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Updated: 13 जून, 2017 09:37 PM
पारुल चंद्रा
पारुल चंद्रा
  @parulchandraa
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रमजान चल रहे हों या फिर दिन की पांच वक्त की नमाज अता करना हो, मुस्लिम महिलाओं के लिए एक चीज परेशान करने वाली होती है, वो है नमाज से पहले नेल पॉलिश उतारना. बहुत सी महिलाओं का ये मानना है कि 'वुजू' की रस्म में नेल पॉलिश बाधा डालती हैं. क्योंकि इस रस्म में नाखून गीले होने से रह जाते हैं.  दरअसल इस्लाम में बहुत सी चीजों को हराम बताया गया है और ये ब्यूटी प्रोडक्ट्स भी उसी श्रेणी में आते हैं.   

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ऐसे में इस्लामिक भावनाओं का ध्यान रखते हुए और मुस्लिम समुदाय में भी बाजार पर पकड़ बनाने के लिए हलाल ब्यूटीप्रोडक्ट्स मार्केट में लॉन्च किए जा रहे हैं. जिन्हें महिलाएं बिना किसी परेशानी के इस्तेमाल कर सकें. हाल ही में अमेरिका के ब्यूटी ब्रांड orly और लाइफस्टाइल वेबसाइट MuslimGirl.com ने साथ मिलकर हलाल सर्टीफाइड नेलपॉलिश बाजार में उतारी हैं. जिनके बारे में कहा जा रहा है कि ये ब्रीदेबल टेक्नोलॉजी से बने नेल पेंट हैं जिनकी लेयर से ऑक्सीजन और पानी आर-पार जा सकता है.

वैसे कमाल की बात है, इसी को तो बाजारवाद कहते हैं, कैसे इंसान की धार्मिक भावनाओं को भी निशाना बना लेता है बाजार. और धर्म के आगे बेबस इंसान हर ऐसी चीज को अपना हमदर्द समझ लेता है. बाजार ऐसे ही हमेशा जीतता है.

अब मुस्लिम महिलाओं को बार-बार नेल पॉलिश लगानी और उतारनी नहीं पड़ेगी. हालांकि हमारे देश की ज्यादातर मुस्लिम महिलाओं को तो इन प्रोडक्ट्स के बारे में पता तक नहीं है, सिर्फ खाने की वस्तुएं ही हराम या हलाल नहीं होतीं, उनके ब्यूटी प्रडक्ट्स के नाम के आगे भी अब हलाल शब्द जुड़ चुका है. निश्चित ही अति धार्मिक लोगों के लिए ये ब्यूटी प्रोडक्ट वाकई काम के साबित होने वाले हैं. 

क्या है हराम और हलाल-

वैसे इस्लाम में ज्यादातर बातों को 'हलाल' या 'हराम' कहकर ही समझाया जाता है. जो इस्लाम के मुताबिक सही और जायज विधि सम्मत माने जाते हैं वो हलाल, और जो शरीयत के खिलाफ हों और इस्लाम में जिसे सही नहीं समझा जाए उसे हराम कहा जाता है.

खाने-पीने, पहनने ओढ़ने समेत कई चीजें हैं जिनपर मुस्लिम समुदाय पहले हलाल या हराम तय करता है, फिर इस्तेमाल करता है. कई मुस्लिम देशों में तो खाने और दूसरे प्रोडक्ट्स के लिए हलाल सर्टिफिकेट जरूरी है. जो कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स में एंजाइम, रक्त और रक्त उत्पादों, मांस, अल्कोहल और पशुओं से निकाली जाने वाली सामग्री का उपयोग नहीं करतीं केवल उन्हीं को हलाल सर्टिफ़िकेट मिलता है. देखा गया है कि ये सर्टिफिकेट दवा फ़ैक्ट्री, अस्पताल, बैंक, होटल और इंटरनेट साइट्स को भी दिए जाते हैं.

मुस्लिम कंज्यूमर ग्रुप के अनुसार बहुत से प्रोडक्ट्स को इस्लाम में हराम और हलाल बताया गया है-

एक नजर हराम चीजों पर -

- साबुन जो हराम हैं उनमें- प्रोक्टर और गैंबल का आइवरी और कैमे

- लीवर ब्रदर्स का लक्स, लाइफबॉय,डव

- कोल्गेट पॉल्मोलिव, एमवे के सारे साबुन.  

- ओले के प्रोडक्ट्स.

- इसके अलावा टूथपेस्ट में कोल्गेट पॉल्मोलिव का अल्ट्रा ब्राइट, कोल्गेट पेस्ट, कोलगेट पाउडर,

एक नजर हलाल चीजों पर

- वैसलीन पेट्रोलियम जेली, केरी लोशन, एवोन के सारे प्रोडक्ट्स.

- मेबलीन, गार्नीयर, के प्रोडक्ट्स में एल्कोहल और जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल नहीं किया गया.

- जॉनसन्स प्रोडक्ट- अल्ट्रा शीन, ओरल बी माउथवॉश (एल्कोहल फ्री),

- मैक के मेकअप को भी हलाल बताया गया है.

- टूथपेस्ट में पेपसोडेंट, क्लोज़अप जिनमें वैजी फैट होते हैं.

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लेखक

पारुल चंद्रा पारुल चंद्रा @parulchandraa

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं

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