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समाज
| 6-मिनट में पढ़ें
डॉ. आशीष वशिष्ठ
बेटियां बोझ नहीं हैं बावजूद इसके उनकी लगातार होती हत्याएं, बेचैन तो करती हैं
आज के बदलते दौर में देखा जाए तो असल में, बेटियां अब बोझ नहीं रही, अब वह भी लड़कों की तरह बराबर खड़ी है. वे हर कदम व परिस्थिति पर माता-पिता और परिवार के मान-सम्मान का ध्यान रखती है.
सियासत
| 2-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
उच्च न्यायालय ऐसे कैसे प्रो रेपिस्ट आदेश दे सकती है ?
क्या न्यायाधीश की आस्था 'Marry your Rapist Law' में हैं ? सो जब पीड़िता के वकील ने कहा कि वह मांगलिक नहीं है तो उन्होंने दोनों पक्षों की सहमति से लड़की की कुंडली चेक कराने की ठान ली ताकि आरोपी को उससे शादी करने का आदेश देकर मामले का पटाक्षेप कर दें.
टेक्नोलॉजी
| बड़ा आर्टिकल
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
संभल कर रहें, धोखे ही धोखे हैं डिजिटल वर्ल्ड में...
क्या FAQ 'उपयोगकर्ता किसी भी ऐप पर अप्रत्याशित लाभ, नौकरी, धन योजना के संदेश प्राप्त कर सकते हैं' वे पिंड छुड़ा सकते हैं ? आदर्श सरीखा है उनका उपदेश बेहतर निर्णय लें, सावधानी बरतें क्योंकि ये स्कैम हो सकते हैं. आगे बात ना बढ़ायें, तुरंत ब्लॉक कर दें.
ह्यूमर
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
कांग्रेसी रज्जू ने अतीक के परिवार का गम कम तो किया ही है
प्रयागराज के ही रहने वाले कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशी राजकुमार उर्फ रज्जू भैया ने अतीक अहमद को शहीद बता दिया है. साथ ही उसने अतीक अहमद को भारत रत्न दिए जाने की मांग करते हुए कहा कि,अतीक अहमद ने शहादत पाई है, लिहाजा उनके शव पर तिरंगा रखा जाना चाहिए था. रज्जू की इस डिमांड से अतीक के परिवार में खुशी की लहर है.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
मेन बात ये है कि 'गुड्डू मुस्लिम' हो या कोई और, अतीक जैसे अपराधी जानते हैं कि वो कैसे मरते हैं!
माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मौत ने भले ही यूपी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाए हों. लेकिन जो सवाल लोगों के सामने है वो ये कि आखिर वो कौन सी मेन बात थी जिसमें अशरफ ने गुड्डू मुस्लिम का जिक्र किया था और जिसे वो बताना चाह रहा था. कहीं ऐसा तो नहीं कि खुद अतीक ने उस मेन बात का खुलासा बरसों पहले ही कर दिया था.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मशाहिद अब्बास
@masahid.abbas
क्या अब 'एक था अतीक' लिखने का समय आ चुका है? सीएम योगी ने संदेश तो कुछ ऐसा ही दिया है!
योगी ने कहा मिट्टी में मिला देंगे, अतीक ने जवाब दिया मिट्टी में मिल चुके हैं और फिर योगी की पुलिस ने मिट्टी में मिला दिया. एक एनकाउंटर ने बहुत सारे सवाल छोड़ दिए हैं. क्या होगा इस एनकाउंटर का सियासी समीकरण. सपा मुस्लिम वर्ग को कैसे रिझाएगी. बसपा क्या अतीक की पत्नी को पार्टी से बाहर निकाल फेकेगी. अतीक ब्रांड का क्या होगा और क्या होगा माफिया का भविष्य?
समाज
| 2-मिनट में पढ़ें
अणु शक्ति सिंह
@anushakti19.singh
स्वाति को भद्दी गालियां देने वाले भी उसके पिता की तरह ही घिनौने अपराधी हैं!
स्वाति को सच क्यों नहीं बोलना चाहिए? क्यों उसे चुप रहना चाहिए? क्यों? उसे भी मालूम होगा कि भारतीय समाज किस तरह पेश आएगा फिर भी सच बोलना उसकी हिम्मत का परिचायक है. हां, इतना जानने के बाद भी आप मुंह छिपा रहे हैं. स्वाति को गालियां दे रहे हैं तो यह ज़रूर है कि आप इस तरह के घिनौने अपराध को बल दे रहे हैं.
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
नवेद शिकोह
@naved.shikoh
प्रयागराज से संदेश क्लियर है, यूपी में अब मिट्टी में मिलेगी बची-खुची माफियागिरी...
प्रयागराज के हत्याकांड को लेकर और भी सख्त हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माफियाओं को मिट्टी में मिलाने का जो संकल्प लिया. उसका असर दूसरे दिन से ही नजर आने लगा. हत्याकांड में सम्मिलित अपराधियों को दबोचने में पुलिस कामयाब हो रही है. मुठभेड़ का सिलसिला समाज विरोधी तत्वों के हौसलों को मिट्टी में मिला रहा है. बुल्डोजर की गरज से बचे-खुचे अपराधियों के हौसले पस्त हो रहे हैं.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
उमेश पाल हत्याकांड ने ऐसी कहानियां सामने लाई हैं, जिनके आगे सभी क्राइम-थ्रिलर फेल हैं?
मिर्जापुर, रक्तांचल और पाताल लोक जैसी वेब सीरीज को मिला भी दिया जाए तो ऐसा रोमांच पैदा नहीं होगा, जो प्रयागराज में पाल कुनबे और अतीक अहमद के बीच चली आ रही खूनी लड़ाई के कारण सामने आया है.