प्यारी लड़कियों, सीरियल में ही अमीर शहजादे को गरीब लड़की से प्यार होता है, असल जिंदगी में नहीं!
ख्याली दुनिया में जीने वाली लड़कियां जब टीवी सीरियल देखती हैं तो उस शो की नायिका में खुद को देखना शुरु कर देती हैं. वे अपनी किस्मत बदलने का इंतजार करने लगती हैं. जबकि ऐसे लड़के सिर्फ फिल्मी दुनिया में ही होते हैं, असल जिंदगी में नहीं.
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ख्याली दुनिया में जीने वाली लड़कियां जब टीवी सीरियल (Tv Serial) देखती हैं तो उस शो की नायिका में खुद को देखना शुरु कर देती हैं. वे अपनी किस्मत बदलने का इंतजार करने लगती हैं. हालांकि फिल्मी दुनिया में जीनी वाली लड़कियों को जल्द ही इस बात का एहसास हो ही जाता है कि गरीब और सीधी-साधी लड़की से प्यार करने वाले लड़के सिर्फ टीवी सीरियल में ही होते हैं, असल जिंदगी में नहीं.
जिस तरह कभी खुशी कभी गम में शाहरुख खान को एक गरीब लड़की कॉजोल से प्यार हो जाता है. उसी तरह आजकल के टीवी सीरियल में भी एक चुपचाप और संस्कारी लड़की की दुनिया में एक रईस राजकुमार आते हैं, और उस पर जान छिड़कने लगते हैं. लड़कियों के दिमाग में सपनों के शहजादों का फितूर छाने लगता है. असल में यह "अनुपमा, इमली, तेरा मेरा साथ रहे, इस प्यार को क्या नाम दूं, कसौटी जिंदगी की, इश्कबाज और कितनी मोहब्बत है" जैसे धारावाहिक की देन है.
इन सभी सीरियल में लड़की बेचारी, लाचार और गरीब रहती है. लड़का पैसे वाला है लेकिन इन सारियल की गाय सी सीधी नायिका के प्यार में पागल हो जाता है. अब अनुपमा के अनुज को ही ले लीजिए जो अपने प्यार के लिए 25 साल इंतजार करता है और 3 बच्चों की मां से शादी करता है. वह दुनिया के सामने उसकी उतनी ही इज्जत करता है जितना अकेले में...
अब बताइए हकीकत में अनुज के जैसे लड़के कहां हैं? वहीं विवाह फिल्म में दिल्ली का अमीर परिवार एक छोटे शहर की लड़की को अपने घर की बहू बनाता है, वह भी बिना दहेज लिए...लड़की के आग से जलने के बाद भी लड़का उसे अपना लेता है. हकीकत में तो दहेज के लिए शादी वाले दिन लड़के वाले रिश्ता तोड़ देते हैं. बारात लौट जाती है...वहीं 'तेरा मेरा साथ रहे' शो में भी गोपिका जैसी गंवार लड़की की शादी सक्षम जैसे पढ़े-लिखे लड़के से होती है.
अगर तुम इस इंतजार में हो कि फिल्मी दुनिया से निकल कर तुम्हारी जिंदगी में आएगा और सब ठीक कर देगा तो तुम गलत हो
देखिए टीवी सीरियल वाले शहजादे कैसे होते हैं?
वे बार-बार किसी मोड़ पर लड़की से टकराते रहते हैं, लेकिन उसका चेहरा नहीं देख पाते.
वे लड़की के उड़ते बालों और दुपट्टे को देखकर ही पसंद करने लगते हैं.
वे बिजनेस टाइकूनहोते हैं, जिनका शहर में काफी नाम होता है.
उनके पीछे रईस लड़कियां पागल होती हैं, लेकिन वे किसी को भाव नहीं देते.
उनकी तस्वीर बिजनेस मैगजीन के कवर पर छपी रहती है.
वे मीडिया से बातचीत करना पसंद नहीं करते हैं, लेकिन रिपोर्टर उनके पीछे पड़े रहते हैं.
वे अकड़ू होते हैं और किसी को अपने सामने कुछ नहीं समझते हैं.
उनके पीछे एक शो कॉल्ड गर्लफ्रेंड पड़ी रहती है, जिसे वे दोस्त बताते हैं.
वे अपनी मां या दादी मां के लाडले होते हैं, लेकिन शादी नहीं करना चाहते हैं.
उनके घरवालों को मॉडर्न और क्लासी बहू चाहिए होती है.
