Lockdown 3 में शराब बिक्री के आदेश से खुश न हों शराबी
लॉक डाउन 3 (Lockdown 3.0 ) के अंतर्गत शराबियों की सरकार ने सुन ली. लॉक डाउन के इस तीसरे चरण में शराब बिकने लगेगी. मगर सब कुछ सरकार और अधिकारियों के हाथों में होगा. इस मामले में बिना उनकी मर्जी के कोई पत्ता न हिलेगा.
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3 मई 2020. वो तारीख जब कोरोना वायरस (Coronavirus) के मद्देनजर लगाए हैं लॉकडाउन 2.0 (Lockdown 2.0) की मियाद पूरी होने वाली थी. लोगों को भरोसा था कि इसके बाद सब कुछ ठीक होगा और उन्हें वो सब करने की आजादी होगी जिसपर बीते कुछ दिनों से पाबंदी लगी थी.फिलहाल लोगों का बाहर निकलने या फिर कहीं घूमने का सपना अभी सपना ही है. सरकार ने लॉक डाउन की मियाद 2 हफ़्ते के लिए बढ़ा दी है. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि एक के बाद एक कोरोना वायरस के नए मामले सामने आ रहे हैं और सरकार का भी यही मानना है कि यदि इन्हें नियंत्रित नहीं किया गया तो स्थिति गंभीर होगी. एक तरफ स्वास्थ्य, सुरक्षा और मौतों की बातें हैं दूसरी तरफ शराब (Alcohol) और शराबी हैं. शराब के शौकीनों को इससे कोई मतलब नहीं है कि कौन मर रहा है कौन जी रहा हैउन्हें बस अपनी शराब की फिक्र है तो बता दें कि लॉक डाउन 3 (Lockdown 3) में शराब (Liquor) के अलावा पान मसाले और गुटखे की बिक्री पर लगा प्रतिबंध हटा दिया गया है. फिलहाल ये छूट ग्रीन (Green Zone) और ऑरेंज ज़ोन (Orange Zone) के लोगों को दी गयी है रेड ज़ोन (Red Zone) के लोग अब भी शराब से महरूम रहेंगे.
लॉकडाउन 3.0 में ग्रीन ज़ोन वालों के अच्छे दिन आ गए हैं अब ये लोग कुछ नियमों के साथ शराब खरीद सकते हैं
बता दें कि कोरोना वायरस के मद्देनजर 4 मई से शुरू हो रहे लॉकडाउन के तीसरे चरण में ग्रान जोन में शामिल जिलों में शराब और पान का दुकानें खुल जाएंगी लेकिन दुकानदारों को कुछ जरूरी सावधानियां बरतनी होंगी. सरकार की तरफ से जो आदेश आया है उसमें दुकानों पर खरीदारी करने आए लोगों को छह फीट की दूरी बनाकर रखनी होगी. साथ ही दुकानदारों को ये निर्देश भी दिए गए हैं कि एक समय में दुकान पर पांच से अधिक लोग खड़े न हों.
सीधे शब्दों में कहा जाए तो शराब, पान और तम्बाकू उत्पाद उन्हीं को मिलेंगे जो सरकार और अधिकारियों द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करेगा. कहा ये भी जा रहा है की अगर नियम तोड़े गए तो चाहे ज़ोन कोई भी हो खरीदारों से ये सभी अधिकार छीन लिए जाएंगे.
बता दें कि लॉक डाउन के तीसरे चरण में सरकार ने कुछ पाबंदियां तो हटाई हैं मगर अब भी सारा बल सोशल डिस्टेंसिंग को दिया गया है. ग्रीन ज़ोन के बाद थोड़ा बहुत फायदा ऑरेंज ज़ोन को है. ऑरेंज ज़ोन में रहने वाले लोगों के लिए भी सरकार मेहरबान है यहां भी लोग जरूरी मानकों का इस्तेमाल करते हुए शराब ले सकते हैं. यहां भी लोगों को एक दूसरे से दूरी बनाई होगी. चूंकि ऑरेंज ज़ोन में कोरोना कभी भी फैल सकता है इसलिए सरकार और अफसरों की नजर यहां बनी रहेगी.
देश में जहां जहां भी ऑरेंज ज़ोन है वहां लोगों को ये सोचना चाहिए कि शराब के मद्देनजर अच्छे दिन तो आए हैं मगर टर्म्स एंड कंडीशंस अप्लाई.
ग्रीन और ऑरेंज ज़ोन की बात हो चुकी है. अब अगर बात रेड ज़ोन के लोगों की करें तो इनकी परेशानी शायद ही ख़त्म हो. रेड ज़ोन सरकार के लिए किसी चुनौती की तरह है तो यहां रहने वाले लोगों को लॉकडाउन के सख्त नियमों का पालन करते हुए अपने अपने घरों में रहना होगा. माना जा रहा है कि सरकार इनको लेकर किसी तरह का कोई भी रिस्क लेने वाली नहीं है इसलिए इनको तब तक शराब से दूर रखा गया है जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते.
बहरहाल बात शराब की हुई है तो ये बताना भी हमारे लिए बहुत ज़रूरी है कि ग्रीन, ऑरेंज या रेड ज़ोन कोई भी हो बिना अधिकारियों और सरकार की मर्जी के पत्ता भी नहीं हिल सकता. शराब को लेकर सरकार ने भले ही छूट दे दी हो. मगर सुरक्षा के मद्देनजर सरकार पैनी नजर रखे हुए है. जैसे ही उसे खतरा लगेगा या फिर ये महसूस होगा कि लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं जो छूट आज दी गई है फ़ौरन हटा दी जाएगी.
खैर भविष्य क्या होगा ये वक़्त बताएगा लेकिन जो वर्तमान है उसमें ग्रीन और ऑरेंज ज़ोन के लोग तो खुश हैं मगर रेड ज़ोन वाले... इन बेचारों को अब भी अच्छे दिनों का इंतजार है. शायद भगवान और पीएम मोदी इनकी सुन लें ताकि इनको भी जश्न मानाने का थोड़ा बहुत मौका मिल जाए.
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