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समाज
| बड़ा आर्टिकल
सैयद तौहीद
@8187076694635826
इंटरनेट आज के विद्यार्थी की जरूरत, लेकिन वहां भी जलवा इंटरटेनमेंट मीडिया का है!
इंटरनेट दुनिया के हर कोने में उपयोगी जानकारियां उपलब्ध कराने की क्रांतिकारी तकनीक है. इसके जरिए लोग किसी भी जानकारी को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं. उसका आदान-प्रदान कर सकते हैं. यह भी जानना होगा क्यों इंटरनेट का दुरुपयोग हो रहा.
सोशल मीडिया
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
अच्छा हुआ मां ने आकर क्लियर कर दिया, वरना बच्चे की पेंटिंग ने टीचर को तारे दिखा दिए थे!
एक बच्चे की ड्राइंग ने स्कूल में हड़कंप मचा दिया.आनन फानन में मां बाप को स्कूल बुलाया गया और उन्हें पेंटिंग दिखाई गयी. मां ने पेंटिंग देखि और उल्टा टीचर की ही क्लास लगा दी. आइये जानें कि पेंटिंग में ऐसा क्या था जिसे देखकर टीचर की रूह सिहर उठी.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
उस सरकारी टीचर की कहानी जिसके पढ़ाने के तरीके ने बच्चों को स्कूल आने पर मजबूर कर दिया
सरकारी टीचर खुशबू की कोशिश से इतने बच्चे स्कूल आने लगे हैं कि क्लास में बैठने की जगह तक नहीं बची है. वे हर छात्र में अपने बच्चे की छवि देखती हैं. वे बच्चों को पढ़ाने के लिए नए-नए रोचक तरीके अपनाती हैं. वे ध्यान रखती हैं कि बच्चे स्कूल में बोर ना हो और उनका मन लगा रहे. इसलिए वे खेलते-कूदते, नाचते-गाते, म्यूजिक के साथ बच्चों को पढ़ाती हैं.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
रमेश ठाकुर
@ramesh.thakur.7399
ऑस्ट्रेलियाई स्कूली पाठ्यक्रमों में पंजाबी भाषा शामिल होना गर्व की बात तो है!
ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने हाल में लागू की अपनी नई शिक्षा नीति में अब पंजाबी भाषा को भी जोड़ लिया है. उनके इस निर्णय को भारत सरकार और प्रत्येक भारतीयों ने खुलेदिल से सराहा है. ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने अपने सभी निजी व सरकारी स्कूलों के पाठ्यक्रमों में पंजाबी को पढ़ाने का फैसला किया है जो प्री-प्राइमरी से लेकर 12वीं तक के पाठ्यक्रमों में अब से पढ़ाई जाया करेगी.
ह्यूमर
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
JNU के नए नियमों ने गंगा ढाबे पर बैठे तमाम कॉमरेड्स की हवा टाइट कर दी है!
छात्र प्रदर्शनों का केंद्र रहे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जमकर लगाम कसी है. नए नियमों के मुताबिक़ परिसर में धरना देने पर छात्रों पर 20,000 रुपये का जुर्माना और हिंसा करने पर 30,000 रुपये का जुर्माना लग सकता है. हिंसा के दोषी पाए गए स्टूडेंट्स का एडमिशन भी रद्द किया जा सकता है.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
ओम प्रकाश सिंह
यूपी में उच्च शिक्षा रसातल की ओर, नई शिक्षा नीति बनी नो एजूकेशन नीति..
कहने को तो योगी सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री भी हैं लेकिन उनके आदेशों का पालन ही नहीं होता है. कुलपतियों की जवाबदेही राजभवन के प्रति है. कुलपतियों की नियुक्तियों में उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय 1973 के मानकों को दरकिनार कर दिया जाता है. ज्ञान देने वाले शिक्षा के मंदिर लूट के केंद्र में तब्दील हो रहे हैं. जिम्मेदार कौन?
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
जावेद अनीस
महज कागजी न रहे बच्चों की सहभागिता का सवाल
दुनिया के अधिकतर समाजों में बच्चों की भागीदारी को लेकर गंभीरता दखने को नहीं मिलती है. न तो सरकार और न ही समाज बच्चों की आवाज को इस काबिल मानती है कि सुनी जाए. वे सोचते हैं कि बच्चे खुद से सोचने, समझने, निर्णय लेने और किसी मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त करने लायक नहीं हैं.
समाज
| 7-मिनट में पढ़ें
उपासना बेहार
Savitribai Phule Birth Anniversary: अभी भी अधूरा है सावित्री बाई फुले का सपना!
सावित्रीबाई फुले के प्रयासों के चलते हमारे देश में महिलाओं को शिक्षा मिलने की शुरुआत हुई. लेकिन इतने सालों बाद आज भी बच्चियां शिक्षा के मामले में पिछड़ी और वंचित हैं. इसके पीछे कई कारण हैं जो आज भी अनवरत जारी हैं.
समाज
| 3-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
बच्चों को पढ़ाई के प्रेशर कुकर पर खुद मां-बाप ही चढ़ाते हैं
तीन साल की छोटी सी उम्र से ही प्ले स्कूल में एडमिशन के साथ माता-पिता (Parents) खुद ही बच्चे (Children) पर पढ़ाई का बोझ डाल देते हैं. स्कूल से मिले होमवर्क (Homework) में हिंदी-इंग्लिश की कविता, अक्षर से लेकर रंगों तक के ज्ञान का उन पर एक अतिरिक्त बोझ डाल दिया जाता है. जबकि, ये चीजें बच्चा (Kid) आसानी से बिना किसी दबाव के घर पर भी सीख सकता है.