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सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
सुशोभित सक्तावत
@sushobhit.saktawat
भारत के मुसलमानों को दो-तीन बातें समझ लेना ज़रूरी है!
जब तक इस्लाम के नौजवान विद्रोह नहीं करेंगे और अपनी वरीयता को मज़हब से हटाकर नौकरी, शिक्षा, कॅरियर, समाज की मुख्यधारा पर नहीं लाएंगे, कुछ होना नहीं है. हिन्दू राष्ट्रवादियों को चुप कराने का भी यही रास्ता है कि मुस्लिम सच्चे सेकुलर बन जावें. उनको यह मान लेना होगा कि दुनिया उनके हिसाब से नहीं चलेगी, उनको दुनिया के हिसाब से चलना होगा.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
आर.के.सिन्हा
@RKSinha.Official
Subhash Chandra Bose Birthday : नेताजी सुभाष होते तो रूकवा देते देश का दुर्भाग्यपूर्ण बंटवारा!
Subhash Chandra Bose Birthday: क्या नेताजी सुभाष चंद्र बोस 1947 में जीवित होते तो पाकिस्तान का सपना कभी भी हकीकत में बदलता? क्या वे मोहम्मद अली जिन्ना को समझा पाते कि भारत के बंटवारे से किसी को कुछ लाभ नहीं होगा? आज यानी 23 जनवरी को उनका जन्मदिन है ऐसे में ये सवाल अपने आप में महत्वपूर्ण हैं.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
भागवत की फिक्र वाजिब है, लेकिन विभाजन के दर्द की दवा नहीं - बीमारी लाइलाज है!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के भारत-पाक विभाजन की विभीषिका (Partition Horrors) की याद दिलाने के बाद मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) समाधान की तलाश में निकल पड़े हैं - हिंदुत्व और राष्ट्रवाद की बहस में उनकी पीड़ा समझ में आती है, लेकिन दूर दूर तक कोई समाधान नजर नहीं.