विराट कोहली और रोहित शर्मा के बीच बंटती टीम इंडिया
खबरों की मानें तो टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और उपकप्तान रोहित शर्मा के बीच सब कुछ ठीक नहीं है. खबरों में यह भी दावा किया जा रहा है कि इन खिलाडियों की आपसी फूट के कारण टीम इंडिया भी दो धड़ों में बंट गयी है.
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क्रिकेट के खेल में एक बात जो अकसर कही जाती है वह यह कि जीत आपकी टीम की कई कमियों पर पर्दा डाल देती है. तो इसके विपरीत हार आपकी कई कमियों को उजागर कर देती है. वर्तमान में भारतीय टीम के साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा है. भारतीय टीम ने जब से न्यूज़ीलैण्ड के खिलाफ विश्वकप का सेमीफाइनल मैच गंवाया है तब से पहले जहां कप्तान और कोच के फैसलों को लेकर सवाल उठे, तो वहीं टीम चयन पर चयनकर्ताओं को भी सवालों का सामना करना पड़ा. वहीं अब टीम के दो वरिष्ठ खिलाड़ियों के बीच अनबन की खबरें सुर्खियां बनी हुई हैं. अगर खबरों की मानें तो टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और उपकप्तान रोहित शर्मा के बीच सब कुछ ठीक नहीं है. खबरों में यह भी दावा किया जा रहा है कि इन खिलाड़ियों की आपसी फूट के कारण टीम इंडिया भी दो धड़ों में बंट गयी है, जिसमें एक धड़ा विराट के साथ जबकि दूसरा धड़ा रोहित के साथ है, और टीम इंडिया में यह गुटबाजी विश्वकप के दौरान ही हो गई थी.
विराट और रोहित शर्मा के बीच अनबन की खबरें सुर्खियां बनी हुई हैं
इन खबरों को और बल दिया इन खिलाड़ियों की सोशल मीडिया एक्टिविटी ने. हाल ही में रोहित शर्मा ने इंस्टाग्राम पर विराट कोहली की पत्नी और अभिनेत्री अनुष्का शर्मा को अनफॉलो कर दिया, इससे पहले रोहित विराट को भी इंस्टाग्राम पर अनफॉलो कर चुके हैं. हालांकि विराट अभी भी रोहित को फॉलो करते हैं जबकि विराट रोहित की पत्नी रितिका को फॉलो नहीं करते. वहीं विराट की पत्नी अनुष्का ना ही रोहित और ना ही उनकी पत्नी को फॉलो करती हैं. रोहित की पत्नी रितिका का भी यही हाल है, वो भी विराट और अनुष्का दोनों को फॉलो नहीं करतीं. हो सकता है सोशल मीडिया पर ये सारी गतिविधियां महज एक इत्तेफ़ाक़ हों, मगर टीम इंडिया के किसी भी खिलाड़ी ने अभी तक मीडिया में आ रही खबरों को अफवाह भी नहीं बताया है. हां, सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त की गयी प्रशासकों की समिति (सीओए) ने जरूर ऐसी खबरों को नकारा है, हालांकि बीसीसीआई की तरफ से अब तक इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है.
टीम इंडिया में मनमुटाव का ये मामला पहला नहीं है
अगर बात टीम इंडिया के खिलाड़ियों के बीच मनमुटाव की करें तो यह कोई पहला मौका नहीं है जब दो बड़े खिलाड़ियों के बिच टकराव की खबरें मीडिया की सुर्खियां बनी हों. पहले भी कई बार इस तरह की खबरें आती रही हैं, जब दो खिलाड़ियों का मनमुटाव ड्रेसिंग रूम की दीवार लांघ गया हो.
