Farm Bill 2020: राज्य सभा उप सभापति हरिवंश की निलंबित सांसदों को चाय और राष्ट्रपति को पत्र एक नजीर है!
कृषि बिल (Farm Bill) को लेकर हिंसा-अराजकता के बावजूद जिस तरह उप सभापति (Deputy Chairman) हरिवंश(Harivansh Narayan Singh)ने प्रदर्शनकारी सांसदों को सुबह सुबह चाय पिलाई है एक नजीर स्थापित हुई है जिसका तोड़ फ़िलहाल न तो प्रदर्शन करते सांसदों के पास है और न ही खुद को किसानों का मसीहा कहने वाले राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के पास.
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कृषि बिल (Farm Bill) को लेकर तनाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है. विपक्ष (Opposition) जहां इसे कृषि विरोधी (Anti Farmers) बता रहा है तो वहीं सरकार का कहना है कि अब इस बिल के बाद किसानों की किस्मत चमक जाएगी. बिल पर राजनीति बदस्तूर जारी है और ये राजनीति ही है जिसके चलते हम अनुशासन के नाम पर राज्यसभा (Rajyasabha) से निलंबित किये गए अलग अलग दलों के 8 सांसदों (MP) को संसद भवन (Parliament) के बाहर गांधी प्रतिमा के सामने धरना प्रदर्शन और सरकार विरोधी रवैया अपनाते देख रहे हैं. बता दें कि इन 8 सांसदों को सभापति वेंकैया नायडू (Venkaiah Naidu) ने सदन में हंगामा करने और उपसभापति हरिवंश (Harivansh Narayan Singh) के साथ बदतमीजी और बदसलूकी करने के लिए सस्पेंड किया था. कहावत है कि बुराई चाहे जितनी भी बड़ी क्यों न हो छोटी सी अच्छाई में वो शक्ति है कि बुराई उसके आगे झुक जाती है. निलंबित सांसदों द्वारा बदसलूकी के बावजूद राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश न केवल निलंबित सांसदों से मिलने पहुंचे बल्कि उन्हें अपने हाथों से चाय भी पिलाई.
संसद भवन के बाहर धरने पर बैठे सांसदों के लिए चाय लेकर पहुंचे हरिवंश नारायण सिंह
उपसभापति हरिवंश अपने साथ एक झोला लाए थे जिसमें सदन से बर्खास्त सांसदों के लिए चाय और स्नैक्स थे. हरिवंश ने अपने हाथों से चाय निकाली और सांसदों को पिलाई. इसके बाद हरिवंश ने सांसदों से बात की और उनकी समस्याओं को सुना.
#WATCH: Rajya Sabha Deputy Chairman Harivansh brings tea for the Rajya Sabha MPs who are protesting at Parliament premises against their suspension from the House. #Delhi pic.twitter.com/eF1I5pVbsw
— ANI (@ANI) September 22, 2020
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश का इतनी बदसलूकी के बावजूद बिगड़ैल सांसदों को चाय पिलाना भर था सोशल मीडिया उनकी तारीफों से पटा पड़ा है. हरिवंश का सांसदों को चाय पिलाना पीएम मोदी को भी भाया है. मामले पर पीएम मोदी ने ट्वीट किया है और कहा है कि जिन सांसदों ने उनपर हमला किया और उनका अपमान किया उनके लिए स्वयं चाय लेकर जाना श्री हरिवंश जी के खुले और बड़प्पन को दर्शाता है। यह उनकी महानता को दिखाता है. मैं देश की जनता के साथ मिलकर इसके लिए हरिवंशजी को बधाई देता हूं.'
To personally serve tea to those who attacked and insulted him a few days ago as well as those sitting on Dharna shows that Shri Harivansh Ji has been blessed with a humble mind and a big heart. It shows his greatness. I join the people of India in congratulating Harivansh Ji.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 22, 2020
केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजीजू ने ट्वीट किया है कि जिन सांसदों ने उपसभापति पर हमला किया और उनके साथ बदसलूकी की उन्हें चाय परोसकर हरिवंश ने बताया है कि वास्तविक लोकतंत्र क्या होता है. जिन लोगों ने भी उनके ऊपर हमला किया उन्हें अपना आत्मसात करने की ज़रूरत है.
