X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
सिनेमा
| 6-मिनट में पढ़ें
मुकेश कुमार गजेंद्र
@mukesh.k.gajendra
The Kashmir Files को अश्लील बताने वाले इजराइली फिल्म मेकर की फिल्में भी 'दूध की धुली' नहीं हैं
गोवा में आयोजित 53वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया के समापन के मौके पर इजराइली फिल्म मेकर नादव लैपिड ने विवेक अग्निहोत्री की 'द कश्मीर फाइल्स' को अश्लील और प्रोपेगेंडा फिल्म बताया है. उनके बयान की चौतरफा निंदा हो रही है. यहां तक कि उनके ही देश के ही राजदूत ने इसे शर्मनाक बताया है. हिंदुस्तान में अपने तीखे बयान की वजह से सुर्खियों में आए लैपिड की पृष्ठभूमि ही विवादास्पद है.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
वामपंथी इकोसिस्टम के लिए The Kashmir Files हमेशा ही अश्लील और प्रोपेगेंडा फिल्म रहेगी
नादव लैपिड (Nadav Lapid) ने इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) में 'द कश्मीर फाइल्स' को प्रोपेगेंडा और वल्गर फिल्म करार दिया. जिसके बाद वामपंथियों (Leftist) और वोक कम्युनिटी (Woke) ने लैपिड की इस आपत्तिजनक टिप्पणी को हाथोंहाथ लिया. क्योंकि, ये उनके एजेंडा को सूट कर रही थी.
सिनेमा
| 4-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
लाल सिंह चड्ढा का बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन मैटर नही करता, विरोध की वजह सिर्फ आमिर खान हैं
आमिर खान (Aamir Khan) की फिल्म लाल सिंह चड्ढा के बायकॉट कैंपेन (Laal Singh Chaddha Boycott) के बावजूद दर्शकों का एक हिस्सा फिल्म देखेगा. और, एक इसका खुलकर विरोध करेगा. संभव है कि लाल सिंह चड्ढा हिट भी हो जाए. लेकिन, इस विवाद से आमिर खान की इमेज पर लगा बट्टा इतनी आसानी से नही हटेगा.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
कश्मीरी हिंदुओं की हत्या पर आतंकियों को 24 घंटे में मौत देना ही इलाज नहीं है
कश्मीरी पंडितों की टारगेट किलिंग (Kashmiri Pandits target killings) को अंजाम दे रहे आतंकियों पर हमले करने से पहले ही कार्रवाई करने से भारतीय सेना को कौन रोक रहा है? क्या सुरक्षा बलों के पास इंटेलीजेंस इनपुट की कमी है? क्या सुरक्षा बलों के पास संसाधनों की कमी है? आखिर ऐसी कौन सी वजह है, जो कश्मीर से आतंकियों के जड़ से खात्मे की राह में बाधा है.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
आर.के.सिन्हा
@RKSinha.Official
भारत-इजरायल मैत्री पर इमरान खान को दर्द तो होना ही था
भारत-इजरायल संबंधों को लेकर पाक के पीएम इमरान खान सदा ही बहुत दुखी रहते हैं। उन्हें यह रास ही नहीं आता कि भारत-इजरायल के बीच मैत्री लगातार मजबूत होती रहे। वे इस दोस्ती पर आखिरकार क्यों सवाल खड़े करते रहते हैं?
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
अफगानिस्तान मामले पर मुंह में दही जमाए फिलिस्तीन समर्थकों का दोगलापन कचोटता है!
कहां हैं गाजा विवाद के लिए इजरायल को कोसने वाले फिलिस्तीन के समर्थक? सवाल ये है कि क्यों इन्होंने अफगानिस्तान मामले पर मुंह में दही जमा ली है. बात सीधी और साफ़ है इस तरह का दोगलापन कचोटता है.
स्पोर्ट्स
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
Palestine के समर्थन में Algeria के खिलाड़ी ने Tokyo Olympic में जो किया वो शर्मनाक है!
उम्मीद थी कि इजराइल फिलिस्तीन विवाद सरहदों से निकलकर खेल के मैदान में आएगा मगर इसकी शुरुआत टोक्यो ओलंपिक से होगी और ये अल्जीरिया द्वारा होगी ये उम्मीद नहीं थी. मुल्कों को याद रखना चाहिए विवाद अपनी जगह हैं, खेल अपनी जगह.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
Naftali Bennett: इजरायल के सत्ता शीर्ष पर जो बैठे, फिलिस्तीन-हमास के लिए इशारा एक ही है
12 साल बाद पीएम बेंजामिन नेतन्याहू अपने पद से हट रहे हैं और नेफ्ताली बेनेट के पीएम बनने की खबरें जोरों पर हैं. तो अंतरराष्ट्रीय राजनीति को समझने वाले राजनीतिक पंडितों का कयास यही है कि अब फिलिस्तीन और हमास के प्रति इजरायल और ज्यादा सख्त रवैया अपनाएगा.
सोशल मीडिया
| 7-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
इजरायल-फिलिस्तीन विवाद में पड़कर दो आशिक दुश्मन बन गए!
माना जा रहा था कि कई वर्गों की तरह इजरायल-फिलिस्तीन कॉन्ट्रोवर्सी आशिकों के बीच भी दरार पैदा करेगी. साथ ही मामले ऐसे भी आएंगे जहां शायद नौबत ब्रेक अप तक आ जाए. अभी हम केवल ऐसी बातें सोच रहे थे मगर पाकिस्तान में इसका श्री गणेश हो गया है और जल्द ही ये हमें हमारे आस पास भी दिखेगा .