सलमान खुर्शीद को एहसास हो रहा है कि वे कुछ ज्यादा ही बोल गए हैं!
हिंदू धर्म और हिंदुत्व की तुलना इस्लामिक स्टेट और बोको हराम से करने के कारण सलमान खुर्शीद आलोचकों के निशाने पर हैं. विरोध की आग उत्तराखंड में नैनीताल के उनके घर तक पहुंच गई है. प्रदर्शनकारियों ने वहां आगजनी और तोड़फोड़ की. अब सलमान नाराज लोगों से कह रहे हैं कि मुझसे बात कीजिये, हो सकता है कि मैं बदल जाऊं.
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अयोध्या पर सलमान खुर्शीद की किताब और उसके विवादित कंटेंट के कारण लाजमी था कि वे सुर्खियों में आते. हुआ ऐसा ही. हिंदू धर्म और हिंदुत्व की तुलना इस्लामिक स्टेट और बोको हराम से करने के कारण सलमान खुर्शीद आलोचकों के निशाने पर हैं. जगह जगह सलमान खुर्शीद के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं और विरोध की आग उत्तराखंड के नैनीताल पहुंच गई है. जहां सलमान खुर्शीद के आवास पर तोड़फोड़ और आगजनी हुई है. लोगों के इस रवैये के बाद सलमान खुर्शीद हैरत में हैं.
मामले के मद्देनजर सलमान खुर्शीद ने कहा है कि हमला उनपर नहीं बल्कि हिंदू धर्म पर है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि उन्हें हिंदू धर्म पर गर्व है, इसने देश को महान संस्कृति दी है. कुलमिलाकर पहले विरोध फिर हमले के बाद सलमान ने हिंदुत्व के समर्थन में बयान दिया है उससे इतना तो साफ हो गया है कि सलमान ने गलती की है और कहीं न कहीं उन्हें अब अपने लिखे का मलाल भी है. जैसा कि हम पहले ही बता चुके हैं पूर्व केंद्रीय मंत्री हिंदुत्व की तुलना विश्व के खूंखार आतंकी संगठनों से करने के कारण लोगों विशेषकर हिंदुवादी संगठनों के निशाने पर हैं.
विवाद और नैनीताल वाले घर में हुई आगजनी के मद्देनजर सलमान खुर्शीद ने ये भी कहा है कि 'मैंने कहा है कि जो लोग इस तरह का काम करते हैं, वे हिंदू धर्म से नहीं हैं. हिंदू धर्म एक खूबसूरत धर्म है, जिसने देश को शानदार संस्कृति दी है और मुझे इस पर गर्व है. यह हमला मुझ पर नहीं, बल्कि हिंदू धर्म पर है.'
आखिरकार सलमान खुर्शीद को समझ आ गया कि उन्होंने जो किया वो गलत किया है
ध्यान रहे कि अभी बीते दिन ही कुछ लोगों ने खुर्शीद के आवास पर तोड़फोड़ और आगजनी की है. घटना को नैनीताल पुलिस ने भी गंभीरता से लिया और फौरन ही एक्शन लेते हुए पुलिस ने 21 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में शुमार सलमान खुर्शीद ने सनराइज ओवर अयोध्या: नेशनहुड इन आवर टाइम्स' नाम की किताब लिखी है.
अपनी नई किताब में सलमान ने हिंदुओं और हिंदुत्व को लेकर ऐसा बहुत कुछ लिख दिया है जो लोगों को अच्छा नहीं लगा है और जिसने लोगों की भावना पर सीधा प्रहार किया है. अपनी किताब में सलमान ने हिंदुत्व और कट्टरवादी इस्लाम की तुलना कर दोनों को बराबर बताते हुए एक ही पलड़े पर रखा है.
