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Updated: 25 अक्टूबर, 2016 06:47 PM
पारुल चंद्रा
पारुल चंद्रा
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एक जानवर के साथ रेप हो गया, सुना है कभी? नहीं? तो अब सुन लीजिए, हैदराबाद में एक 22 साल के युवक को एक गर्भवती कुतिया की हत्या और फिर उसका रेप करने के अपराध में गिरफ्तार किया गया है.

असलम नाम का ये युवक दिल्ली का रहनेवाला है और हैदराबाद अपने दोस्तों से मिलने गया था. रात को उसने दोस्तों के साथ शराब पी और घर आकर अपनी हवस शांत करने के लिए एक जानवर की हत्या की और फिर उसका रेप किया.

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असलम ने पहले कुत्ते की हत्या की और फिर उसका रेप किया

एक जानवर के साथ इस तरह की वहशियाना हरकत सुनने में अजीब है, घिनौनी भी है, लेकिन सच है. कुछ दिनों पहले भी केरल में कुत्ते से रेप का एक वीडिया वाट्सऐप पर सामने आया था. तो जाहिर है, इस तरह की घटनाएं अनोखी नहीं हैं, जानवरों के साथ अक्सर ऐसा होता है.

कुछ मानसिक बीमार लोगों को अपनी कामेच्छा शांत करने के लिए एक जानवर बहुत ही सुलभ साधन लगता है. उन्हें काबू किया जा सकता है, यहां कंसेंट का सवाल ही नहीं उठता, वो अपने मुंह से किसी को अपनी कहानी बता नहीं सकते. ये लोग ज्यादातर कुत्ते, गधे, भेड़, बकरी और बिल्ली जैसे जानवरों के साथ जबरन संबंध बनाते हैं, उसका आनंद लेते हैं, और अपनी इस वीरता का वीडियो बनाकर इंटरनेट पर शेयर भी करते हैं.

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 जानवरों के साथ अप्राकृतिक संबंध बनाना मानसिक विकार है

इंसान और जानवर के बीच अप्राकृतिक संबंधों को bestiality या zoophilia कहते हैं. और वो इंसान जो ऐसा करते हैं उन्हें zoophiles कहा जाता है. ऐसे लोगों की संख्या काफी कम है लेकिन सच ये है कि ऐसा हजारों सालों से होता आया है. अमेरिकन साइकिएट्रिक असोसिएशन के ICD-10 और DSM-V के अनुसार ये एक मानसिक विकार है जिसे पैराफीलिया कहा जाता है. ब्राजील, मैक्सिको, थाइलैंड, फिनलैंड, हंगरी और रोमानिया में bestiality को वैध माना गया है. और बाकी देशों में इसके खिलाफ अलग कानून और कायदे हैं. 

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अब सवाल ये उठता है कि इस मामले में असलम को क्या सजा दी जाती है. जानवरों पर हुए अत्याचार के अब तक के मामलों में हमने इंसानों के जुल्म को तो देखा, लेकिन उस कृत्य पर दी जाने वाली सजा कभी भी जायज नजर नहीं आई. वो चाहे शक्तिमान हो या फिर एक डॉक्टर द्वारा छत से फेंका गया कुत्ता हो. यहां बलात्कार और हत्या इंसान की नहीं जानवर की हुई है, लेकिन ऐसे में क्या बलात्कार की परिभाषा बदल जाती है?

लेखक

पारुल चंद्रा पारुल चंद्रा @parulchandraa

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं

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