By personally serving tea to those MPs who attacked & insulted him, Rajya Sabha Deputy Chairman Harivansh Ji, has displayed the true spirit of our great democracy. All those who attacked him and our democracy should introspect. pic.twitter.com/egkIy2sXu5
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) September 22, 2020
प्रीति गांधी ने ट्वीट किया है कि मुझे नहीं लगता कि ऐसा पहले कभी कुछ हुआ है. सबने देखा कि कैसे उन्हें अपमानित किया गया और उनपर हमला हुआ और उसके बाद उनपर हमला करने वाले लोग धरने पर बैठ गए. हरिवंश ने किसी भी बात को दिल में नहीं रखा और सुबह की चाय लेकर पहुंच गए. ये एक मन मोह लेने वाला बर्ताव है.
I don't think anything like this has ever happened before!! Everyone saw how he was insulted & attacked by them and then the same people sat on a dharna. But Harivansh ji reciprocated very kindly, brought for them subah ki chai from his home. Wonderful gesture! pic.twitter.com/of0PnuPwUr
— Priti Gandhi - प्रीति गांधी (@MrsGandhi) September 22, 2020
वहीं देश के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी हरिवंश के इस व्यवहार की जमकर तारीफ की है.
I appreciate the initiative of Deputy Chairman of Rajya Sabha, Shri Harivansh ji who personally offered home-made tea to the MPs sitting on dharna in Parliament premises. pic.twitter.com/d1Bago3MET
— Vice President of India (@VPSecretariat) September 22, 2020
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सुनील देवधर ने भी उपसभापति हरिवंश के इस प्रेमपूर्ण रवैये की जमकर तारीफ की है. सुनील देवधर ने ट्वीट किया है कि संसद में हिंसा और बदसलूकी करने वाले सांसदों को चाय पिलाकर हरिवंश ने लोकतंत्र के मद्देनजर एक नजीर स्थापित की है जिसे देश सालों साल याद रखेगा.
What an inspiring gesture by Rajya Sabha Deputy Chairman Harivansh Ji ! Today he set a new benchmark in democracy.He personally served tea for the protesting suspended RS members who had heckled & insulted him a day before. This shows his generosity & big heart. pic.twitter.com/8sXlCciSMn
— Sunil Deodhar (@Sunil_Deodhar) September 22, 2020
एक तरह जहां चाय पिलाने को लेकर हरिवंश की जमकर तारीफ हो रही हैं तो वहीं धरने पर बैठे कांग्रेस सांसद रिपुन बोरा ने सरकार के प्रति नाराजगी जाहिर की है. बोरा ने कहा है कि 'सरकार की ओर से कोई हमारा हाल लेने नहीं आया. कई विपक्षी नेता आए और हमारा साथ देने की बात कही. हम प्रदर्शन जारी रखेंगे. हरिवंश जी ने कहा कि वे हमसे कलीग के तौर पर मिलने आए न कि राज्यसभा के उपसभापति के तौर पर. अपने साथ वे चाय व स्नैक्स भी लेकर आए. हम यहीं परिसर में रातभर रहे.'
No one from the government has come to enquire about us. Many Opposition leaders came to enquire about us and to show solidarity with us. We are going to continue this demonstration: Congress MP Ripun Bora https://t.co/EZyz5SxWRa
— ANI (@ANI) September 22, 2020
गौरतलब है कि बीते दिनों ही देश की जनता ने राज्यसभा में एक ऐसा दृश्य देखा जिसकी कल्पना शायद ही कभी किसी ने की हो. सांसदों ने कृषि विधेयक के विरोध में वेल में आकर हंगामा किया और रूल बुक फाड़ने की कोशिश की थी.कृषि विधेयक पारित होने के दौरान इन सांसदों ने हंगामा तो किया ही साथ ही उपसभापति के साथ दुर्व्यवहार भी किया जिसके बाद सदन के सभापति ने इन सांसदों पर कार्रवाई की.
8 सांसद आए सभापति के निशाने पर
संसद से बर्खास्त किये गए सांसदों में तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन व डोला सेन, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, कांग्रेस के राजीव साटव, सैयद नासिर हुसैन, रिपुन बोरा और सीपीआई (एम) से केके रागेश और एल्मलारान करीम शामिल हैं. बताते चलें कि विपक्ष ने राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दिया था जिसे सभापति वैंकेया नायडू ने खारिज कर दिया. राज्य सभा के घटनाक्रम से हरिवंश सिंह इतने आहत थे कि उन्होंने अपनी पीड़ा राष्ट्रपति कोे लिख डाली. स्वयं प्रधानमंत्री नरेेंद्र मोदी ने उनका वह पत्र ट्विटर पर शेयर किया.
