प्रियंका चतुर्वेदी के मामले से सबक लें और सुधर जाएं ट्रोल, कहीं लेने के देने न पड़ जाएं
प्रियंका चतुर्वेदी मामले के बाद सोशल मीडिया की ताकत हमें दिख गई है. लोगों को भी ध्यान रखना होगा कि उनका एक शेयर उन्हें बड़ी ही आसानी से यहां से वहां पहुंचा सकता है. अतः वो जो कुछ भी लिखें पढ़ें सब में जिम्मेदारी उनकी खुद की है.
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भारत में सोशल मीडिया की शुरूआत याहू मैसेंजर से हुई. इसके बाद ऑरकुट आया. अब दोनों ही नहीं है. अब हमारे सामने फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्स ऐप हैं. ये तीनों याहू मैसेंजर और ऑरकुट से ज्यादा क्रांतिकारी हैं. इनका इस्तेमाल करने वाले और हर मुद्दे पर अपना ओपिनियन रखने वाले व्यक्ति को प्रायः यही लगता है कि वो महात्मा बुद्ध है और वो जो कुछ भी कह रहा है उसमें नीति, ज्ञान विवेक सब होता है, सच्चाई इसके ठीक विपरीत है.
आज ये नफरत फैलाने का एक बड़ा हथियार हैं. ये शायद हमारे दिलों में बसी नफरत ही है जिसके चलते मतभेद होने पर एक व्यक्ति ने सारी मर्यादाओं को लांघ दिया और कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी को एक ऐसा ट्वीट कर दिया जिसको देखकर कोई भी साधारण इंसान खौफज़दा हो जाए.
प्रियंका चतुर्वेदी के मामले ने हमें बता दिया है कि अगर हम सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल करेंगे तो हमें उसकी सजा मिलकर रहेगी
आपको बताते चलें कि @GirishK1605 ने प्रियंका चतुर्वेदी की 10 वर्षीय बेटी को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी. इस पर प्रियंका ने आरोपी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग करते हुए मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. मुंबई पुलिस ने आरोपी गिरीश को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि पुलिस ने गिरीश को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया. ध्यान रहे कि दिल्ली और मुंबई पुलिस दोनों ही आरोपी को गिरफ्तार करने पहुंची थी, लेकिन मुंबई पुलिस ने ही उसे अपनी गिरफ्त में लिया.
गौरतलब है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्रालय ने टि्वटर इंडिया से उस अकाउंट का ब्योरा देने को कहा था, जिससे प्रियंका को धमकी दी गई थी. पुलिस उपायुक्त दीपक देवराज ने इस गिरफ़्तारी पर बयान जारी करते हुए कहा है कि गोरेगांव पुलिस ने धारा 509 तथा आईटी एक्ट POCSO के तहत मामला दर्ज किया है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि ट्विटर हैंडल ‘@GirishK1605'का प्रयोग करने वाले एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
ज्ञात हो कि इससे पहले ट्रोल के आपत्तिजनक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए प्रियंका ने कहा, ‘भगवान राम के नाम से ट्विटर हैंडल चलाकर, पहले तो मेरा गलत बयान लगाते हो, फिर मेरी बेटी के बारे में अभद्र टिप्पणी करते हो, कुछ शर्म हो तो चुल्लू भर पानी में डूब मरो, वरना तुम जैसे नीच सोच वाले इंसान को भगवान राम ही सबक सिखाएंगे.’
कहना गलत नहीं है कि पुलिस को मिली ये एक बड़ी कामयाबी है. इस पूरे मामले को देखकर हम बस इतना ही कहेंगे कि अब उन लोगों को सावधान हो जाने की जरूरत है जो सोशल मीडिया पर कुछ भी उल्टा सीधा लिखते और शेयर करते हैं. ऐसे लोग जान लें कि सोशल मीडिया अपने आप में एक ताकतवर माध्यम है. यहां कुछ भी अश्लील लिखना या फिर गलत बात शेयर करना आपको कहां पहुंचा सकता है इसकी कल्पना शायद ही आपने की हो.
अंत में बस इतना ही कि जो लोग सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं उन्हें इस बात का भी ख्याल रखना होगा कि वो कहीं भी छुप लें अगर वो बुरा कर रहे हैं तो उन्हें बचाने के लिए कोई भी सामने नहीं आने वाला है. अतः उनके लिखे पढ़ें सब पर जिम्मेदारी उनकी खुद की है.
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