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सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
आर.के.सिन्हा
@RKSinha.Official
भारत की आर्थिक छलांग के लिए उत्तर प्रदेश महत्वपूर्ण क्यों है?
भारत की आर्थिक विकास का रास्ता उत्तर प्रदेश से गुजरता है. अगर उत्तर प्रदेश का विकास नहीं होगा तो भारत आगे नहीं बढ़ सकता. उत्तर प्रदेश का लगातार तेजी से विकास के रास्ते पर चलना एक उम्मीद जगाता है. राज्य में करोड़ों लोग गरीबी की रेखा से बाहर हुए हैं.
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल बने इंडिया में रहकर और अब चल दिए विदेश बसने !
वजहें बिज़नेस की लिगलिटी हो सकती है, पर्सनल लाइफ में लोगों की ताका झांकी भी हो सकती है और संभावित प्रवासी का सेक्सुअल ओरिएंटेशन भी हो सकता है. चूंकि अब सुपर रिच है, वह अन्य प्राथमिकताओं के लिए फॉरेन सिटी में बसना अफ़ोर्ड कर सकता है.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
ब्रजेश
मोदी सरकार के 9 साल: आर्थिक विकास की लंबी छलांग के बाद भी कुछ बड़ी चुनौतियां
भारत के आधे लोग इस साल के अंत तक 30 वर्ष से कम आयु के होंगे. जनसांख्यिकीय लाभांश के लिए हमे दीर्घकालिक निवेश की जरुरत है जो महिलाओं और युवाओं के बीच उच्च बेरोजगारी का समाधान करे. भारत बड़े बदलाव के मुहाने पर है. वैश्विक अनिश्चितताओं के इस अशांत समय में पूरी दुनिया भारत की ओर बड़ी उम्मीद से देख रही है.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
Artificial Intelligence: कल क्या हमारा आपका बॉस कोई रोबोट होगा?
इंसानों के बराबर इंटेलिजेंस वाले एआई ही भविष्य के लिए खतरे की घंटी है. जरूरत है द्रोणाचार्यों (इन एआई निर्माताओं) पर बंदिशें लगाने की क्योंकि सभी धनुर्धरों से एकलव्य सरीखे आदर्श की कल्पना ही बेमानी है.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
विवेकानंद शांडिल
@vivekanand.shandil
प्रधानमंत्री मोदी ने तकनीक को बनाया सशक्तिकरण का माध्यम...
भारत ने तकनीक के माध्यम से समाजार्थिक असमानताओं को भी दूर करने में एक ऐतिहासिक सफलता हासिल की है. आज हमारे डिजिटल सेवाओं के प्रसार ने शिक्षा, स्वास्थ्य और रोज़गार के क्षेत्र में नये अवसरों का सृजन करने के साथ ही, सरकार की जवाबदेही और पारदर्शिता को बढ़ाने का भी कार्य किया है.
इकोनॉमी
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
कॉफी से अच्छी तो चाय निकली, जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वॉर्मिंग दोनों से एडजस्ट कर लिया!
जलवायु परिवर्तन के कारण एक ही समय में कई देशों में कॉफी का वैश्विक उत्पादन खतरे में है. इसके पीछे की वजह जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वॉर्मिंग को बताया जा रहा है. कहा ये भी जा रहा है कि आने वाले वक़्त में कॉफी आम आदमी की पहुंच से दूर और काफी महंगी हो सकती है.
ह्यूमर
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
No Smoking Day: क्विट स्मोकिंग पर किसी को क्या ही ज्ञान देना, स्मोकर्स ही सच्चे 'राष्ट्रवादी' हैं!
No Smoking Day: क्विट स्मोकिंग पर भारी भरकम ज्ञान दे तो दूं फिर कभी कभी मेरे दिन में ये ख्याल आता है कि सिगरेटची और शराबी ही तो हैं तो देश चला रहे हैं और जीडीपी को आसमान की ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं.
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
SHIVAM KUMAR
अडानी समूह पर हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट कितनी भरोसेमंद है?
हिंडनबर्ग की इस रिपोर्ट पर केंद्र सरकार का अभी तक कोई आधिकारिक पक्ष सामने नहीं आया है, विपक्षी दल कांग्रेस इस मामलें में सरकार पर हमलावर है, कांग्रेंस अध्यक्ष एवं राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खडगे सहित विपक्षी दलों ने जेपीसी (जॉइंट पार्लियामेंटरी कमिटी) गठित करने की मांग की है.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
क्या अडानी एपिसोड सिर्फ चाय के प्याले में उठा तूफ़ान भर है?
शॉर्टसेलर एक्टिविस्ट कंपनी की रिपोर्ट का मैसिव इम्पैक्ट हुआ ही इसलिए है कि देश के विपक्ष ने विरोध की राजनीति के स्वार्थवश इसे गॉस्पेल ट्रुथ मानने का ढोंग किया है. उनके स्वहित सधते हैं तो अडानी बिजनेसमैन हैं, वरना पीएमलिंक्ड अडानी इश्यू है.