Salman Khurshid justifies the Sikh Genocide, says they were paying for their “sins”.He also writes that Hindutva is similar to the Jihadist groups like ISIS & Biko Haram.Divisive and anti-India thoughts of @INCIndia. Shameful!Are you endorsing this Mr. Gandhi? @RahulGandhi pic.twitter.com/QKznVwgMG8
— Charu Pragya?? (@CharuPragya) November 11, 2021
चूंकि किताब का कंटेंट लोगों के बीच चर्चा का विषय है. इसलिए सोशल मीडिया पर एक वर्ग वो भी है जिसने साफ लहजे में इस बात को जाहिर किया है कि अपनी किताब के जरिये सलमान ने देश तोड़ने और एकता अनेकता को प्रभावित करने वाली बातें की हैं.
जिस तरह का विरोध है उसपर सलमान खुर्शीद ने एएनआई से अपने मन की बात की है और कहा है कि वह इस मुद्दे पर उन लोगों से चर्चा को तैयार हैं, जो उनका विरोध कर रहे हैं. सलमान के मुताबिक, 'मैंने हर जगह कहा है कि मेरे दरवाजे खुले हुए हैं. आपको आकर मेरे दरवाजे पर आग से निशान छोड़ने की क्या जरूरत है? आइए और मुझ से बात कीजिए.
"We may not agree with Hindutva as a political ideology but comparing it with ISIS and Jihadist Islam is factually wrong and exaggeration," senior Congress leader Ghulam Nabi Azad on a passage in Salman Khurshid's book on Ayodhya verdict.(file photo) pic.twitter.com/mJDDKzQs2V
— ANI (@ANI) November 11, 2021
सलमान के मुताबिक, हो सकता है कि मैं बदल जाऊं या आप बदल जाएं. लेकिन बातचीत और संवाद हमारी साझा जिंदगी का आधार है.' मामले में दिलचस्प ये भी है कि सलमान को मीडिया से बड़ी उम्मीदें हैं. सलमान को लगता है कि मीडिया उन्हें इस बहस में जरूर फायदा पहुंचाएगा. सलमान के अनुसार, मीडिया. दूसरे लोग जो कर रहे थे, उसे प्रचारित करने में अधिक रुचि रखता है.
संवाद और बातचीत की आवश्यकता पर बल देते हुए सलमान खुर्शीद ने कहा है कि, 'हमें साथ आने की जरूरत है. यह देश इस तरह के विभाजन को नहीं झेल सकता, खासकर धर्म के नाम पर. माना जा रहा है कि सलमान खुर्शीद ने किताब में जो कुछ भी लिखा है. वो उनके अंदर छिपी वो नफरत है, जिसे अपने अंदर पाल कर बरसों उन्होंने खाद पानी दिया है.
We need to save Salman Khurshid from the SM outrage by Hindutvavadis. We can just inform ISIS that he is comparing them to Kafirs. I’m sure they would rescue him.
— Nupur J Sharma (@UnSubtleDesi) November 15, 2021
यानी सलमान अपने अंदर पल चुकी नफरत को एक ऐसे समय में बाहर लाए हैं जब हिंदू मुस्लिम की राजनीति अपने निर्णायक मोड़ पर है. ध्यान रहे भले ही घर पर हुए हमले के बाद सलमान ने अच्छी अच्छी बातें करनी शुरू कर दी हों लेकिन अभी बीते दिन ही उन्होंने अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल पर घर की तस्वीरें दिखाते हुए लिखा था कि, 'क्या अब भी मेरा यह कहना गलत है कि यह हिंदुत्व नहीं हो सकता है.'
बात सीधी और साफ़ है. भारत एक सहिष्णु देश है. सलमान को उम्मीद थी कि वो अपनी बात कहेंगे और डंके की चोट पर कहेंगे. लोग सुनेंगे और सुनकर अनसुना कर देंगे. लेकिन हुआ इसके ठीक विपरीत. शेष हमारे सामने हैं. खैर अब क्योंकि सलमान से कोई छोटा मोटा नहीं एक बहुत बड़ा ब्लंडर हुआ है तो शायद अब तक उन्हें भी इस बात का बखूबी एहसास हो गया होगा कि वो कुछ ज्यादा ही बोल गए हैं और उनके कहे की कीमत उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश, पंजाब, गुजरात जैसे राज्यों के विधानसभा चुनाव में चुकाएगी.
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