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टेक्नोलॉजी
| 5-मिनट में पढ़ें
सुशोभित सक्तावत
@sushobhit.saktawat
Nasa Galaxy photo: सिद्ध हुआ हम आइंश्टाइन के यूनिवर्स में ही जी रहे हैं!
सौ से भी ज़्यादा साल पहले, 1915 में अल्बर्ट आइंश्टाइन ने जनरल रेलेटिविटी का प्रतिपादन किया था, जिसमें यह चकित कर देने वाला दु:साहसपूर्ण पूर्वानुमान था कि विशालकाय ऑब्जेक्ट्स की ग्रैविटी स्पेसटाइम के फैब्रिक को डिस्टॉर्ट (विरूप) करती है और लाइट को बेंड होने को मजबूर कर देती है.
टेक्नोलॉजी
| 5-मिनट में पढ़ें
मंजीत ठाकुर
@manjit.thakur
5जी तकनीक एक ऐसी यात्रा है, जो पीछे जाने के पुल तोड़ देगी!
वायरलेस संचार तकनीकों जैसे डीईसीटी कॉर्डलेस फोन, वाई-फाई, ब्लूटूथ, 2जी, 3जी और 4जी से आप परिचित ही होंगे. यह सारी तकनीक सभी फ्रीक्वेंसी के बीच उच्चतम ईएमएफ एक्सपोजर स्तर को कई गुना बढ़ा चुकी हैं. वायरलेस तकनीकों से पैदा होने वाला इलेक्ट्रोस्मॉग पहले से ही प्राकृतिक स्तर से 10 लाख खरब (आप गिन नहीं पाएंगे) गुना अधिक है. 5जी इसमें रेडिएशन की एक और परत जोड़ देगा.
टेक्नोलॉजी
| 4-मिनट में पढ़ें
प्रदीप कुमार
@2175488646036357
जीवन की उत्पत्ति के रहस्यों को सुलझाने के बेहद करीब हैं वैज्ञानिक!
हाल ही में खगोलशास्त्रियों के एक दल ने हमारी आकाशगंगा दुग्धमेखला (मिल्की-वे) के युवा तारों के इर्दगिर्द मौजूद पदार्थों में कार्बनिक अणुओं के बड़े भंडारों की खोज की है. पृथ्वी से बाहर जीवन की खोज की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण खोज है.
समाज
| 6-मिनट में पढ़ें
प्रदीप कुमार
@2175488646036357
Ozone परत को लेकर आई अच्छी खबर में सुराख हो गया है !
नासा और नेशनल ओसियानिक एंड एटमॉस्फियरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) ने अपने अवलोकनों का खुलासा करते हुए बताया है कि इस साल अंटार्टिका (Antarctica) का ओजोन (Ozone) सुराख अपने वार्षिक आकार के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है. इसका आकार 20 सितंबर को 2.48 करोड़ वर्ग किलोमीटर हो गया था जो करीब-करीब अमेरिका (America) महाद्वीप के क्षेत्रफल के बराबर है.
टेक्नोलॉजी
| 6-मिनट में पढ़ें
प्रदीप कुमार
@2175488646036357
चांद को छूने की नई होड़ ही किसी मुल्क की तरक्की का मानक है
अपोलो मिशन (Apollo Mission) खत्म होने के तीन दशक बाद तक चंद्र अभियानों के प्रति एक बेरुखी सी दिखाई दी थी. मगर चांद की चाहत दोबारा बढ़ रही है. बीता साल चंद्र अभियानों (Moon Mission) के लिहाज से बेहद खास रहा.
समाज
| 6-मिनट में पढ़ें
संजीव चौहान
Solar Eclipse 2020: ये सूर्यग्रहण कोरोना और हमारी प्रकृति के बारे में बहुत कुछ कहता है!
Solar Eclipse 21 June 2020 के संदर्भ में एक मजेदार बात और कही जा सकती है. कि खगोल शास्त्र (Astronomy) भी सूरज (Sun) के इस दहकते हुए किनारे को कोरोना (Corona) ही कहता आया है. चूंकि ये सब कोरोना (Coronavirus) काल में हो रहा है तो प्रकृति के इशारे का अंदाजा लगाया जा सकता है.
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
Ozone hole healed: आसमान ने अपनी तीसरी आंख बंद कर ली है!
लॉकडाउन (Lockdown) का सबसे बड़ा फायदा प्रकृति (Nature) को मिला है. इसे समझने के लिए हम ओजोन की परत (Ozone Layer ) का रुख कर सकते हैं जिसका 10 लाख वर्ग किलोमीटर में फैला छेद प्रदूषण की कमी के चलते भर गया है.
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
अंकिता जैन
@ankita.jain.522
Earth 2020 : अब भी वक़्त है बचा लीजिये पृथ्वी को, क्या पता कल हो न हो!
Earth Day 2020 प्रकृति (Nature) किसे नहीं पसंद. मगर जैसा हमारा इसके प्रति रवैया है वो दिन दूर नहीं जब हम इससे हाथ धो बैठेंगे. इसलिए इस Earth 2020 पर खुद से इस बात का वादा करिये कि हमें इसे बचाना है ताकि हम अपनी आने वाली नस्लों को दिखा सकें कि ये कितनी सुन्दर है.
समाज
| 6-मिनट में पढ़ें
प्रीति 'अज्ञात'
@preetiagyaatj
World Earth Day 2020: पहली बार हम रोए तो पृथ्वी मुस्कुराई!
कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर पूरी दुनिया में तबाही मची है मगर चूंकि लॉक डाउन (Lockdown) है इसलिए प्रकृति (Nature) को भी अपने को डेटॉक्स करने का मौका मिला है. ऐसे में जगह जगह से जो तस्वीरें आ रही हैं वो मन मोह लेने वाली हैं.