आगरा के पंछी पेठे. लखनऊ में न्यू से लेकर ओल्ड और ग्रैंड ओल्ड टुंडे कबाबी. दिल्ली में अग्रवाल स्वीट, इटारसी में नीलम, बैंगलोर में एमटीआर, हैदराबाद में पैराडाइस, आज़मगढ़ में हांडी वाला पूर्वांचल मटन. देश में तमाम शहर हैं और उन तमाम शहरों में खाने पीने के तमाम ठिकाने ऐसे हैं जिनके आगे ग्राहकों की लंबी कतार रहती है. चूंकि ये ठीहे फेमस होते हैं कई बार देखा गया है कि मिलते जुलते नामों से इन फेमस दुकानों के आस पास और भी दुकानें खुल जाती हैं जो कॉन्फिडेंस के सातवें लेवल परबआकर उन ग्राहकों का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास करती हैं जो इन फेमस दुकानों के मुरीद हैं. मगर भगवान झूठ न बुलाए. फेमस/गैर फेमस दुकानों और दुकानदारों की इस प्रतियोगिता में कभी मार पीट न देखी. कभी ये नहीं देखा कि ग्राहकों के चक्कर में कहीं लाठी डंडे चले हों. यूं भी दुनिया विविधताओं और विशेषताओं से भरी पड़ी है. बहुत सी चीजें हमने नहीं देखी हैं मगर होती हैं. कैसी होती हैं? गर जो इसे समझना हो तो उत्तर प्रदेश आइये और यूपी में भी बागपत आइये. बागपत में दो चाट वालों के ग्रुप एक दूसरे से ऐसे कुत्ते बिल्लियों की तरह झगड़े हैं कि WWE के रेसलर अपनी बेल्टें और देसी अखाड़ों के पहलवान अपने लंगोट पहनना छोड़ दें.
लड़ाई तो जो हुई सो हुई लेकिन इस लड़ाई में बाजी मारी है आइंस्टीन जैसे दिखने वाले एक व्यक्ति ने जिसने सोशल मीडिया को फिर एक बार मीम बनाने और अलग अलग बातों पर उन्हें वायरल करने का मौका दे दिया है. जिक्र लड़ाई का हुआ है तो हमारे लिए ये जानना भी बहुत जरूरी है कि आखिर ये लड़ाई हुई क्यों?
असल में बागपत...
आगरा के पंछी पेठे. लखनऊ में न्यू से लेकर ओल्ड और ग्रैंड ओल्ड टुंडे कबाबी. दिल्ली में अग्रवाल स्वीट, इटारसी में नीलम, बैंगलोर में एमटीआर, हैदराबाद में पैराडाइस, आज़मगढ़ में हांडी वाला पूर्वांचल मटन. देश में तमाम शहर हैं और उन तमाम शहरों में खाने पीने के तमाम ठिकाने ऐसे हैं जिनके आगे ग्राहकों की लंबी कतार रहती है. चूंकि ये ठीहे फेमस होते हैं कई बार देखा गया है कि मिलते जुलते नामों से इन फेमस दुकानों के आस पास और भी दुकानें खुल जाती हैं जो कॉन्फिडेंस के सातवें लेवल परबआकर उन ग्राहकों का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास करती हैं जो इन फेमस दुकानों के मुरीद हैं. मगर भगवान झूठ न बुलाए. फेमस/गैर फेमस दुकानों और दुकानदारों की इस प्रतियोगिता में कभी मार पीट न देखी. कभी ये नहीं देखा कि ग्राहकों के चक्कर में कहीं लाठी डंडे चले हों. यूं भी दुनिया विविधताओं और विशेषताओं से भरी पड़ी है. बहुत सी चीजें हमने नहीं देखी हैं मगर होती हैं. कैसी होती हैं? गर जो इसे समझना हो तो उत्तर प्रदेश आइये और यूपी में भी बागपत आइये. बागपत में दो चाट वालों के ग्रुप एक दूसरे से ऐसे कुत्ते बिल्लियों की तरह झगड़े हैं कि WWE के रेसलर अपनी बेल्टें और देसी अखाड़ों के पहलवान अपने लंगोट पहनना छोड़ दें.
