मुसलमान आदमी 30 दिन रोजे रखता है. इबादत करता है. मान्यता यही है कि खुदा की तरफ से बतौर गिफ्ट उसे ईद का त्योहार दिया गया है. ईद बढ़िया त्योहार इसलिए भी है कि जहां एक तरह आदमी एक दूसरे से मिलता जुलता है वहीं इस दौरान खाने पीने के लिए तरह तरह के आइटम भी परोसे जाते हैं. जैसे ही ईद आती है एक गफलत वाली स्थिति भी बनती है. सवाल होता है कौन सी ईद? मीठी वाली या बिरयानी वाली ईद? इस सवाल की चर्चा करते हुए हार्ड बाउंड में मोटे मोटे ग्रन्थ लिखे जा सकते हैं लेकिन उससे पहले एक अजीबोगरीब खबर सुन लीजिये. चेन्नई में ज्वेलरी स्टोर में काम करने वाली महिला ने ईद के मौके पर अपनी सहेली और उसके बॉयफ्रेंड को घर आने का न्योता दिया. दोनों घर पर आए. खूब मस्ती की. फिर 'बिरयानी' आई और वो हुआ जिसकी कल्पना किसी मेजबान ने अपने मेहमान से शायद ही की हो. महिला की सहेली के बॉयफ्रेंड ने ईद की पार्टी दे रही महिला की अलमारी में रखे गहने चुराए और उसे बिरयानी के साथ ही निगल लिया.
हैरान होने की कोई जरूरत नहीं है. ऐसा हुआ है चेन्नई में ईद की पार्टी के बाद जब मेहमान अपने अपने घर चले गए जिस महिला ने पार्टी दी थी उसने पाया कि उसकी अलमारी में से करीब 1.45 लाख रुपये के गहने गायब हैं. शक की सुई दोस्त के बॉयफ्रेंड पर गयी और उसने मामले की रिपोर्ट दर्ज करवाई. पुलिस ने भी तत्परता दिखते हुए पूछताछ की तो महिला की दोस्त के बॉयफ्रेंड ने अपना गुनाह कबूल कर लिया. पुलिस वाले हैरत में तब आ गए जान उन्होंने उसका पेट स्कैन करवाया. गहने उसके पेट में ही थे.
पुलिस के मुताबिक बिरयानी खाते वक्त व्यक्ति शराब के नशे में था और तभी उसने चोरी करने का प्लान बनाया. डॉक्टर्स ने चोर को अनीमा दिया और...
मुसलमान आदमी 30 दिन रोजे रखता है. इबादत करता है. मान्यता यही है कि खुदा की तरफ से बतौर गिफ्ट उसे ईद का त्योहार दिया गया है. ईद बढ़िया त्योहार इसलिए भी है कि जहां एक तरह आदमी एक दूसरे से मिलता जुलता है वहीं इस दौरान खाने पीने के लिए तरह तरह के आइटम भी परोसे जाते हैं. जैसे ही ईद आती है एक गफलत वाली स्थिति भी बनती है. सवाल होता है कौन सी ईद? मीठी वाली या बिरयानी वाली ईद? इस सवाल की चर्चा करते हुए हार्ड बाउंड में मोटे मोटे ग्रन्थ लिखे जा सकते हैं लेकिन उससे पहले एक अजीबोगरीब खबर सुन लीजिये. चेन्नई में ज्वेलरी स्टोर में काम करने वाली महिला ने ईद के मौके पर अपनी सहेली और उसके बॉयफ्रेंड को घर आने का न्योता दिया. दोनों घर पर आए. खूब मस्ती की. फिर 'बिरयानी' आई और वो हुआ जिसकी कल्पना किसी मेजबान ने अपने मेहमान से शायद ही की हो. महिला की सहेली के बॉयफ्रेंड ने ईद की पार्टी दे रही महिला की अलमारी में रखे गहने चुराए और उसे बिरयानी के साथ ही निगल लिया.