वे दिखने में काफी हैंडसम होते हैं जो गर्मी में भी सूट ही पहने होते हैं.
सबसे बड़ी बात, उनकी बड़ी दाढ़ी और बाल एकदम सेट होते हैं.
वे शर्मिले होते हैं लेकिन यह बात सबसे छिपाते हैं.
इन लड़कों को लड़की के पास्ट से फर्क नहीं पड़ता है.
इन लड़कों को लड़कियों के बाहरी रूप से फर्क नहीं पड़ता.
वे शुरु में लड़की से चिढ़कर उससे लड़ते हैं फिर उन्हें प्यार हो जाता है.
उनका प्यार लड़की से शादी करने के बाद भी नहीं बदलता है.
लड़कियों, ये सीरियल के लड़के असल में छलावा हैं-
टीवी सीरियल वाले इन लड़कों को देखकर लड़कियां अपने मन में ख्याली पुलाव पकाने लगती हैं. उन्हें लगता है कि ऐसा ही लड़का एक दिन उनकी जिंदगी में आएगा औऱ उन्हें हर मुसीबत से बचाएगा. अब सीरियल में लड़की जब भी लड़की मुसीबत में होती है ये लड़के उड़कर उसके पास पहुंच ही जाते हैं. लड़कियों को लगता है कि किसी दिन कोई हैंडसम लड़का उन्हें टूट कर चाहेगा फिर दुनिया से लड़कर उन्हें अपना बनाएगाय. जिस तरह एक रात में गरीब लड़की की किस्मत बदल जाती है उसी तरह उनकी भी किस्मत बदलने वाली है.
लड़कियों को लगता है एक दिन उनका राजकुमार आएगा और उन्हें सपनों की दुनिया में ले जाएगा, जहां सिर्फ खुशियां ही होंगी. हालांकि असलियत की जिंदगी इस फिल्मी दुनिया से मेल नहीं खाती है. इसलिए लड़कियों दुखी हो जाती हैं.
टीवी सीरियल वाले ये लड़के अपने प्रेमिका इतनी इज्जत करते हैं कि गुस्से में भले नाराज हो जाएं लेकिन अपशब्द नहीं कहते हैं. वे प्रेमिका के लिए अपने आप को भी भूल जाते हैं. वे प्रेमिका के खिलाफ एक शब्द बर्दाश्त नहीं करते हैं. सोचिए अगर किसी लड़की को टीवी सीरियल वाला लड़का सच में मिल जाए तो? शायद यह मात्र एक संयोग होगा, क्योंकि यहां लड़कियों को बतना जानना जरूरी है कि टीवी सीरियल वाले यह लड़के हकीकत में नहीं होते...ये टीवी सीरियल महज एक छलावा है. जो लड़कियों को एक झूठी दुनिया में ले जाते हैं.
हकीकत में सपनों के राजकुमार कैसे होते हैं?
हकीकत में अगर लड़का सरकारी नौकरी वाला है तो गरीब लड़की के भाग्य में वह नहीं होगा. हकीकत में अमीर शहजादे को अमीर शहजादी से ही प्यार होता है. ऊपर से जाति भी बराबर की होनी चाहिए.
हकीकत में लड़के लड़की की हर बात से फर्क पड़ता है. जैसे- लड़की गोरी होनी चाहिए, वह पढ़ीलिखी होनी चाहिए, वह घरेलू होनी चाहिए, उस का कोई पास्ट नहीं होना चाहिए...और हां हकीकत की दुनिया वाले लड़के टीवी सीरियल के लड़कों जैसे नहीं होते. वे पत्नी को प्रताड़ित करते हैं और कितना सम्मान करते हैं यह तो हर शादीशुदा लड़की को पता होगा...
तो लड़कियों टीवी सीरियल वाले लड़के के सपने देखना और उसके पीछे भागना छोड़ दें. अगर तुम इस इंतजार में हो कि फिल्मी दुनिया से निकल कर वह तुम्हारी जिंदगी में आएगा और सब ठीक कर देगा तो तुम गलत हो. मान लो कि अगर कोई हकीकत में हुआ वैसा है भी तो वह अपवाद होगा.
तुम्हें अपनी परेशानियों से निकलने के लिए खुद को मजबूत बनाना होगा. खुद के पैरों पर खड़ा होना होगा. तुम पहले खुद को समझ लो, खुद को तो जी लो...जो तुम्हारे लिए जो बना है वह तुम्हें एक दिन जरूर मिलेगा. उसे अपना साथी बनाने का सोचो, सहारा नहीं...
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