लड़ाई तो जो हुई सो हुई लेकिन इस लड़ाई में बाजी मारी है आइंस्टीन जैसे दिखने वाले एक व्यक्ति ने जिसने सोशल मीडिया को फिर एक बार मीम बनाने और अलग अलग बातों पर उन्हें वायरल करने का मौका दे दिया है. जिक्र लड़ाई का हुआ है तो हमारे लिए ये जानना भी बहुत जरूरी है कि आखिर ये लड़ाई हुई क्यों?
असल में बागपत में अतिथि भवन के पास चाट की दो दुकानें हैं. एक का नाम दुर्गा चाट है तो दूसरा नव दुर्गा चाट है. चाट वाले ने दूसरे चाट वाले के कस्टमर को अपनी दुकान पर बुला लिया. यही सारा बवाल था. इस छोटी सी बात को लेकर कहासुनी कुछ यूं हुई कि नौबत मारपीट और लाठी डंडों तक आ गयी और वो सब हो गया जो किसी की भी कल्पना से परे है.
वीडियो इंटरनेट पर जंगल की आग की तरह फैल रहा है जिसमें दोनों ही पक्ष एक दूसरे को लिटा लिटा कर बिठा बिठा कर दौड़ा दौड़ा कर पीट रहे हैं. इस मार पीट में देश और देश की जनता का ध्यान आकर्षित किया है एक चचा ने जिनके बाल थ्री इडियट में वायरस की भूमिका निभाने वाले बोमन ईरानी या मशहूर साइंटिस्ट अल्बर्ट आइंस्टीन से मिलते हैं.
उम्र के सबसे अहम पड़ाव में जिस शिद्दत से चचा ने लड़ाई लड़ी है है कहना गलत नहीं है कि ये पूरी लड़ाई एक तरफ चचा का लोटलोटकर अपने ओपोनेंट को मारना दूसरी तरफ. वाक़ई चचा ने बड़े बड़े पहलवानों को मात दे दी है. वीडियो ऐसा है कि इसे बोरिंग से बोरिंग और उदास से उदास आदमी को दिखा दिया जाए तो वो हंस हंस के लोट पोट हो जाए.
तो भइया जिस तरह एक पत्ते चाट को लेकर यूपी के बागपत में वर्ल्ड वॉर थ्री हुई और नौबत कुछ इस तरह की हाथापाई की आई बात अब देश से निकलकर विदेश तक में भी फैल गई है और इस चाट वॉर पर मिली जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
मामला क्योंकि आम आदमी और उनकी लड़ाइयों से जुड़ा है इसलिए लोग भी पूरी मौज ले रहे हैं.
चाट वाले चचा का एक वीडियो भी सामने आया है. यदि इसे सुना जाए तो अंकल बड़े सज्जन और रोज कमाने खाने वाले लग रहे हैं.
चूंकि मामला सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा था इसलिए यूपी पुलिस भी हरकत में आई. पुलिस दोनों पक्षों के आठ लोगों को पकड़कर कोतवाली ले गई जहां ली गयी तस्वीर ने भी सोशल मीडिया पर एक अलग बहस को नए आयाम दे दिए हैं.
बहरहाल सिर्फ एक ग्राहक या ये कहें कि एक पत्ता चाट के लिए हुई. इस लड़ाई के बाद अब दुनिया में देखने के लिए कुछ बचा नहीं है. उन लोगों को इस घटना से सबक लेना चाहिए जो अपनी दुकान चलाने के लिए उस दुकान का नाम इस्तेमाल करते हैं जो फेमस हैं. बाकी बात बस इतनी है कि पहला मामला था और चचा भी कुछ भाग्यशाली थे कि छूट गए. अब जो अगर भविष्य में ऐसा हुआ तो पुलिस छोड़ेगी नहीं क्योंकि जैसा यूपी का माहौल है यहां किसी चीज के शुरू होने भर की देर है. अपनी तरह का एक पूरा ट्रेंड शुरू हो जाता है और यूपी के मद्देनजर चाट फाइटर्स ने उस ट्रेंड की शुरुआत कर दी है.
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