रवादियों के साथ है या फिर वो एंटी नेशनल्स के पक्ष में है सब पर नरोत्तम मिश्रा अपनी पैनी नजर बनाए रहते है. कंटेंट में उनकी एक्सपर्टीज तो है ही. साथ ही साथ जब इंडस्ट्री हिंदुत्व का मजाक बनाती है तो कोई बर्दाश्त करे न करे, नरोत्तम मिश्रा बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं करते. मिश्रा का एजेंडा क्लियर है. उनका मानना है कि इंडस्ट्री में वो व्यक्ति जो हिंदुओं और हिंदुत्व का मजाक उड़ाएगा, सीधे मुंह की खाएगा. हिंदू हितों और हिंदुत्व के संरक्षण के लिए मिश्रा कितना और किस हद तक फिक्रमंद हैं इसका अंदाजा उनके उस बयानों से लगाया जा सकता है. उन्होंने शाहरुख़ खान की अपकमिंग फिल्म पठान के विवादों में आने के बाद भी आग उगल दी है.
मध्य प्रदेश के अलावा बॉलीवुड के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दीपिका पादुकोण को टुकड़े-टुकड़े गैंग की सदस्य तो बताया ही साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि, फिल्म पठान (के गाने में टुकड़े-टुकड़े गैंग की समर्थक अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की वेशभूषा बेहद आपत्तिजनक है और गाना दूषित मानसिकता के साथ फिल्माया गया है. गाने के दृश्यों व वेशभूषा को ठीक किया जाए अन्यथा फिल्म को मध्य प्रदेशमें अनुमति दी जाए या नहीं दी जाए,यह विचारणीय होगा.'
बेशर्म रंग में दीपिका के कपड़ो की आलोचना करने वाले मिश्रा ने पठान को बड़ा सबक दे दिया है
मिश्रा के इस बयान के सामने आने के बाद यश राज कैंप की अपकमिंग फिल्म पठान को लेकर विरोध की जो चिंगारी जली थी वो आग की भभकती लपटों में परिवर्तित हो गयी है.राम कदम समेत भाजपा के तमाम अलग अलग नेता जहां फिल्म के बायकाट की मांग उठा रहे हैं तो वहीं तमाम हिंदूवादी संगठनों का फिल्म को लेकर रुख देखने वाला है. नौबत शाहरुख़ की फिल्मों की रिलीज पर सिनेमाघर जलाने तक की आ गयी है.
खैर ये कोई पहले बार नहीं है जब मिश्रा ने बॉलीवुड के चाल, चरित्र और चेहरे को बेनकाब किया है. क्योंकि हम पहले ही इस बता को जाहिर कर चुके हैं कि बॉलीवुड सुचारू रूप से चलें और वहां हिंदू धर्म को उचित सम्मान दिया जाए नरोत्तम मिश्रा ने स्वयं सामने आकर जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली है तो पूर्व में कई मौके ऐसे आए हैं जब बिना कोमल हुए मिश्रा ने बॉलीवुड को उसकी हैसियत याद दिलाई है.
आइये उन मौकों पर नजर डालें और समझें कि कैसे बॉलीवुड का हिंदू विरोधी चेहरा अपने उग्र रवैये से नरोत्तम मिश्रा ने क्षत विक्षत किया और बॉलीवुड को बताया कि अब भी वक़्त है कि वो सुधर जाए वरना एक इंडस्ट्री के रूप में उसके पास खुद को संभालने के लिए कुछ नहीं बचेगा.
जब Film Kaali Controversy पर दहाड़े थे नरोत्तम मिश्रा
बात इसी जुलाई 2022 की है. डॉक्यूमेंट्री फिल्म मेकर लीना मणिमेकलई ने ‘काली’ नाम की डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाने की घोषणा की थी. फिल्म के पोस्टर में जिस स्वरुप में काली को दिखाया गया था वो विवादित था. यदि पोस्टर को आज भी देखें और उसका अवलोकन करें तो इस फिल्म में काली को LGBTQ के झंडे संग सिगरेट का कश लगाते हुए दिखाया गया था. मध्य प्रदेश के गृहमंत्री ने मां काली को इस तरह दर्शाए जाने पर कड़ी आपत्ति दर्ज की थी.
नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि पोस्टर बेहद आपत्तिजनक है इसलिए फिल्म ‘काली’ की डायरेक्टर और प्रोड्यूसर पर FIR दर्ज की जाएगी. मिश्रा ने फिल्म के मेकर्स पर सवाल उठाते हुए कहा था कि ऐसी फिल्म हिंदू धर्म पर ही क्यों बनाई जाती हैं. देश में और धर्म के मानने वाले लोग हैं. उनके धर्म पर इस तरह की विवादस्पद फिल्में क्यों नहीं बनाई जाती है.
महाकाल मंदिर में जब आलिया रणबीर की एंट्री को बनाया गया था मुद्दा
अभी बीते जब अयान मुखर्जी की फिल्म ब्रह्मास्त्र रिलीज होने वाली थी तो फिल्म के प्रमोशन के लिए आलिया भट्ट और रणबीर कपूर महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए उज्जैन पहुंचे थे. जैसे ही रणबीर और आलिया के आने की खबर वायरल हुई बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने उनका जमकर विरोध किया. हालात ऐसे हो गए कि रणबीर और आलिया को भगवान महाकाल के दर्शन किए बिना ही लौटना पड़ा था.
इस पर नरोत्तम मिश्रा ने अपने मन की बात की थी. मिश्रा ने कहा था कि रणबीर और आलिया खुद ही दर्शन के लिए नहीं गए जबकि उनके लिए सारी व्यवस्था की गयी थी. वहीं उन्होंने ये भी कहा था कि, लोगों की भावनाओं को आहत करने वाले शब्दों का प्रयोग कलाकारों को नहीं करना चाहिए.
फिल्म अभिनेता रणबीर कपूर और अभिनेत्री आलिया भट्ट के महाकाल बाबा के दर्शन की पूरी व्यवस्था उज्जैन प्रशासन ने की थी, लेकिन प्रशासन के आग्रह के बावजूद रणबीर और आलिया खुद दर्शन के लिए नहीं गए. वैसे लोगों की भावनाओं को आहत करने वाले शब्दों का प्रयोग कलाकारों को नहीं करना चाहिए. pic.twitter.com/uiWB2tf9Hj
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) September 7, 2022
आमिर खान को भी उनकी हदें बता चुके हैं मिश्रा
अभी बीते दिनों आमिर खान द्वारा किये गए एक विज्ञापन का वीडियो वायरल हुआ था. इस विज्ञापन में भी वही गलती दोहराई गयी जिसके लिए बॉलीवुड हिंदी पट्टी के बीच आलोचना का सामना कर रहा है. विज्ञापन ने तूल पकड़ा और आमिर खान पर हिंदू धर्म के रीति-रिवाजों का अपमान करने का आरोप लगा. इसपर अपना रिएक्शन देते हुए मिश्रा ने कहा था कि विज्ञापन करते हुए भारतीय परंपराओं और रीति रिवाजों का ख्याल रखा जाना चाहिए. आमिर खान को मिश्रा ने नसीहत देते हुए कहा था कि मैं इसे उचित नहीं समझता हूं. वहीं मिश्रा ने ये भी कहा था कि आमिर को किसी की भावनाओं को आहत करने का कोई अधिकार नहीं है.
