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ह्यूमर
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
फेसबुक और PubG से न घर बसा और न ज़िंदगी गुलज़ार हुई, दोष हमारा है
इतिहास से लेकर मुग़ल ए आज़म पिक्चर तक 'पास्ट' हमें यही बताता है कि मुद्दा जब मुहब्बत हो, तो चर्चा में आता ज़रूर है. क्या पता कल की तारीख में इश्क़ के नाम पर हमारा सिरफिरापन ट्विटर या इंस्टाग्राम पर ट्रेंड ही कर जाए और सोशल मीडिया वाली इस क्रांति के दौर में हम भी पाव भर या आधा किलो फेमस हो जाएं.
स्पोर्ट्स
| 5-मिनट में पढ़ें
प्रशांत प्रत्युष
@10209994546762034
आखिर परायापन क्यों झेल रही हैं महिला एथलीट?
भारतीय महिला एथलीट्स को अभी लंबा सफर तय करना है. महिला एथलिटों को देश-दुनिया की लड़कियों के लिए मिसाल ही नहीं बनना है, महिला एथलिटों को लेकर पुरुषवादी मानसिकताओं के द्वन्द को भी तोड़ना है. कुल मिलाकर अपने घर के आंगन से निकलीं और मैदान मार लेने वाली महिला एथलिटों के पक्ष में खड़ा होने की जरूरत है.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
U-19 T20 Women World Cup: गौरव का ये पल देने के लिए शुक्रिया बहनों, अब लोग कहेंगे मुबारक हो बेटी हुई है
जो लोग महिला क्रिकेटर को सीरियस नहीं लेते थे, वे भी उनकी तारीफ कर रहे हैं. वे मान गए हैं कि हमारी छोरियां अब छोरों से कम नहीं हैं.
सियासत
| 1-मिनट में पढ़ें
रजनीश कुमार सक्सेना
@5760451224046017
प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी ने सांसद खेल महाकुंभ का वर्चुअल शुभारंभ किया
प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए से उत्तर प्रदेश के बस्ती जिलें में सांसद खेल महाकुंभ 2022-23 के दूसरे चरण का उद्घाटन किया.
समाज
| 6-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
मानसिक रूप से स्वस्थ रहना है तो गुड सेंस ऑफ़ ह्यूमर ज़रूरी है!
जब आप मॉरल हाई ग्राउंड लेते हुए स्वयं को सबसे अलग बताते हो तो आपका वाचाल होना भारी पड़ता है.आप स्वयं ही मजाक का पात्र बन जाते हैं. आज पॉलिटिकल डिस्कोर्स में यही हो रहा है, युगांतर को गौण रखते हुए माइथोलॉजिकल किरदारों का अवतरण हो रहा है.
स्पोर्ट्स
| 5-मिनट में पढ़ें
आर.के.सिन्हा
@RKSinha.Official
पेले होने का मतलब
पेले ने अपने करियर में 760 गोल किए थे. इनमें से 541 लीग चैम्पियनशिपों में किए गए थे, जिसके कारण वे सर्वकालीन सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी माने जाते हैं. कुल मिलाकर पेले ने 1363 खेलों में 1281 गोल किए. हालांकि इनके आंकड़ों को चुनौती भी मिलती है. लेकिन निर्विवाद में महान खिलाड़ी थे.
स्पोर्ट्स
| 7-मिनट में पढ़ें
सुशोभित सक्तावत
@sushobhit.saktawat
RIP Pele: खिलाड़ी जिसके जैसा न कोई हुआ है और न आगे कभी होगा...
फुटबॉल लेजेंड्स में शुमार पेले ने 82 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया. कई किस्से हैं जो पेले के जीवन से जुड़े हैं. ऐसा ही एक किस्सा तब का है जब नवम्बर 1969 में पेले ने मराकाना स्टेडियम में वास्को के विरुद्ध खेलते हुए अपना 1000वां कॅरियर गोल किया. तब 20 मिनटों के लिए खेल रोक दिया गया और इस अभूतपूर्व उपलब्धि का जश्न मनाया गया था.
स्पोर्ट्स
| 6-मिनट में पढ़ें
आर.के.सिन्हा
@RKSinha.Official
कब कोई बनता है मेसी या एम्बाप्पे?
बड़े खिलाड़ी का यही सबसे बड़ा गुण होता है कि वे खास मैचों या विपरीत हालातों में छा जाते हैं. लियोनेल मेसी तथा किलियन एम्बाप्पे ने फीफा कप के फाइनल मैच में लाजवाब खेल का प्रदर्शन किया. मेसी और एम्बाप्पे ने कुल जमा तीन और चार गोल किए. ये गुण होता है कि किसी बड़े खिलाड़ी में जो उसे महान बनाता है.
ह्यूमर
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
लूडो में खुद को हारने वाली औरत द्रौपदी नहीं, शकुनी है...
यूपी के प्रतापगढ़ में एक महिला पर लूडो का भूत कुछ ऐसा चढ़ा कि वो माकन मालिक संग दांव लगा लगाकर जुआ खेलती रही. फिर एक दिन जब पैसे ख़त्म हुए तो उसने खुद को ही दांव पर लगा दिया. मामला भले ही सिंपल लगे लेकिन मुद्दा सिर्फ लूडो नहीं है. कहानी में बड़ा ट्विस्ट है.