सुषमा नहीं सुष'मां' कहिए
सोशल मीडिया पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कुछ ऐसी प्रतिक्रियाएं दी हैं, जिनसे उन्हें सुषमा नहीं सुष'मां' समझा जाने लगा है.
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काम, फर्ज और जिम्मेदारी निभाने वाली विदेश मंत्री सुषमा स्वराज हर रोज मिसाल कायम करती रहती हैं. सोशल मीडिया पर वो यूजर्स के लिए मां बन चुकी हैं. सुषमा स्वराज, चाहे कहीं फंसे भारतीयों को बचाना हो, सऊदी में फंसे कामगारों की मदद करनी हो, गीता को भारत लाना हो या फिर पाकिस्तान की बेटियों को सुरक्षित वापस भेजना हो. देश-विदेश दोनों जगह उन्होंने लोगों का दिल जीत लिया. कई मौकों पर मदद और ऐसी बातें कहीं कि गर्व हुआ कि वो हमारी विदेश मंत्री हैं.
मदद के लिए हमेशा आगे खड़ी रहने वाली सुषमा डांटने में भी पीछे नहीं रहतीं. ट्विटर पर हमेशा एक्टिव रहने वाली सुषमा पर एक नई जिम्मेदारी आई है, वो है पाकिस्तान की कैंसर पीड़ित फैजा तनवीर को ईलाज कराने के लिए. जिसके लिए उन्होंने पाकिस्तान के विदेश मंत्री सरताज अजीज को खरी खोटी सुनाई है.
पाकिस्तान की कैंसर पीड़ित युवती फैजा तनवीर के मेडिकल वीजा मामले में भारत का पक्ष साफ किया है. एक के बाद एक कई ट्वीट कर सुषमा ने न केवल इस मामले में भारत सरकार का स्टैंड स्पष्ट किया, बल्कि दोहरे मापदंडों के लिए पाकिस्तान को खूब खरी-खोटी सुनाई.
सुषमा ने आश्वासन दिया कि अगर नियमों का पालन करते हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्री सरताज अजीज अपने नागरिकों के मेडिकल वीजा आवेदन की रिकमंडेशन करते हैं, तो भारत तत्काल वीजा जारी कर देगा. सधे अंदाज में कुलभूषण जाधव मामले को लेकर पाकिस्तान को आड़े हाथों भी लिया. उन्होंने जाधव की मां को वीजा न देने के लिए पाकिस्तान की निंदा भी की.
बता दें, पाकिस्तानी नागरिकों को मेडिकल वीजा जारी करने के लिए विदेश मंत्री की सिफारिशी लेटर की जरूरत होती है. लेकिन वहां से अब तक कोई लेटर नहीं आया है. कुल मिलाकर पाक विदेश मंत्री को जितनी चिंता पाक नागरिकों की नहीं है उससे ज्यादा सुषमा को है. ये पहला मामला नहीं है ऐसे कई मामलों में सुषमा ने ट्विटर के जरिए लोगों की मदद की है जिसके लिए उन्हें सुष'मां' बुलाया जाता है.
बजरंगी भाईजान स्टाइल में पाक से लाईं गीता को
14 साल तक पाकिस्तान में फंसी रहने वाली गीता वाला मामला कौन भूल सकता है. बजरंगी भाईजान फिल्म जैसे सलमान की तरह सुषमा स्वराज ने गीता को ढूंढा और साल 2015 में कड़ी मशक्कत के बाद मूक-बधिर महिला गीता को भारत वापस लाईं.
बता दें, गीता जब करीब 14 साल पहले पाकिस्तान रेंजर्स के जवानों को लाहौर रेलवे स्टेशन पर खड़ी समझौता एक्सप्रेस में अकेली बैठी मिली थी तब उसकी उम्र महज सात या आठ साल रही होगी. गीता को इदी फाउंडेशन की बिलकिस इदी ने अपना लिया था और भारत लाने से पहले वह कराची में उनके साथ अक्तूबर 2015 तक रही थीं.
