एक ऐसे समय में जब कोरोनावायरस (Coronavirus) को लेकर लोगों में गफलत है. देश दुनिया की इकॉनमी डूबी है. काम धाम ठप पड़ा है और लोग अपने अपने घरों में बंद हों. कुछ गर्म खून वाले लोगों को सड़कों पर आने का मौका मिला है. बात जिनकी हुई है, उनको हमने उस वक़्त भी देखा था जब संजय लीला भंसाली (Sanjay Leela Bhansali) अपनी फ़िल्म पद्मावती (Padmawati) बना रहे थे. उस वक़्त क्या बवाल हुआ था. संस्कृति के संरक्षण के नाम पर कोहराम मच गया था. यहां संजय लीला भंसाली, पद्मावती और 'कुछ लोगों' का जिक्र हुआ है. समझदार को इशारा काफ़ी है. जिन कुछ लोगों का जिक्र यहां हुआ है वो और कोई नहीं बल्कि करणी सेना (Karni Sena) के भाई बंधू हैं. जिन्होंने कसम खाई है कि कोई भी ऐसी फ़िल्म जिसमें राजपूतों (Rajput) के बारे में बात होगी वो उसका विरोध करेंगे. अब इनके रडार पर अक्षय कुमार (Akshay Kumar) हैं. पद्मावत के बाद अब अक्षय कुमार की फ़िल्म पृथ्वीराज (Prithviraj) करनी सेना के निशाने पर है. ऐतिहासिक पत्रों के साथ की जा रही छेड़छाड़ पर करणी सेना के लोग कितने गंभीर हैं इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अभी बीते दिनों जयपुर (Jaipur) में फ़िल्म की शूटिंग के दौरान संगठन ने खूब हो हल्ला मचाया जिसके चलते शूटिंग बाधित हुई. करणी सेना ने डिमांड रखी है कि मेकर्स उन्हें लिखित में आश्वासन दें कि इस फ़िल्म के ऐतिहासिक तथ्यों के साथ किसी किस्म की छेड़खानी नहीं की जाएगी.
एक तो कोरोना वायरस. दूसरा ये करणी सेना का अड़ंगा. लग तो ऐसा ही रहा है कि बॉलीवुड को पाकिस्तान या फिर किसी दूसरे मुल्क की एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की नजर लग गयी है. मुसीबत ख़त्म होने का नाम ही नहीं ले रही है. बता दें कि फिलहाल बॉलीवुड...
एक ऐसे समय में जब कोरोनावायरस (Coronavirus) को लेकर लोगों में गफलत है. देश दुनिया की इकॉनमी डूबी है. काम धाम ठप पड़ा है और लोग अपने अपने घरों में बंद हों. कुछ गर्म खून वाले लोगों को सड़कों पर आने का मौका मिला है. बात जिनकी हुई है, उनको हमने उस वक़्त भी देखा था जब संजय लीला भंसाली (Sanjay Leela Bhansali) अपनी फ़िल्म पद्मावती (Padmawati) बना रहे थे. उस वक़्त क्या बवाल हुआ था. संस्कृति के संरक्षण के नाम पर कोहराम मच गया था. यहां संजय लीला भंसाली, पद्मावती और 'कुछ लोगों' का जिक्र हुआ है. समझदार को इशारा काफ़ी है. जिन कुछ लोगों का जिक्र यहां हुआ है वो और कोई नहीं बल्कि करणी सेना (Karni Sena) के भाई बंधू हैं. जिन्होंने कसम खाई है कि कोई भी ऐसी फ़िल्म जिसमें राजपूतों (Rajput) के बारे में बात होगी वो उसका विरोध करेंगे. अब इनके रडार पर अक्षय कुमार (Akshay Kumar) हैं. पद्मावत के बाद अब अक्षय कुमार की फ़िल्म पृथ्वीराज (Prithviraj) करनी सेना के निशाने पर है. ऐतिहासिक पत्रों के साथ की जा रही छेड़छाड़ पर करणी सेना के लोग कितने गंभीर हैं इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अभी बीते दिनों जयपुर (Jaipur) में फ़िल्म की शूटिंग के दौरान संगठन ने खूब हो हल्ला मचाया जिसके चलते शूटिंग बाधित हुई. करणी सेना ने डिमांड रखी है कि मेकर्स उन्हें लिखित में आश्वासन दें कि इस फ़िल्म के ऐतिहासिक तथ्यों के साथ किसी किस्म की छेड़खानी नहीं की जाएगी.
