समय से पहले बाल सफेद होने का कारण जान लीजिए
लेकिन क्या कभी ये सोचा है कि आखिर काले बाल सफेद क्यों हो रहे हैं? बालों में मेलानिन की कमी होने के कारण उनका रंग काला से सफेद हो जाता है. समय के साथ ये मेलानिन काम करना बंद कर देते हैं जिससे बाल सफेद होने लगते हैं.
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एक कहावत तो आप सभी ने सुनी होगी. ये बाल मैंने धूप में सफेद नहीं किए. मतलब कि सफेद बाल उम्र और अनुभव की निशानी मानी जाती है. लेकिन जरा सोचिए कि एक दिन आप अपने बाल में कंघी कर रहें हों और काले बालों के बीच से एक झक सफेद बाल झांकता नजर आए. कैसी बेचैनी हो जाती है ना? अरे अरे घबराइए. आप अकेले नहीं हैं जिसके बाल समय से पहले सफेद हो रहे हैं.
लेकिन क्या कभी ये सोचा है कि आखिर काले बाल सफेद क्यों हो रहे हैं? बालों में मेलानिन की कमी होने के कारण उनका रंग काला से सफेद हो जाता है. समय के साथ ये मेलानिन काम करना बंद कर देते हैं जिससे बाल सफेद होने लगते हैं. तो अब सवाल ये उठता है कि अगर हमारे बालों में मेलानिन समय के साथ काम करना बंद कर देता है तो फिर आखिर 20-30 साल की उम्र में बाल क्यों सफेद होने लगते हैं?
बाल धूप में ही नहीं पकते!
इसका सबसे सामान्य कारण है कि बालों का सफेद होना वंशानुगत होता है. अगर आपके माता-पिता के बाल युवा अवस्था में सफेद गए थे तो बहुत मुमकिन है कि आपके बाल भी जल्दी सफेद होने शुरु हो जाएंगे. लेकिन इसके अलावा भी तीन कारण हैं जिसकी वजह से बाल समय से पहले सफेद होते हैं-
शरीर में विटामिन डी 3 की कमी होना-
ये तो हम सभी को पता है कि विटामिन हमारे शरीर के लिए कितना जरुरी है. और इनकी कमी के कारण कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं. लेकिन क्या आपको ये पता है कि विटामिन डी 3 की कमी आपके बाल भी सफेद कर सकती है? इंटरनेशनल जर्नल ऑफ त्रिचोलॉजी में छपी एक स्टडी के अनुसार शरीर में विटामिन डी 3 की कमी बालों को प्रभावित कर सकती है.
इसके लिए आप क्या कर सकते हैं? तो सीधा एक डॉक्टर के पास जाएं और विटामिन डी 3 की कमी को पूरा करने का उपाय पता करें.
स्मोकिंग से भी बाल सफेद होते हैं-
स्मोकिंग से न सिर्फ होंठ काले होते हैं और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है बल्कि ये बाल भी सफेद करता है. ऐसा हम नहीं साइंस कहता है. इंडियन डर्मेटॉलजी ऑनलाइन जर्नल में छपी एक स्टडी में पाया गया कि 30 साल की उम्र से पहले बाल सफेद होने और सिगरेट पीने के बीच एक महत्वपूर्ण संबंध है. शोधकर्ताओं का कहना है कि स्मोकिंग नहीं करने वाले युवाओं के मुकाबले स्मोकिंग करने वालों के बाल समय से पहले सफेद हो जाते हैं. सिगरेट छोड़ने का एक और कारण मिल गया ना?
बहुत ज्यादा तनाव में रहना भी बाल सफेद कर सकता है-
ये बात तो खैर आपने पहले भी सुन रखी होगी. हमारी मांए हमेशा चिंता कम करने की हिदायत ऐसी ही थोड़ी देती हैं. तनाव से शरीर में कोर्टिसोल का स्तर बढ़ता है. कॉर्टिसोल शरीर में फ्री ऑक्सीजन रैडिकल्स को बढ़ाता है. जो बालों को नुकसान पहुंचाते हैं.
2013 में न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी ने नेचर मैगज़ीन में छपी एक स्टडी में दावा किया कि लंबे समय तक तनाव में रहने और बालों के सफेद होने के बीच सीधा लिंक है. स्टडी बताती है कि तनाव के समय बने हॉर्मोन, बालों के रंग के लिए जिम्मेदार मेलानोसाइट स्टेम सेल को खत्म कर सकते हैं. रिसर्चरों ने पाया कि तनाव स्टेम सेल को खत्म कर देती है जिससे हमारे बाल सफेद हो जाते हैं.
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