Welcome home Sonu. pic.twitter.com/L4a4JwgVFq
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) June 30, 2016
लापता सोनू को मां से मिलवाया सुषमा ने
ऐसा ही एक मामला है 2016 का... साल 2010 में जब सोनू 6 साल का था तब उसे दिल्ली के सीलमपुर इलाके से किडनैप किया गया था. ये मामला विदेश मंत्रालय के संज्ञान में आने के बाद सुषमा स्वराज के आदेश पर इंडियन हाई कमीशन की एक टीम को जसोर भेजा गया था. सोनू वहां एक चाइल्ड केयर होम में रह रहा था. जिसके बाद सुषमा ने ट्वीट कर लिखा था, हमारी कोशिश रंग लाई. बांग्लादेश ने सोनू को इंडियन अथॉरिटी को सौंप दिया है. भारत लौटने पर सोनू ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की. उन्होंने सोनू को देखते ही गले से लगा लिया था.
Sardar ji - Maine apki poori baat sun li hai. Hum zaroor apki madad karenge.@IndianEmbRiyadh @ProtectorGenGOI pic.twitter.com/SKE6epp3Av
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) February 7, 2017
सुषमा ने की सरदार जी की मदद
सऊदी अरब में फंसे भारतीय ने ट्विटर पर वीडियो पोस्ट करके मदद की गुहार लगाई थी. इस वीडियो को सुनने के बाद विदेश मंत्री ने इस पर जवाब देते हुए ट्वीट किया. उन्होंने लिखा- सरदार जी- मैंने आपकी पूरी बात सुन ली है. हम जरुर आपकी मदद करेंगे... सुषमा स्वराज तक इस वीडियो के पहुंचते ही उन्होंने सिख शख्स को मदद का भरोसा दिया है। इसके कुछ देर बाद की रियाद स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट पर इस शख्स से संपर्क करने के लोगों से मदद मांगी है.
Uzma - Welcome home India's daughter. I am sorry for all that you have gone through.
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) May 25, 2017
पाक में अत्याचार झेलने के बाद उजमा को भारत लाईं सुषमा
कहानी शुरू होती है मलेशिया से.. जहां दिल्ली निवासी उजमा की मुलाकात पाकिस्तान के ताहिर से हुई. प्यार होने के बाद उजमा पाकिस्तान पहुंची खबर-पख्तूनख्वा प्रांत स्थित दूरदराज के बुनेर जिले में गई थी जहां तीन मई को ताहिर के साथ उसका विवाह हुआ था. लेकिन, वो बाद में वह इस्लामाबाद आ गई जहां उसने भारतीय उच्चायोग में शरण ली.
उजमा ने आरोप लगाया था कि ताहिर अली नामक शख्स ने झूठ बोलकर उसे पाकिस्तान बुलाया और बंदूक की नोक पर उससे शादी की. जिसके बाद सुषमा स्वराज ने उजमा की पूरी मदद की और उसे भारत बुला लिया. सुषमा स्वराज ने कहा, 'जो उजमा पर बीती, उसके लिए मुझे दुख है' सुषमा स्वराज ने उजमा अहमद की वापसी का स्वागत करते हुए उसे 'भारत की बेटी' बताया.
एक शख्स ने मांगी बड़ी अजीबोगरीब मदद
हमेशा मदद के लिए तत्पर रहने वाली सुषमा को एक शख्स ने तब चक्कर में डाल दिया जब उसने ट्वीट कर कहा कि उन्हें एक कंपनी ने खराब फ्रिज बेच दिया है. कंपनी इसे बदलने के लिए तैयार नहीं है बल्कि इसकी मरम्मत पर जोर दे रही है. इस पर सुषमा स्वराज ने जवाब दिया कि भाई मैं रेफ्रिजरेटर से जुड़े मामले में आपकी मदद नहीं कर सकती. मैं संकटग्रस्त लोगों की मदद करने में व्यस्त हूं.
देखा जाता है कि कई लोग नेताओं से ऐसी-ऐसी चीजों की मदद मांगते हैं जिसमें वो कुछ नहीं कर सकते तो कोई जवाब नहीं देता. पर सुषमा ने बड़े ही शांति से इसका जवाब दिया. इन मामलों को देखते हुए लगता है कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज वाकई में सुष'मां' है.
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