माननीय राष्ट्रपति जी को माननीय हरिवंश जी ने जो पत्र लिखा, उसे मैंने पढ़ा। पत्र के एक-एक शब्द ने लोकतंत्र के प्रति हमारी आस्था को नया विश्वास दिया है। यह पत्र प्रेरक भी है और प्रशंसनीय भी। इसमें सच्चाई भी है और संवेदनाएं भी। मेरा आग्रह है, सभी देशवासी इसे जरूर पढ़ें। pic.twitter.com/K9uLy53xIB
— Narendra Modi (@narendramodi) September 22, 2020
राहुल गांधी बताया निलंबन अलोकतांत्रिक
सभापति वेंकैया द्वारा सांसदों के निलंबन को अलोकतांत्रिक कदम बताते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने घटना की कड़ी आलोचना की है और ट्वीट किया है. राहुल गांधी ने कहा कि पहले तो सांसदों को बोलने का मौका नहीं दिया और उसके बाद निलंबित करने का फैसला कर दिया गया.
’Muting Of Democratic India’ continues: by initially silencing and later, suspending MPs in the Parliament & turning a blind eye to farmers’ concerns on the black agriculture laws.This ‘omniscient’ Govt’s endless arrogance has brought economic disaster for the entire country.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 21, 2020
बहरहाल भले ही हिंसा करने वाले सांसदों को चाय परोस दी गयी हो लेकिन अपने साथ हुई इस घटना से हरिवंश नारायण सिंह भी खासे आहत हैं.
उप सभापति हरिवंश विपक्षी सांसदों द्वारा सदन में उनके साथ अनियंत्रित व्यवहार के खिलाफ एक दिवसीय उपवास का पालन करेंगे. उन्होंने इसको लेकर सभपति को एक पत्र लिखा और कहा कि सांसदों के व्यवहार के चलते वे मानसिक वेदना में हैं और पूरी रात सो नहीं पाए. उन्होंने पत्र में लिखा, 'राज्यसभा में जो कुछ हुआ, उससे पिछले दो दिनों से गहरी आत्मपीड़ा, तनाव और मानसिक वेदना में हूं. मैं पूरी रात सो नहीं पाया.'
हरिवंश ने कहा, 'सदन के सदस्यों की ओर से लोकतंत्र के नाम पर हिंसक व्यवहार हुआ. आसन पर बैठे व्यक्ति को भयभीत करने की कोशिश हुई. उच्च सदन की हर मर्यादा और व्यवस्था की धज्जियां उड़ाई गईं. सदन में सदस्यों ने नियम पुस्तिका फाड़ी. मेरे ऊपर फेंका.'
Rajya Sabha Deputy Chairman Harivansh to observe one-day fast against the unruly behaviour with him in the House by Opposition MPs during the passing of agriculture Bills on 20th September pic.twitter.com/cphCDVHrqM
— ANI (@ANI) September 22, 2020
उन्होंने लिखा 'नीचे से कागज को रोल बनाकर आसन पर फेंके गए. आक्रामक व्यवहार, भद्दे और असंसदीय नारे लगाए गए. हृदय और मानस को बेचैन करने वाला लोकतंत्र के चीरहरण का पूरा नजारा रात मेरे मस्तिष्क में छाया रहा. इस कारण मैं सो नहीं सका. गांव का आदमी हूं, मुझे साहित्य, संवेदना और मूल्यों ने गढ़ा है.
मामले पर अभी और कितनी सियासत होती है? आने वाले समय में भाजपा सांसदों की बदसलूकी को देश की जनता के सामने कैसे एक बड़े मुद्दे की तरह पेश करती है? सवाल तमाम हैं जिनके जवाब वक़्त की गर्त में छुपे हैं मगर पूरे मामले पर जैसा रुख उप सभापति हरिवंश नारायण सिंह का रहा उन्होंने धरना दे रहे सांसदों के सामने सुबह सुबह चाय परोसकर एक नजीर स्थापित की है.
जैसे हालात हैं फिलहाल इस नजीर का तोड़ न तो अराजकता पर उतरे सांसदों के पास है और न ही खुद को किसानों का मसीहा कहने वाले राहुल गांधी के पास है. आने वाला वक़्त दिलचस्प है और कौन सही है और कौन गलत है इसका फैसला सिर्फ और सिर्फ जनता को करना है.
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