जब अभी बीते दिनों ऋचा चड्ढा पर बिफरे थे मिश्रा
सरकार की नीतियों के प्रति बॉलीवुड एक्टर ऋचा चड्ढा का रुख कैसा है ये बात किसी से छिपी नहीं है. अभी बीते दिनों गलवान मामले पर ऋचा चड्ढा ने ट्वीट किया था. ट्वीट विवादित था इसलिए ऋचा आलोचकों के निशाने पर आ गयीं. उनके खिलाफ मध्य प्रदेश में शिकायत दर्ज हुई थी, जिसका संज्ञान खुद गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने लिया था.उन्होंने पुलिस को कानूनी सलाह लेकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे.
वहीं उन्होंने ऋचा को नसीहत देते हुए कहा था कि 'सेना का सम्मान करना सीखें. रियल लाइफ और रील लाइफ में अंतर समझें. यह सेना है, सिनेमा नहीं है.' मिश्रा ने ये भी कहा था कि 'रियल लाइफ और रील लाइफ में अंतर होता है. आपकी सेना के ऊपर टिपप्णी देश के राष्ट्रभक्तों को आहत करने वाली है. कभी माइनस 45 डिग्री टेंपरेचर में रहकर तो देखो तब सेना का बलिदान समझ में आएगा. आपके बयान से अनेक राष्ट्रभक्तों को दुख पहुंचा है.'
जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में स्वरा की क्लास लेने से नहीं चुके मिश्रा
बीते दिनों भारत जोड़ो यात्रा के चलते राहुल गांधी उज्जैन थे. उनकी यात्रा में बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और विवाद हो गया था. स्वरा का यात्रा में आना भर था मध्य प्रदेश में राजनीति गरमा गयी थी और स्वरा को मुद्दा बनाते हुए भाजपा ने कांग्रेस पर बड़ा और करारा हमला किया था.
तब स्वरा का संज्ञान लेते हुए एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि स्वरा भास्कर सेना का अपमान करने वाली रिचा चड्डा का समर्थन करती है. ऐसे टुकड़े-टुकड़े और तोड़ने वाले लोग पदयात्रा में क्या कर रहे हैं? यात्रा का नाम कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा कह रही है,लेकिन तोड़ने वाले क्या कर रहे हैं कांग्रेस बताएं.
.@RahulGandhi जी की #BharatJodaYatra में टुकड़े-टुकड़े गैंग की समर्थक @ReallySwara और @kanhaiyakumar जैसे राष्ट्र विरोधी मानसिकता वाले लोगों का शामिल होना इस बात का प्रमाण है कि यह भारत को तोड़ने वालों के समर्थन में निकाली जा रही यात्रा है.@vivekagnihotri @SirPareshRawal pic.twitter.com/VGUe2toiSN
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) December 1, 2022
वहीं स्वरा को अर्बन नक्सल सोच का ध्वजवाहक बताया गया था और कहा गया था कि ऐसे लोगों को किसी भी हाल में एमपी की फिजा को दूषित नहीं करने दिया जाएगा. बहरहाल बात नरोत्तम मिश्रा की हुई है तो हम बस ये कहकर अपनी बातों को विराम देंगे कि भले ही एमपी में क्या हो रहा है? कैसा माहौल है? इसकी नरोत्तम मिश्रा को खबर हो या न हो लेकिन उनकी नजर बॉलीवुड पर है.
हालिया दिनों में जिस तरह मिश्रा बॉलीवुड के लिए कठोर हुए हैं कहना गलत नहीं है कि अब इंडस्ट्री में मर्जी भी मिश्रा की ही चलेगी. क्योंकि वो एमपी के साथ साथ बॉलीवुड के भी गृहमंत्री हैं इसलिए बिना उनकी मर्जी के परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा.
ये भी पढ़ें -
महात्मा गांधी से तुलना करने पर राहुल गांधी का बयान सच का सामना है
'कांग्रेसियों' को चीन-Pok पर सवाल उठाने का नैतिक हक नहीं, सवालों में पाकिस्तानी दुर्गंध!
मोदी के खिलाफ विपक्ष के एकजुट होने में केसीआर नयी चुनौती हैं
आपकी राय