हैरान होने की कोई जरूरत नहीं है. ऐसा हुआ है चेन्नई में ईद की पार्टी के बाद जब मेहमान अपने अपने घर चले गए जिस महिला ने पार्टी दी थी उसने पाया कि उसकी अलमारी में से करीब 1.45 लाख रुपये के गहने गायब हैं. शक की सुई दोस्त के बॉयफ्रेंड पर गयी और उसने मामले की रिपोर्ट दर्ज करवाई. पुलिस ने भी तत्परता दिखते हुए पूछताछ की तो महिला की दोस्त के बॉयफ्रेंड ने अपना गुनाह कबूल कर लिया. पुलिस वाले हैरत में तब आ गए जान उन्होंने उसका पेट स्कैन करवाया. गहने उसके पेट में ही थे.
पुलिस के मुताबिक बिरयानी खाते वक्त व्यक्ति शराब के नशे में था और तभी उसने चोरी करने का प्लान बनाया. डॉक्टर्स ने चोर को अनीमा दिया और उसके पेट से 95 हजार का हार और 25 हजार के सोने का गहना बरामद किया गया. जांच के बाद पता चला कि हीरे का पेंडेंट पेट में रह गया है. इस लेख को लिखे जाने तक पेंडेंट अभी भी वो वही है. हमारी दुआ यही है कि वो पेंडेंट जिसको निकालने के लिए इतने जतन हो रहे हैं वो वहीं पेट में रहे. चोर और ईद की पार्टी देने वाली महिला दोनों को इस बात का एहसास होता रहे कि अपने अपने लेवल पर दोनों ने ही 'पाप' किया है.
घटना भले ही चोरी की हो लेकिन गुनाहगार तो मेजबान महिला भी थी. उसका गुनाह समझने के लिए इस लेख की शुरुआत पर गौर करना होगा. ध्यान रहे ये ईद रमजान के बाद आई थी और जैसा कि समाज द्वारा हमें यही बताया गया है कि रमजान के बाद वाली ईद मीठी ईद है. यानी अगर इस ईद पर कोई किसी को अपने घर बुला रहा है तो प्राथमिकता सिवई, शीर कोरमा, दही बड़े और शरबत होना चाहिए, न कि बिरयानी और रायता.
जनता इस बात को समझे कि रमजान के बाद की ईद बिरयानी वाली ईद नहीं है. सवाल ये है कि क्या इस बात को वो मुस्लिम महिला नहीं जानती होगी. जिसने ईद पर अपने दोस्तों को घर बुलाया और उन्हें पकवान के नाम पर बिरयानी खिलाई? इतना जानते हुए भी अगर कोई इस ईद में किसी को घर बुलाकर बिरयानी खिला रहा है तो वो गुनाह कर रहा है. अब आप पूछेंगे कि यदि वो सिवईं के साथ जेवर निगल लेता तो? तो हम कहेंगे कि वो निगल सकता था, लेकिन नहीं निगलता. क्योंकि, मेजबान को जेवर चोरी का तनाव सहने की सजा सिर्फ इसीलिए मुकर्रर हुई थी, क्योंकि उसने गैस पर बिरयानी पकने को चढ़ा दी थी. और उसी वक्त सभी मीठे पकवानों ने दिल से बद्दुआ दी होगी.
चेन्नई में क्या हुआ क्या नही पैंडेंट निकला या नहीं हमारा मुद्दा वो है ही नहीं हम स्पष्ट कर रहे हैं हमारा मुद्दा मीठी ईद पर बिरयानी है. जिस तरह आज लोग परंपराओं को तोड़ रहे हैं और अपने मन की कर रहे हैं यकीन हो जाता है कि क़यामत आ चुकी है और आउटर पर खड़ी सिग्नल के हरे होने का इंतजार कर रही है. जिस दिन ईश्वर ने सिग्नल हरा कर दिया लोगों की सारी मनमर्जी कौड़ी के तीन हो जाएगी. सिवईं की जगह बिरयानी खिलाने वाले लोग फेस्टिवल स्पॉलर्स हैं. ये वही लोग हैं जो दिवाली पर अपने घर की पूजा छोड़ उसे कुल्लू मनाली के किसी होटल में मनाना प्रिफर करते हैं.
अंत में हम अपनी बातों को विराम देते हुए बस इतना ही कहेंगे कि चेन्नई में जो कुछ भी हुआ है उसने ईश्वर और उसके इंसाफ के प्रति हमारी आस्था बढ़ा दी है.
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