आखिर क्यों देखने को मिल रही है शेयर बाजार में तेजी
प्रधानमंत्री ने कहा कि- 'इंडिया मतलब बिजनेस'. उनके इस बयान को ही मंगलवार को शेयर बाजार में दर्ज की गई तेजी के पीछे की वजह माना जा सकता है. कह सकते हैं कि ये तेजी संयोगवश नहीं आई है.
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मंगलवार को शेयर बाजार में एक नई तेजी देखने को मिली और निफ्टी 11 हजार के पार चला गया. वहीं सेसेक्स भी 36 हजार से आगे कारोबार करते हुए देखा गया. शुरुआती कारोबार में निफ्टी ने 11,014 का नया रिकॉर्ड स्तर बनाया, वहीं सेंसेक्स ने 35,976.3 पर दस्तक दी. ऐसा नहीं है कि ये तेजी अचानक से हुई हो. कुछ दिनों से इस तरह की तेजी देखने को मिल रही थी. यही नहीं आने वाले दिनों में और तेजी देखने को मिल सकती है. क्योंकि केंद्र की मोदी सरकार जल्द ही अपना आखिरी पूर्ण बजट पेश करने वाली है.
स्विटजरलैंड के दावोस में विश्व आर्थिक मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की ख़बरों और इस दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) द्वारा जारी आंकड़ों ने भी बाजार में तेजी लाने में मदद की है. IMF ने कहा है कि 2018 और 2019 के दौरान पूरी दुनिया में भारत सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा. IMF ने 2018 में भारत की विकास दर 7.4 प्रतिशत और 2019 में 7.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है. विश्व आर्थिक मंच पर दुनियाभर से बड़े उद्योगपति इकट्ठा होते हैं और इस बार प्रधानमंत्री के सम्बोधन तथा भारत की ओर से जोरदार मौजूदगी से पूरे विश्व में खासकर निवेशकों में एक अच्छा सन्देश गया है.
सरकार जल्दी ही अपना आखिरी पूर्ण बजट पेश करने वाली है
विश्व आर्थिक मंच की बैठक में हिस्सा लेने सोमवार को दावोस पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक आधिकारिक कार्यक्रम के तहत स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति एलेन बेरसेट से मुलाकात की है. ऐसा माना जा रहा है कि दोनों में द्विपक्षीय संबंधों के अलावा टैक्स से जुड़ी सूचनाओं के आदान-प्रदान की दिशा में हुई प्रगति पर भी चर्चा हुई है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि- 'इंडिया मतलब बिजनेस'. उनके इस बयान को ही मंगलवार को शेयर बाजार में दर्ज की गई तेजी के पीछे की वजह माना जा सकता है. कह सकते हैं कि ये तेजी संयोगवश नहीं आई है. बल्कि मोदी सरकार की नीतियों और उसके हाल के फैसलों का परिणाम है. बता दें कि हाल ही में एक इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने जाहिर किया था कि आगामी आम बजट कोई लोकलुभावन बजट नहीं होगा और सरकार सुधारों के अपने ऐजेंडे पर चलती रहेगी. उन्होंने ये भी कहा कि सरकार माल एवं सेवाकर में संशोधन के सुझाव पर अमल के लिए तैयार है. ताकि इसे अधिक कारगर प्रणाली बनाया जा सके और इसकी खामियां दूर हो. इससे एक अच्छा सन्देश गया है.
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