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सियासत
| बड़ा आर्टिकल
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
Sri Lanka economic crisis: समझदारी से दोस्त न चुनने का यही नतीजा होता है
श्रीलंका में उपजे आर्थिक संकट (Sri Lanka Economic Crisis) की वजह वहां के राजनीतिक दलों की अंधाधुध कर्ज, भ्रष्टाचार और गलत नीतियां रही हैं. लेकिन, ऐसे हालातों की कोई भारत में पैदा होने की कामना क्यों करेगा? श्रीलंका का बहाना बनाकर भारत को कोसने वालों का एजेंडा यहां भी जारी ही है.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
रमेश ठाकुर
@ramesh.thakur.7399
श्रीलंका के नए पीएम Ranil Wickremesinghe आखिर चुनौतियों से कैसे निपट पाएंगे?
रानिल विक्रमसिंघे ने प्रधानमंत्री पद की कमान भले ही संभाल ली है, पर जिन चुनौतियों से उन्हें अगले कुछ महीनों में लड़ना होगा, उसमें वह कितना सफल होते हैं, ये कहना तत्कालिक रूप से अभी जल्दबाजी होगा. कुल मिलाकर, श्रीलंका को एक अनुभवी प्रशासक चाहिए था. शायद रानिल के मिलने से उनकी खोज पूरी होगी. वह बेदाग नेता हैं. बिना लाग लपेट और साफगोई से अपनी बात कहते हैं.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
श्रीलंका कंगाली की कगार पर, और कारण आंखें नम कर देने वाले हैं!
श्रीलंका की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से पर्यटन पर निर्भर हैं.कोविड के आगे एक मुल्क के रूप में श्रीलंका ने घुटने टेक दिए हैं. जैसे हालात हैं और जिस तरह का आर्थिक संकट है माना यही जा रहा है कि जल्द ही श्रीलंका अपने को दिवालिया घोषित कर देगा.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
अनुज मौर्या
@anujkumarmaurya87
श्रीलंका में LTTE को खत्म करने वाले राजपक्षे-ब्रदर्स का अगला टारगेट क्या है? जानिए...
पहले गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) श्रीलंका (Sri Lanka) के राष्ट्रपति बने और अब उन्होंने अपने बड़े भाई महिंदा राजपक्षे (Mahinda Rajapaksa) को प्रधानमंत्री बना दिया. इसी जोड़ी ने एक समय में LTTE को खत्म किया था.