एक तो कोरोना वायरस. दूसरा ये करणी सेना का अड़ंगा. लग तो ऐसा ही रहा है कि बॉलीवुड को पाकिस्तान या फिर किसी दूसरे मुल्क की एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की नजर लग गयी है. मुसीबत ख़त्म होने का नाम ही नहीं ले रही है. बता दें कि फिलहाल बॉलीवुड ही वो इंडस्ट्री है जिसे भारत में कोरोना वायरस की सबसे ज्यादा मार पड़ी है. निर्माता निर्देशकों के बीच कोरोना वायरस को लेकर टेरर कुछ ऐसा है कि तमाम फिल्मों की रिलीज डेट बढ़ा दी गयी हैं. तो वहीं तमाम निर्माता और निर्देशक ऐसे हैं जिन्होंने अपनी फिल्म की शूटिंग तक कैंसिल कर दी है. ऐसे में अक्षय की फिल्म को लेकर करणी सेना का ये फरमान सोने पर सुहागे जैसा है.
बात एकदम सीधी और साफ़ है. कह कह कर सरकार का मुंह थक रहा है कि भइया हाथ धो . मास्क लगाओ सैनेटाइजर यूज करो और सबसे बड़ी बात घर में रहो. लेकिन नहीं करणी वाले भाइयों बहनों को फिल्म, वो भी अक्षय कुमार की फिल्म का विरोध करना है, तो करना है. वो तो अच्छी बात ये थी कि जिस वक़्त ये ड्रामा वहां उधर जयपुर में हो रहा था अक्षय सेट पर मौजूद नहीं थे. वरना वो किसी की भी नहीं सुनते, अपने आप की भी नहीं सुनते और बेमतलब का बवाल हो जाता.
ज्ञात हो कि करणी सेना के अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना अपने संगठन के सदस्यों के साथ जयपुर के जमवारामगढ़ गांव पहुंचे थे. जहां इन्होंने फिल्म की शूटिंग को लेकर खून हुड़दंग मचाया. और तो और संगठन के लोगों ने फिल्म के निर्देशक चंद्रप्रकाश द्विवेदी को शूटिंग रोकने के लिए भी कहा. चंद्रप्रकाश ने उन्हें भरोसा जताया कि फिल्म की स्क्रिप्ट में ऐतिहासिक तथ्यों से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की गई है. हालांकि इसके बावजूद करणी सेना ने लिखित में भरोसा दिए जाने की मांग रखी.
महिपाल सिंह मकराना के अनुसार, 'फिल्म के निर्देशक चंद्र प्रकाश के साथ स्क्रिप्ट को लेकर हमारी बातचीत हो गई है. हमने उन्हें बता दिया है कि ऐतिहासिक तथ्यों से किसी भी तरह का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.'
मामले में दिलचस्प बात ये भी है कि संगठन नहीं चाहता कि पृथ्वीराज किसी आशिक की तरह दिखाया जाए. संगठन को डर था कि अगर फिल्म वालों ने अक्षय कुमार को प्रेमी बना दिया तो पूरे कल्चर की ऐसी तैसी हो जाएगी. निर्देशक पद्मावत के टाइम पर करणी सेना का रौद्र रूप देख चुके हैं. जानते हैं कि कोरोना के इस दौर में अगर इन 'वीरों' से पंगा लिया तो उससे बजट प्रभावित होगा बात मान गए.
बहरहाल जिस तरीके से एक ऐसे समय में जब लोगों को अपनी सुरक्षा करते हुए घरों में रहना चाहिए जिस तरह करणी सेना के ये चंद चुनिंदा लोग, संस्कृति के नाम पर जयपुर के उस गांव पहुंचे. हमारे लिए ये कहना अतिश्योक्ति न होगा कि ये वही लोग हैं जिनके बारे में सोशल मीडिया पर यही कहा जा रहा है कि कुछ खास किस्म के लोगों का खून गर्म है इसलिए कोरोना वायरस इनसे कोसों दूर हैं.
बात एकदम स्पष्ट है. जब खून गर्म होगा तब आदमी बेफिक्र होकर यूं ऐसे ही इधर उधर टहलेगा और हो हल्ला मचाते हुए हर छोटी बड़ी चीज़ का विरोध करेगा.
हालांकि करणी सेना वालों को फिल्म के प्रोडूसर डायरेक्टर की तरफ से भरोसा मिल गया है. मगर बवाल अभी शांत नहीं हुआ है. पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त और ये लम्बा खिंचेगी. अक्षय कुमार हीरो आदमी हैं. हीरो कुछ भी कर सकता है. अगर आगे किसी ने कुछ इधर उधर किया तो अक्षय उसकी ईंट से ईंट बजाना बखूबी जानते हैं.
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