पड़ोसियों से अच्छे ताल्लुकात की बात से बेमेल इमरान खान का राग कश्मीर!
चुनाव जीतने के बाद राष्ट्र के नाम अपने पहले संबोधन में ही इमरान खान ने साफ कर दिया कि नये पाकिस्तान में भी भारत के लिए कुछ भी नहीं बदलने वाला. जम्मू-कश्मीर के मामले में इमरान खान ने अपनी बात खुद ही काट दी.
-
Total Shares
पाकिस्तान चुनाव में जीत के बाद इमरान खान ने मुल्क में अच्छे दिन लाने का वादा किया है. बतौर इमरान खान कोशिश होगी कि पाकिस्तान ऐसा मुल्क बने जैसा मोहम्मद अली जिन्ना ने ख्वाब देखा था.
गरीबी मिटाने से लेकर अवाम से तमाम वादों के दरम्यान इमरान खान ने कहा तो ये भी कि वो पड़ोसियों के साथ अच्छे ताल्लुकात चाहते हैं, लेकिन लगे हाथ कश्मीर का मुद्दा भी उछाल दिया. बिलकुल वैसे ही जैसे पाकिस्तानी फौज का स्टैंड रहा है.
सब बदलने का वादा, सिवा कश्मीर पर पुराने स्टैंड के
राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में इमरान खान ने बहुत सारी अच्छी अच्छी बातें कही जो सुनने में खुशगवार लगे. इमरान के वादे भी पूरे घर को बदल डालने वाले ही रहे. नये पाकिस्तान में वो सब करेंगे जो होना चाहिये और आगे वैसा कुछ भी नहीं होने वाला है जो आजादी के बाद से अब तक होता आया है.
कश्मीर पर कुछ भी नहीं बदलनेवाला
इमरान खान चुनाव पाकिस्तान में जरूर लड़ रहे थे मगर भारतीय मीडिया पर उनकी खास नजर बनी रही. इमरान खान ने हैरानी जताते हुए कहा, "हिंदुस्तान की मीडिया ने मुझे बॉलीवुड के विलेन की तरह पेश किया." इमरान खान इस हैरानी पर भी खड़ा हो रहा भ्रम तत्काल टूट गया जब उन्होंने जम्मू-कश्मीर का मामला उछाल दिया.
इमरान खान ने यकीन दिलाने की कोशिश की कि नये पाकिस्तान की विदेश नीति भी ऐसी होगी जिसमें पड़ोसियों से अच्छे ताल्लुकात हों. बात जब भारत की आयी तो वो फौज की भाषा बोलने लगे.
इमरान खान बोले - जम्मू और कश्मीर में पिछले तीस साल से लोगों के मानव अधिकार कुचले जा रहे हैं. इमरान खान ने कश्मीर के लोगों से हमदर्दी जताने की भी कोशिश की. कहा - कश्मीरी अवाम लगातार मुश्किलें झेल रही है.
साथ ही, इमरान ने ये भी कहा कि अगर हिंदुस्तान का नेतृत्व हमारे साथ रिश्ते बेहतर करने के लिए तैयार है, तो हम भी इसके लिए तैयार हैं. इमरान में टेबल पर बैठ कर बातचीत से मामले सुलझाने पर जोर दिया. बोले - फौज से किसी समस्या को सुलझाया नहीं जा सकता.
बेस्ट फ्रेंड तो बस चीन ही है
ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा ले रहे चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इमरान खान को कुछ देर पहले ही सबसे अच्छा दोस्त बताया था. चीन पहले भी पाकिस्तान को अच्छे से भी अच्छा दोस्त बता चुका है.
इमरान ने भी देर नहीं लगायी और पड़ोसियों में सबसे पहले चीन का नाम लेते हुए उसे पाकिस्तान का बेस्ट फ्रेंड बताया. गरीबी मिटाने के मामले में भी चीन की मिसाल देते हुए इमरान ने कहा वो विशेषज्ञों की टीम भेज कर नुस्खा सीखेंगे.
पाकिस्तान में अच्छे दिन लाने का वादा
पाकिस्तान में भारी भ्रष्टाचार का मामला उठाते हुए इमरान खान ने करप्शन के खिलाफ लड़ाई में चीन का ही उदाहरण दिया. इमरान ने पाकिस्तान से भ्रष्टाचार मिटाने का भी वादा किया ताकि मुल्क में इंवेस्टमेंट की संभावना तलाशी जा सके.
चीन के बाद इमरान खान के एजेंडे में अफगानिस्तान है जिसके साथ वो संतुलित रिश्ते और वहां के लोगों के लिए बेहतर जिंदगी चाहते हैं. ये बात अलग है कि चुनाव से पहले से ही इमरान को तालिबान खान के रूप में भी शोहरत हासिल हो चुकी है. तालिबान के प्रति इमरान खान के सॉफ्ट कॉर्नर की भी खूब चर्चा रही है.
इमरान रिश्ता तो अमेरिका के साथ भी अच्छा चाहते हैं लेकिन महज 'इमदाद' जैसा नहीं. इमरान की नजर में चीन ही नहीं ईरान भी हमसाया है और सऊदी अरब तो मुश्किल वक्त में भी मुल्क के बेहद करीब रहा है.
पाकिस्तान में अच्छे दिन लाने का वादा
अल्लाह और पाकिस्तानी अवाम का शुक्रिया अदा करते हुए इमरान खान बोले, "मैं इंसानियत से भरा पाकिस्तान बनाऊंगा... कमजोरों... किसानों... नौजवानों... गरीबों के लिए काम करूंगा."
इमरान बोले, "हम पाकिस्तान को ऐसे चलाएंगे जिसे इससे पहले कभी किसी ने नहीं चलाया... अब तक जो हुक्मरान आए उन्होंने अपने शानो-शौकत पर खर्च किये, उनकी फिजुलखर्ची को देखते हुए लोग टैक्स नहीं भरते थे. हम ऐसा माहौल बनाएंगे कि लोग टैक्स भरने को आगे आयें... सरकार के पैसे का सही इस्तेमाल करूंगा..."
क्रिकेटर से पहले राजनीति शास्त्र और दर्शनशास्त्र के छात्र रहे इमरान खान के चेहरे पर खुशी और आत्मविश्वास की पूरी झलक मिल रही थी. बातों में भी वैसी ही खनक रही, 'मुल्क की पहचान अमीर से नहीं होती बल्कि इससे होती है कि गरीब लोगों की जिंदगी कैसी होती है और वो किस तरह से रहते हैं.'
इन्हें भी पढ़ें :
प्रधानमंत्री इमरान के पहले ओवर की 6 बॉल कुछ ऐसी होंगी
प्रधानमंत्री कोई भी बने - भारत को तो मुशर्रफ जैसी हुकूमत से ही डील करनी होगी
आपकी राय