Priyanka Gandhi का भगवा एनालिसिस योगी आदित्यनाथ को ही फायदा पहुंचाएगा
Citizenship Amendment Act के विरोध स्वरुप भले ही कांग्रेस की तरफ से भगवे का नाम लेकर Priyanka Gandhi ने Yogi Adityanath को घेरा हो. मगर बात क्योंकि अब हिंदुत्व पर आ गई है तो इससे तुष्टिकरण होगा जिसका सीधा फायदा आगामी चुनावों में योगी को होगा.
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नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी को लेकर उत्तर प्रदेश में हुए उपद्रव (Violence in up over CAA protest) के बाद हुई पुलिसिया कार्रवाई पर कांग्रेस महासचिव और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi on CAA protest) सख्त नजर आईं. लखनऊ में पत्रकारों से मुखातिब प्रियंका ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है. प्रियंका ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Priyanka Gandhi criticising UP CM Yogi Adityanath) पर बदले की भावना से काम करने का आरोप तो लगाया ही. साथ ही उन्होंने भगवे (Priyanka Gandhi On Bhagwa) को लेकर ऐसा बहुत कुछ कह दिया है जिससे सियासी गलियारों में हडकंप मच गया है. प्रियंका के बयान का फायदा भाजपा ने उठाया है और कांग्रेस को हिंदू विरोधी बता दिया है. ध्यान रहे कि लखनऊ में आयोजित पत्रकारवार्ता में आध्यात्मिक हुई प्रियंका गांधी ने योगी आदित्यनाथ के भगवा वस्त्रों पर सवाल उठाए और द्वापरयुग में भगवान श्रीकृष्ण के एक प्रसंग का जिक्र किया. प्रियंका ने कहा कि यह देश करुणा का है, जहां बदले की भावना से काम नहीं किया जाता है. देश के इतिहास में ये पहली बार हो रहा है जब एक सीएम कह रहा है कि बदला लिया जाएगा. प्रियंका ने कहा कि यह देश कृष्ण और भगवान राम का है, जो करुणा और त्याग के प्रतीक हैं. लेकिन योगी जी बदले की बात करते हैं. वह भगवा कपड़े पहनते हैं, लेकिन यह भगवा उनका निजी नहीं, बल्कि हिंदू धर्म का प्रतीक है. ऐसे में उन्हें हिंदू धर्म के मायने को समझना चाहिए.
भगवे की आलोचना कर प्रियंका ने गेंद योगी के पाले में डाल दी है
मीडिया से मुखातिब प्रियंका इतने पर ही रुक जाती तो भी ठीक था. उन्होंने भगवान शिव का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे यहां शिव की बारात में सब नाचते हैं. इस देश की आत्मा में 'बदला' जैसे शब्द की जगह नहीं है, श्रीकृष्ण ने कभी बदले की बात नहीं की. प्रियंका ने कहा कि इस प्रदेश के सीएम योगी के वस्त्र पहनते हैं, ये भगवा आपका नहीं है. ये भगवा हिंदुस्तान की धार्मिक आस्था का प्रतीक है, उस धर्म का पालन करना सीखिए. हिंदू धर्म में हिंसा और रंज का कोई स्थान नहीं है. साथ ही प्रियंका ने भी कहा कि मुख्यमंत्री ने बयान दिया था कि वो बदला लेंगे, उसी बयान पर पुलिस चल रही है.
हिन्दू धर्म में हिंसा और बदले की भावना की कोई जगह नहीं: Smt. @priyankagandhi pic.twitter.com/goujrbmJ19
— Congress (@INCIndia) December 30, 2019
योगी के भगवा छोले पर प्रियंका के बयान के बाद, यूपी के डिप्टी सीएम डॉक्टर दिनेश शर्मा ने प्रियंका गांधी पर पलटवार किया है. दिनेश शर्मा ने कहा है कि प्रियंका को भगवा और भगवा धारण करने के बारे में पता ही नहीं है. वो नहीं जानती कि भगवा धारण करना कितनी बड़ी बात होती है. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रियंका गांधी तुष्टीकरण की राजनीति कर रही हैं. उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने प्रियंका गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रियंका भगवा रंग पर टिप्पणी कर हिंदू धर्म का अपमान कर रही हैं.
इतिहास में पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने बदला लेने की बात कही: Smt. @priyankagandhi pic.twitter.com/SF0ppU69bi
— Congress (@INCIndia) December 30, 2019
प्रियंका गांधी को असलियत से रू-ब-रू कराते हुए शर्मा ने ये भी कहा कि कांग्रेस व सपा इस समय ट्वेंटी 20 मैच खेलना चाहते हैं. उपचुनाव में भाजपा ने 12 में से 9 सीटें हासिल की. कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली. ये उन्हें नहीं भूलना चाहिए. सरकार का पक्ष रखते हुए उन्होंने ये भी कहा कि धारा 144 का उल्लंघन विपक्ष अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहा है.विपक्ष के नेता शांति भंग करने का प्रयास कर रहे हैं.
पत्रकार वार्ता के दौरान जैसा रुख प्रियंका गांधी का था यदि उसका अवलोकन किया जाए तो मिलता है कि वो अपनी बातों से दंगाइयों और उपद्रवियों को बचा रही थीं. प्रेस के सामने बार बार प्रियंका यही साबित करना चाह रही थीं कि जो लोग भी प्रदर्शन के नाम पर हिंसक गतिविधियों में शामिल थे वो मासूम थे. साथ ही उन्होंने इस बात का भी इशारा कर दिया कि प्रियंका की नजर में वो दंगाई तब तक मासूम रहेंगे जब तक इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच नहीं हो जाती.
'बदले की बात' कहकर भले ही प्रियंका ने एक बड़ा दांव खेला हो, मगर उन्हें याद रखना चाहिए कि जो कुछ भी उन्होंने कहा है उससे फायदा किसी और को नहीं बल्कि यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ को पहुंचने वाला है. बात सीधी और एकदम स्पष्ट है. चूंकि बात अब भगवे और हिंदुत्व पर आ ही गई है तो कहीं न कहीं इससे हिंदू और मुस्लिम के बीच की खाई और बढ़ेगी और जो हिंदू वोटर हैं वो साफ़ तौर पर योगी आदित्यनाथ और भाजपा की तरफ आकर्षित होंगे जिसका फायदा उन्हें आगामी चुनावों में मिलेगा.
अपनी पत्रकारवार्ता में अगर एक बार भी प्रियंका दंगाइयों का जिक्र कर देतीं तो भी बात बन जाती. लेकिन जिस तरह उन्होंने उपद्रवियों और उनकी हरकत को नजरंदाज किया ये खुद में साफ़ हो जाता है कि प्रियंका अपना और जनता के बीच से जनाधार हो चुकी कांग्रेस पार्टी का वोट बैंक सुरक्षित रखने के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार हैं.
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