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सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
रैलियां ताबड़तोड़ रद्द होने लगी हैं, फीका होता चुनावी माहौल आईटी सेल के भरोसे!
विधानसभा चुनावों (Assembly Elections 2022) से जुड़े राजनीतिक दलों के कार्यक्रम और बड़े नेताओं की चुनावी रैलियां रद्द (Election Rallies Cancelled) होने लगी हैं. कारण तो अलग अलग हैं, लेकिन ज्यादातर की वजह ओमिक्रॉन (Omicron) ही है - ऐसे में आईटी सेल की भूमिका बढ़ गयी है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
चुनावों में कोविड प्रोटोकॉल के पालन पर वैष्णो देवी हादसा सवालिया निशान है
वैष्णो देवी हादसा (Vaishno Devi Stampede) ओमिक्रॉन के खतरनाक रूप लेने की आशंका के बीच हुआ है. ऐसे में संदेह हो रहा है कि विधानसभा चुनाव (Assembly Elections 2022) में कोविड 19 प्रोटोकॉल (Covid 19 Protocol) सही तरीके से लागू भी हो पाएगा.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
योगी आदित्यनाथ के मुख्य सचिव कहीं अरविंद शर्मा जैसी नयी मुसीबत तो नहीं
दूध का जला छाछ फूंक कर पीता है, लेकिन दुर्गाशंकर मिश्रा (Chief Secretary DS Mishra) की नियुक्ति के मामले में योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने उलटा कर दिया है - कहीं हड़बड़ी में अरविंद शर्मा (Arvind Sharma) जैसी नयी मुसीबत तो नहीं मोल ली है?
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
माथे पर त्रिपुंड लगाए प्रियंका गांधी की बनारसी रैली कितना रंग लाएगी?
यूपी चुनाव को लेकर प्रियंका गांधी ने वाराणसी में एक साथ तीर चलाए. नवरात्रि, व्रत, लखीमपुर खीरी हिंसा, योगी आदित्यनाथ... सब. कांग्रेस की ओर से सीनियर पर्यवेक्षक बनाये गये भूपेश बघेल ने तो यूपी में प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनाने का दावा ही पेश कर दिया है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
किसानों की लड़ाई जमीन से ही संभव है - वर्चुअल होते ही आंदोलन खत्म समझें!
कोरोना वायरस किसान आंदोलन (Corona in Kisan Aandolan) पर भी अपना असर दिखाने लगा है, लिहाजा उसे वर्चुअल स्वरूप देने पर भी विचार हो रहा है. संयुक्त मोर्चा चाहता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) दखल देकर बातचीत शुरू करायें - और राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) अपनी जिद पर अड़े हुए हैं.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
मोदी सरकार की ये हैं 5 गलतियां जिनकी वजह से कोरोना वायरस बेकाबू हो गया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का कहना है कि देश ने कोरोना वायरस (Coronavirus) पर तब भी विजय पा ली थी जब न वैक्सीन था न उसकी कहीं कोई उम्मीद थी, फिर वो क्या है कि कोरोना की दूसरी लहर (Covid Second Wave) में हालात बेकाबू हो गये?
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
संतों की ही तरह PM मोदी क्या चुनावी रैली करने वालों से एक अपील नहीं कर सकते थे?
हरिद्वार कुंभ को लेकर जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि (Avdheshanand Giri) से जैसी ही अपील प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को पश्चिम बंगाल (West Bengal Election 2021) में चुनावी रैली करने वालों से करनी चाहिये - चुनावी रैलियों से भी खतरा कुंभ जितना ही है.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
वो फैसले, जो समय पर लिए जाते तो बेकाबू न होता कोरोना
ममता बनर्जी ने कोरोना की स्थिति को देखते हुए बाकी के चार चरणों का चुनाव एक साध कराने का एक अच्छा सुझाव दिया है. लेकिन, यह सुझाव भी राजनीति की भेंट चढ़ता दिख रहा है. चुनाव आयोग को अव्वल तो चुनाव टालने का फैसला ले लही लेना चाहिए था.
ह्यूमर
| 4-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
लोकतंत्र में विश्वास रखता है कोरोना, तभी चुनावी रैलियों में नहीं जाता!
भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है. अब लोकतंत्र है, तो चुनाव होने ही हैं. भारत में तो हर साल किसी न किसी राज्य में चुनाव होते हैं. बीते साल बिहार में ही हुए थे, वहां भी खूब रैलियां हुईं, लेकिन मजाल कि कोरोना फैला हो. अब बिहार में नहीं फैला, तो इन पांच चुनावी राज्यों में क्यों फैलेगा.