कपिल देव - सुनील गावस्कर
इस कड़ी में जो सबसे पहला और बड़ा नाम जेहन में आता है वो है, कपिल देव और सुनील गावस्कर का. दोनों ही खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट के महानतम खिलाड़ियों में शुमार हैं और दोनों ही 1983 में विश्वकप विजेता टीम के सदस्य भी. हालांकि इन दोनों के आपसी सम्बन्ध को लेकर अकसर ही अटकलें लगायी जाती हैं. दरअसल, 1984 में इंग्लैंड के साथ टेस्ट मैच हारने के बाद कप्तान सुनील गावस्कर ने कपिल देव को गैर-जिम्माराना तरीके से बल्लेबाजी करने के लिए आड़े हाथों लिया था. कहा जाता है कि इसी मैच के बाद कोलकाता में होने वाले अगले मैच के लिए टीम में कपिलदेव को नहीं लिया गया था. कपिलदेव इसके लिए गावस्कर को जिम्मेदार मानते थे, हालांकि गावस्कर ने जरूर ऐसा कुछ भी करने से इंकार किया था. मगर फिर इस घटना के बाद काफी समय तक दोनों खिलाड़ियों के रिश्ते सामान्य नहीं हो सके.
मोहम्मद अजहरूद्दीन - नवजोत सिंह सिद्धू
टकराव का ऐसा ही नजारा तब भारतीय टीम के कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच भी दिखा था. इन दोनों खिलाड़ियों के बीच की खटास इस हद तक बढ़ गयी थी कि साल 1996 में सिद्धू इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज शुरू होने से पहले ही भारत वापस लौट गए थे.
धोनी - सेहवाग
हाल के खिलाड़ियों में तब कप्तान रहे महेंद्र सिंह धोनी और विस्फोटक ओपनर बल्लेबाज वीरेंद्र सेहवाग के बिच भी काफी रस्सा कस्सी देखने को मिली थी, धोनी और सेहवाग के बीच मनमुटाव की मुख्य वजह साल 2007 में सेहवाग की जगह टीम की कमान धोनी को देना माना जाता है.
धोनी - विराट कोहली
गाहे- बगाहे धोनी और विराट कोहली के बीच भी ईगो क्लैश को लेकर भी खबरें आती रही हैं, हालांकि दोनों ही इन बातों का खंडन करते हैं और मैदान पर दोनों के एक्वेशन्स भी इस बात की गवाही देते हैं. इन खिलाड़ियों के अलावा दिलीप वेंगसरकर और मोहम्मद अजहरूद्दीन के बीच के रिश्ते भी चर्चा के केंद्र में रहे थे.
मतभेद तो हो सकते हैं लेकिन खिलाड़ियों के बीच "मनभेद" होना चिंता का विषय है
अगर सही मायनों में कहा जाए तो साथ खेलते हुए सामानांतर खिलाड़ियों के बीच मतभेद एक सामान्य सी बात ही है. कोई भी दो खिलाड़ी एक ही विषय पर अलग-अलग नजरिया रख सकते हैं. हालांकि खिलाड़ियों के बीच "मनभेद" होना जरूर चिंता का विषय है. विराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों ही वर्तमान समय के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में हैं. खुद विराट कोहली ने भी विश्वकप के एक मैच के दौरान रोहित को एकदिवसीय क्रिकेट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बताया था. हालांकि अगर इनके बीच "मनभेद" की खबर में जरा सी भी सच्चाई है तो यह न तो इन दोनों खिलाड़ियों के लिए बेहतर खबर है और ना ही टीम इंडिया के लिए. बेशक दोनों बेहतरीन खिलाड़ी हैं मगर जब तक पूरी टीम एक होकर ना खेले तब तक कोई भी मैच जीतना मुश्किल ही है. विराट और रोहित दोनों ही इस बात को भली भांति समझते होंगे, ऐसे में यह कहा जा सकता है कि जल्द ही दोनों खिलाड़ी अगर कोई मतभेद हो तो दूर करने की कोशिश कर रहे होंगे और इसका नतीजा हमें आने वाले वेस्टइंडीज दौरे पर देखने को मिल सकता है.
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