रेप पीड़ित की अंडरवियर लहराना किसी कोर्ट कार्रवाई का हिस्सा हो सकता है?
किसी रेप पीड़ित महिला के साथ कोर्ट में किस तरह पूछताछ होती है, यह किसी से छुपा नहीं है. लेकिन आयरलैंड में तो इस मामल में हद ही हो गई.
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आयरलैंड में महिलाएं चर्चा में है. वजह बना है उनका सोशल मीडिया पर This Is Not Consent के अंतर्गत अपनी अंडरवियर की तस्वीरें पोस्ट करना और जगह-जगह रैलियों का आयोजन करना. सवाल आ सकता है कि आखिर आयरलैंड की महिलाएं अपनी अंडरवियर की नुमाइश सोशल मीडिया पर क्यों कर रही हैं? जवाब है बलात्कार का एक मामला. दक्षिण-पश्चिम आयरलैंड के कॉर्क शहर में बलात्कार के एक मामले में अभियुक्त के वकील ने जूरी से कहा था कि 17 साल की शिकायतकर्ता ने एक अजीब इनरवियर पहनी हुई थी. वकील ने अपने क्लाइंट का बचाव करते हुए जूरी से कहा था कि रेप की इस घटना के पीछे महिला का अंडरवियर ही जिम्मेदार है क्योंकि उसे देखकर आरोपी इतना ज्यादा उत्तेजित हो गया कि उसने इस घिनौनी वारदात को अंजाम दे दिया.
बलात्कार के एक मामले को लेकर आयरलैंड में महिलाओं का प्रदर्शन तेज हो गया है
आयरलैंड की महिलाएं वकील द्वारा प्रस्तुत इस तर्क से बहुत ज्यादा नाराज हैं और इसी बात को लेकर वहां सड़क से लेकर तक और ट्विटर से लेकर फेसबुक तक हर जगह विरोध प्रदर्शन हो रहा है. प्रदर्शन करने वाली आक्रोशित महिलाओं का कहना है कि क्या अब उन्हें इतना भी अधिकार नहीं रह गया है कि वो अपनी पसंद का अंडर वियर पहनें? महिलाओं को उनका मूलभूत अधिकार मिल सके इसलिए महिलाएं सोशल मीडिया के भिन्न माध्यमों पर तीखे कैप्शंस के साथ अपने अंडरवियर की तस्वीरें डाल रही हैं.
I hear cameras cut away from me when I displayed this underwear in #Dáil. In courts victims can have their underwear passed around as evidence and it's within the rules, hence need to display in Dáil. Join protests tomorrow. In Dublin it's at Spire, 1pm.#dubw #ThisIsNotConsent pic.twitter.com/DvtaJL61qR
— Ruth Coppinger TD (@RuthCoppingerTD) November 13, 2018
More than horrified at the Irish legal system. If you are stupid enough to believe that clothing, especially underwear, can be considered as consent then you are obviously not a species made to last. #ThisIsNotConsent pic.twitter.com/qLbKhnaINg
— Jessie Joy (@happylilherb) November 16, 2018
Protesters place underwear on the steps of the courthouse in #Cork city during #thisisnotconsent protest pic.twitter.com/pY4Dk9dIc8
— Fiona Corcoran (@fiona96fmnews) November 14, 2018
No matter my choice of underwear, no matter the colour, material - lace, silk, thrills or wearing none at all... This is STILL not consent!! Unless we say YES, then we don’t want SEX #ThisIsNotConsent ???? pic.twitter.com/bZM2gOfcjM
— Lauren-Jane Alexander ???? (@laurenjanealex_) November 16, 2018
इसके अलावा प्रदर्शन करने वाली महिलाएं ज्यूडीशरी के उन मेंबर्स को भी बाहर करने की मांग कर रहे रही हैं जो अदालत में पीड़ितों को दोषी ठहराते हैं. देश में चल रही इस अफरा तफरी पर प्रतिक्रिया देते हुए आयरिश प्रधानमंत्री लियो वरदकर ने कहा है कि यह मुद्दा पूरे देश के लोगों के लिए गहरी चिंता का विषय है. इस बात पर विचार किया जा रहा है कि आखिर इन घटनाओं को किस तरह से नियंत्रित किया जाए.
Hundreds march through #Cork city to the courthouse where a 17-year old’s underwear was used by the defence barrister when addressing the jury in a rape trial #thisisnotconsent pic.twitter.com/4yqGcW6XPG
— Fiona Corcoran (@fiona96fmnews) November 14, 2018
गौरतलब है कि पूरे आयरलैंड में चल रहा ये रोष उस वक़्त तेज हो गया जब आयरलैंड की सांसद रूथ कॉपिंगर ने सदन में अंडरवियर लहराकर अपना विरोध दर्ज कराया है.'पीड़िता को ही दोषी ठहराने' की मानसिकता का विरोध करने के लिए आयरलैंड की महिला सांसद रूथ कॉपिंगर सदन में नीले रंग का थॉन्ग (लेस वाला अंडरवियर) लेकर पहुंची थीं.
सांसद रूथ कॉपिंगर ने ट्रायल के दौरान कोर्ट में पीड़िता का अंडरवियर दिखाए जाने का तीखा विरोध किया और इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि, 'यहां थॉन्ग दिखाना शर्मसार करने वाला हो सकता है लेकिन सोचना होगा कि जब एक महिला के अंडरवियर को कोर्ट में दिखाया गया, तो उसे कैसा लगा होगा.'
Never seen anything more relevant ????#ThisIsNotConsent pic.twitter.com/YhcRJHYdUK
— Mifs (@maddison_miffy) November 16, 2018
Clothes are not consent. Here are some photos from the #ThisIsNotConsent rally earlier. #dubw pic.twitter.com/Tpo8M5IF9k
— Ruth Coppinger TD (@RuthCoppingerTD) November 14, 2018
आयरलैंड में प्रदर्शन कर रही महिलाओं की एक बड़ी संख्या ऐसी है जिसका मानना है कि सुनवाई के दौरान आरोपी के वकील ने एक बेहद छिछली बात की है और भुक्तभोगी महिला का करैक्टर असैसिनेशन करने का काम किया है. बलात्कार मामले को लेकर जिस तरह की सुनवाई आयरलैंड की कोर्ट में हुई कहना गलत नहीं है कि दुनिया की कोई भी कोर्ट हो वहां ऐसा होना एक आम बात है. कहना गलत नहीं है कि किसी भी महिला के लिए बलात्कार से ज्यादा डरावने वो सवाल होते हैं जो न्याय देने के नाम पर कोर्ट में पूछे जाते हैं.
बात अगर भारत की हो तो यहां भी ऐसे मामलों की फेहरिस्त बहुत लम्बी है जहां इसलिए लड़कियां चुप रहती हैं कि उन्हें डर रहता है कि घटनास्थल पर जो हुआ सो हुआ जो कोर्ट में होगा उसका दर्द कुछ ऐसा होगा जिसे शायद वो जीवन भर न भूल पाएं. अंत में बस इतना ही कि वाकई आयरलैंड की ये महिलाएं बहादुर हैं जो एक ऐसी बात के लिए प्रदर्शन कर रही है जिसके लिए किसी भी सामान्य इंसान को बोलना चाहिए.
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