स्वरा भास्कर के सवाल रूपी नहले पर जोमैटो ने अपना दहला जड़ दिया है!
#DefundTheHate कैंपेन के तहत बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर (Swara Bhaskar) ने ज़ोमैटो (Zomato) से एक चैनल पर विज्ञापन को लेकर जवाब तालाब किया. सवाल पर जो जवाब जोमैटो ने दिया भले ही उसके बाद वो ट्रोल हुआ हो, लेकिन उसने निश्चित तौर पर स्वरा और उनके समर्थकों की बोलती बंद कर दी है.
-
Total Shares
सोशल मीडिया का दौर बड़ा नाजुक दौर है. कोई बात बुरी लगी नहीं कि ट्रेंड की शुरुआत कर दी. अच्छा चूंकि सोशल मीडिया पर समर्थन और विरोध भी अपनी सुचिता के हिसाब से होता है तो समर्थकों से लेकर विरोधी तक खूब मिल जाते हैं. एक तरफ ते बातें हैं दूसरी तरफ एक्टर स्वरा भास्कर (Swara Bhaskar) हैं. कुछ मन मुताबिक न होने पर स्वरा ने जोमैटो (Zomato) से जवाब तलब किया जिसपर जो जवाब जोमैटो ने दिया, ये कहना गलत नहीं है कि, अगर स्वरा ने सवाल के रूप में नहला जड़ा तो जोमैटो का जवाब भी दहले से कम नहीं था.
स्वरा भास्कर और जोमैटो के बीच जो सवाल जवाब हुए हैं वो खासे दिलचस्प हैं
दरअसल हुआ कुछ यूं है कि फिल्म अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर जोमैटो से नफरत फैलाने वाले चैनल पर अपना विज्ञापन बंद करने की सलाह दी. बता दें कि स्वरा का इशारा रिपब्लिक टीवी की तरह था.
Hey @zomatoin @zomato @deepigoyal I’m your regular customer.. do u plan to #DefundTheHate & pull your ads from hate espousing channels like @Republic_Bharat ? I’m not okay with my money even indirectly funding this kind of communal bigoted hate! Pls let your consumers know.. https://t.co/mMacP8IawZ
— Swara Bhasker (@ReallySwara) November 18, 2020
मुद्दा क्योंकि स्वरा भास्कर ने उठाया था तो जोमैटो भी कहां चुप रहने वाला था. जोमैटो ने स्वरा के सवालों का संज्ञान लिया और एक ऐसा जवाब दिया जिसने एक नई बहस को आयाम दे दिया. तमाम तरह के विवादों से अपना पल्ला झाड़ते हुए जोमैटो ने कहा कि वह चैनल के किसी भी कंटेंट को एंडोर्स नहीं करते हैं.
Hi Swara, please note, we don’t endorse any content except our own. That being said, we are looking into this.
— zomato care (@zomatocare) November 18, 2020
जोमैटो का ये कहना भर था उसके इतने स्ट्रेट फारवर्ड रिप्लाई से लोग नाराज हो गए और स्वरा के समर्थन में आते हुए उन्होंने जोमैटो को ट्रोल करना शुरू कर दिया. ध्यान रहे कि अब नौबत सोशल मीडिया पर बॉयकॉट जोमैटो तक की आ गई है.
बात चूंकि स्वरा के ट्वीट की हुई है तो बता दें कि उन्होंने लिखा है कि जोमैटो मैं आपकी नियमित ग्राहक हूं. क्या आप नफरत फैलाने वाले चैनलों से अपना ऐड वापस लेंगे. मैं इस बात से संतुष्ट नहीं हूं कि मेरे द्वारा दिए गए पैसे का दुरुपयोग सांप्रदायिक नफरत फैलाने के लिए किया जाए. कृपया अपने ग्राहक को बताएं.
बता दें कि ऐसा बिलकुल नहीं है कि मामले के मद्देनजर हर कोई स्वरा के समर्थन में हैं. जैसा स्वरा का सवाल था उसने लोगों को नाराज भी किया. यूजर्स का तर्क है कि कौन से विज्ञापन चलने चाहिए कौन से नहीं इसके लिए किसी पर यूं इस तरह दबाव नहीं डालना चाहिए.
Just as much as brands should run their own ads freely, they should be free to run their ads whichever media they want to. They shouldn't bullied or pressurized like this. (Btw I dont agree with the editorial policy of Republic).
— Tinu Cherian Abraham (@tinucherian) November 18, 2020
मामले में एक दिलचस्प बात ये भी है कि जोमैटो से यूं इस तरह सवाल पूछने के बाद वो तमाम लोग एकजुट हो गए हैं जो मौके बेमौके स्वरा की आलोचना में लिप्त रहते हैं. यूजर्स ने स्वरा के पुराने ट्वीट्स निकाले हैं और कहा है कि अगर जोमैटो नफरत फैला रहा था तो स्वरा ने कौन सा ट्वीट्स के माध्यम से प्यार फैलाया है.
Hi @zomato, do you endorse Swara Bhaskar who was openly inciting mobs, which led to Riots like situation in Delhi? If you agree to her on @republic spreading hate, she wasn't spreading love either. pic.twitter.com/14jYHhP0GH
— INFERNO (@TheAngryLord) November 18, 2020
बहरहाल बात जोमैटो की हुई है तो हम ये कहकर अपनी बात को विराम देंगे कि स्वरा एक सेलिब्रिटी हैं जिस तरह उन्होंने दबाव बनाने के लिए ट्विटर का इस्तेमाल किया वो उन्हें एक सेलिब्रिटी कम बल्कि एक ट्रोल ज्यादा दिखा रहा है.
किसी मुद्दे पर पसंद नापसंद का होना एक अलग बात है मगर जिस तरह स्वरा ने जोमैटो को बदनाम किया और नौबत बॉयकॉट जोमैटो तक आई वो ये साफ बताता है कि स्वरा ने जाने अनजाने एक ब्लंडर किया है. बाक़ी जो जवाब जोमैटो ने दिया है वो एक बेहतरीन जवाब है. जोमैटो इधर उधर नहीं गया. उसने जो कहा एकदम क्लियर कहा और कट टू कट कहा. अंत में बस इतना ही सोशल मीडिया का नाजुक दौर है. जोमैटो कई बार दूध से जल चुका था उसने छाछ पिया और फूंक फूंककर पिया.
ये भी पढ़ें -
मिर्जापुर वाले मुन्ना भैया का बिच्छू का खेल कितना मंत्रमुग्ध कर पाएगा?
पूजा दीदी के विज्ञापन में छुपा है विश्वगुरु बनने का नुस्खा...
Ashram-2 के बाद लोगों की आंखों की किरकिरी बन गए हैं प्रकाश झा और बॉबी देओल!
आपकी राय